अयोध्या। अधिवक्ता आलोक सिंह पर 2 अक्टूबर को रामघाट के पास हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में लवकुशनगर निवासी मोहित पांडेय, उसके भाई धर्मवीर, सूरज निषाद और अताउल्ला शामिल हैं। पुलिस ने इस हमले की साजिश रचने का आरोपी अनूप गुप्ता को भी नामजद किया है।
घटना का विवरण:
2 अक्टूबर की शाम को मोहित पांडेय ने आलोक सिंह पर रामघाट के पास गोली चलाई। स्थानीय लोगों ने मोहित को पकड़कर उसकी पिटाई की और पुलिस के हवाले कर दिया। आलोक सिंह का इलाज लखनऊ के एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
पृष्ठभूमि और रंजिश:
पुलिस के अनुसार, मोहित के भाई धर्मवीर ने कुछ माह पहले आलोक सिंह पर हमला करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके बाद आलोक सिंह ने न्यायालय से धर्मवीर पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
आलोक के भाई बृजेश की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी में मोहित, धर्मवीर, धीरज, सूरज निषाद और अज्ञात पर हमले का आरोप लगाया गया है।
पुलिस कार्रवाई:
कोतवाल अयोध्या मनोज शर्मा के अनुसार, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया है और मामले की गहन जांच जारी है।
यह घटना अयोध्या में वकीलों के बीच बढ़ती रंजिशों और हिंसा की घटनाओं को उजागर करती है, जिससे न्यायिक व्यवस्था की स्वतंत्रता और सुरक्षा पर सवाल उठते हैं।
पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।