Columbus

बाथरूम वास्तु दोष: गलत दिशा, टपकते नल और अव्यवस्था ला सकते हैं क्लेश और आर्थिक संकट, जानें आसान उपाय

बाथरूम वास्तु दोष: गलत दिशा, टपकते नल और अव्यवस्था ला सकते हैं क्लेश और आर्थिक संकट, जानें आसान उपाय

बाथरूम वास्तु दोष घर में नकारात्मक ऊर्जा फैलाकर तनाव और आर्थिक संकट का कारण बन सकते हैं। गलत दिशा, टपकते नल, गंदगी और बेडरूम के सामने दरवाजा जैसी गलतियां परिवार की खुशहाली और धन पर असर डालती हैं। आसान वास्तु उपाय अपनाकर इन दोषों को दूर किया जा सकता है और घर में सुख-शांति लौटाई जा सकती है।

बाथरूम वास्तु दोष: हर व्यक्ति चाहता है कि उसका घर सुख-शांति और समृद्धि से भरा रहे। वास्तु शास्त्र के अनुसार, बाथरूम और टॉयलेट से जुड़े गलत दिशा, टपकते नल, गंदगी और बेडरूम के सामने खुला दरवाजा जैसी समस्याएं घर में नकारात्मक ऊर्जा फैला सकती हैं। इससे परिवार में तनाव, झगड़े और आर्थिक संकट उत्पन्न हो सकते हैं। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सही दिशा, नियमित सफाई, नमक का उपयोग, हल्के रंग और बंद दरवाजे जैसे आसान उपाय अपनाकर बाथरूम के वास्तु दोषों को दूर किया जा सकता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा बहाल की जा सकती है।

बाथरूम से जुड़े प्रमुख वास्तु दोष 

  • गलत दिशा में बाथरूम: वास्तु शास्त्र के अनुसार, बाथरूम की दिशा घर की ऊर्जा पर गहरा असर डालती है। सबसे शुभ दिशा उत्तर-पश्चिम (North-West) मानी जाती है। अगर बाथरूम उत्तर-पूर्व (North-East) दिशा में है, तो स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और आर्थिक हानि हो सकती है। वहीं, दक्षिण-पूर्व (South-East) दिशा में स्थित बाथरूम अक्सर परिवार में तनाव और कलह का कारण बनता है।
  • नल का लगातार टपकना: वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, बाथरूम के नल से लगातार पानी का टपकना पैसों के निरंतर बहने का प्रतीक है। यह घर में धन की बर्बादी और आर्थिक नुकसान का कारण बन सकता है। ऐसे दोषों को नजरअंदाज करना गंभीर वित्तीय प्रभाव डाल सकता है, इसलिए नल का तुरंत मरम्मत कराना जरूरी है।
  • गंदा और अव्यवस्थित बाथरूम: गंदे और बिखरे हुए बाथरूम को नकारात्मक ऊर्जा का बड़ा स्रोत माना जाता है। इससे घर में तनाव बढ़ता है और परिवार के सदस्यों के बीच आपसी सामंजस्य कमजोर पड़ता है। इसके अलावा, यह स्थिति घर में सकारात्मकता और समृद्धि के प्रवाह को भी बाधित करती है।
  • बाथरूम और बेडरूम का सीधा संपर्क: बाथरूम का दरवाजा सीधे बेडरूम के सामने होना अशुभ माना जाता है। ऐसी स्थिति में नकारात्मक ऊर्जा सीधे शयनकक्ष में प्रवेश करती है, जिससे नींद में खलल, मानसिक तनाव और वैवाहिक जीवन में परेशानी उत्पन्न हो सकती है।
  • खुले टॉयलेट सीट और दरवाजे: टॉयलेट सीट और बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखना चाहिए। खुले रहने पर नकारात्मक ऊर्जा घर के अन्य हिस्सों में फैल सकती है, जिससे परिवार के स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ता है।

बाथरूम वास्तु दोष दूर करने के आसान उपाय

  • नल ठीक करवाएं: टपकते नल को तुरंत ठीक करवा दें। यह उपाय सबसे महत्वपूर्ण है और आर्थिक संकट को कम करने में मदद करता है।
  • नमक का कटोरा रखें: बाथरूम के किसी कोने में समुद्री नमक से भरा एक छोटा कटोरा रखें। नमक नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करता है। इसे हर हफ्ते बदलते रहें।
  • सही रंग का चुनाव: बाथरूम की दीवारों के लिए हल्के रंग जैसे सफेद, हल्का नीला या क्रीम रंग का इस्तेमाल करें। गहरे रंग नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा दे सकते हैं।
  • दरवाजा हमेशा बंद रखें: बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखें, खासकर रात में सोने से पहले और जब इसका उपयोग न हो रहा हो।
  • हवा का उचित वेंटिलेशन: बाथरूम में हवा के आने-जाने की अच्छी व्यवस्था रखें। खिड़की या एग्जॉस्ट फैन लगवाने से नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकलती रहती है।
  • दर्पण की सही दिशा: बाथरूम में लगे शीशे को टॉयलेट सीट के सामने न लगाएं। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा कई गुना बढ़ सकती है।

Leave a comment