बॉम्बे हाईकोर्ट ने WeWork इंडिया के 3,000 करोड़ रुपये के आईपीओ को लेकर SEBI से जवाब मांगा। याचिकाकर्ता का आरोप है कि कंपनी ने भारी घाटे और नकारात्मक नेटवर्थ के बावजूद भविष्य के ग्रोथ को लेकर अधिक सकारात्मक आउटलुक पेश किया और जोखिम व लंबित मामलों की जानकारी छुपाई। आईपीओ 7 अक्टूबर तक खुला रहेगा।
WeWork IPO: बॉम्बे हाईकोर्ट ने WeWork इंडिया के आईपीओ को मंजूरी देने के मामले में SEBI से जवाब तलब किया है। रिटेल निवेशक विनय बंसल की याचिका में आरोप लगाया गया है कि कंपनी ने अपने DRHP में घाटे, नकारात्मक नेटवर्थ और लंबित कानूनी मामलों की जानकारी सही ढंग से नहीं दी और भविष्य के ग्रोथ के बारे में जरूरत से ज्यादा पॉजिटिव आउटलुक दिखाया। WeWork इंडिया का 3,000 करोड़ रुपये का आईपीओ 3 अक्टूबर को खुला और 7 अक्टूबर को बंद होगा, लिस्टिंग 10 अक्टूबर के आसपास NSE और BSE पर होगी।
याचिकाकर्ता का आरोप
याचिकाकर्ता विनय बंसल का दावा है कि WeWork इंडिया ने भारी घाटे और नकारात्मक नेटवर्थ के बावजूद आईपीओ में कंपनी के भविष्य को लेकर अधिक पॉजिटिव आउटलुक दिखाया। लेकिन उससे जुड़े जोखिमों का सही तरीके से खुलासा नहीं किया गया। याचिका में यह भी आरोप लगाया गया कि कंपनी ने कई लंबित मामलों और शिकायतों की जानकारी निवेशकों से छुपाई, जो उनके निवेश निर्णय को प्रभावित कर सकती थीं।
लाइवलॉ के अनुसार, WeWork इंडिया के खिलाफ कई गंभीर मामले दर्ज हैं। इनमें 2014 में सीबीआई की भ्रष्टाचार से जुड़ी चार्जशीट शामिल है। इसके अलावा ईडी के तहत PMLA की जांच भी जारी है। नवंबर 2024 में ईओडब्ल्यू ने भी कंपनी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। जनवरी 2025 में जारी DRHP में यह मामला शामिल नहीं था। यह जानकारी केवल अगस्त 2025 में जोड़ी गई, जब याचिकाकर्ता ने इस पर आपत्ति जताई।
आईपीओ का विवरण
WeWork इंडिया का आईपीओ 3 अक्टूबर 2025 को खुला और 7 अक्टूबर को बंद होगा। इस आईपीओ में शेयरों की कीमत 615 से 648 रुपये के बीच तय की गई है। लॉट साइज 23 शेयरों का है। इस आईपीओ को ऑफर फॉर सेल (OFS) के रूप में पेश किया गया है, यानी इसमें कोई नया फंड कंपनी को नहीं मिलेगा। मौजूदा शेयरधारक अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे। लिस्टिंग 10 अक्टूबर के आसपास NSE और BSE पर होने की संभावना है।
SEBI से हाईकोर्ट ने मांगा जवाब
बॉम्बे हाईकोर्ट ने SEBI से पूछा है कि आईपीओ के ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) में अगर अनियमितताएं पाई गईं, तो इस पर क्या कार्रवाई की गई। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया है कि SEBI ने अपने ही नियमों का उल्लंघन किया है। हाईकोर्ट ने SEBI को जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया है।
निवेशकों की चिंता
विनय बंसल ने कहा है कि निवेशकों के पास सही जानकारी होना बेहद जरूरी है। अगर कंपनी ने अपने घाटे, लंबित मुकदमों और जोखिमों के बारे में खुलासा नहीं किया, तो निवेशक अपने निर्णय सही तरीके से नहीं ले पाएंगे। याचिकाकर्ता का मानना है कि IPO में निवेश करने से पहले निवेशकों को पूरी जानकारी मिलनी चाहिए।
आईपीओ का बाजार में प्रभाव
WeWork इंडिया का आईपीओ बाजार में काफी चर्चा में है। ऑफर फॉर सेल होने के कारण मौजूदा निवेशकों को लाभ मिलेगा, लेकिन नए निवेशकों के लिए जोखिम भी मौजूद है। याचिकाकर्ता के आरोपों के कारण निवेशकों में शंका बढ़ सकती है।