Columbus

BCCI ने बढ़ाया अजीत अगरकर का कार्यकाल, Asia Cup 2025 स्क्वॉड घोषणा के बाद लिया बड़ा फैसला

BCCI ने बढ़ाया अजीत अगरकर का कार्यकाल, Asia Cup 2025 स्क्वॉड घोषणा के बाद लिया बड़ा फैसला

एशिया कप 2025 के लिए भारतीय टीम के स्क्वॉड का ऐलान हाल ही में किया गया था। इसके ठीक दो दिन बाद बीसीसीआई ने एक अहम फैसला लेते हुए मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के कॉन्ट्रैक्ट में बदलाव किया है।

स्पोर्ट्स न्यूज़: एशिया कप 2025 के लिए भारतीय टीम की घोषणा के ठीक दो दिन बाद बीसीसीआई (BCCI) ने बड़ा फैसला लिया है। भारतीय क्रिकेट टीम के चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) के कॉन्ट्रैक्ट को जून 2026 तक बढ़ा दिया गया है। बीसीसीआई ने उनके कार्यकाल में टीम इंडिया की उपलब्धियों और रणनीतिक बदलावों को देखते हुए यह कदम उठाया है।

अजीत अगरकर का कार्यकाल बढ़ा

जून 2023 में अजीत अगरकर को भारतीय चयन समिति का प्रमुख बनाया गया था। उनके नेतृत्व में भारत ने कई बड़े टूर्नामेंट में सफलता हासिल की। बीसीसीआई सूत्रों के मुताबिक, बोर्ड ने आईपीएल 2025 से पहले ही उनके कॉन्ट्रैक्ट विस्तार का फैसला कर लिया था। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अगरकर को रिटेन करने का निर्णय बीसीसीआई ने कुछ महीने पहले ही ले लिया था। बोर्ड उनके आने के बाद भारतीय क्रिकेट में आए बदलावों और जीत से संतुष्ट है। अगरकर की कप्तानी में भारतीय चयन समिति ने बड़े और साहसिक फैसले लिए।

  • टी20 विश्व कप 2024 – भारत ने 17 साल बाद इस खिताब पर कब्जा जमाया।
  • चैंपियंस ट्रॉफी 2025 (शुरुआत में) – भारत ने फाइनल जीतकर एक और आईसीसी खिताब अपने नाम किया।
  • वनडे विश्व कप 2023 – भारत ने फाइनल तक पहुंचकर शानदार प्रदर्शन किया, हालांकि खिताब से चूक गया।

इन उपलब्धियों ने अजीत अगरकर की छवि को एक दूरदर्शी और निर्णायक चयनकर्ता के रूप में मजबूत किया है।

चयन समिति में बदलाव की संभावना

मौजूदा चयन समिति में अजीत अगरकर, एसएस दास, सुब्रतो बनर्जी, अजय रात्रा और एस शरथ शामिल हैं। लेकिन सितंबर में होने वाली बीसीसीआई की वार्षिक आम सभा (AGM) में पैनल में बदलाव देखने को मिल सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, एस शरथ को हटाया जा सकता है क्योंकि वह चयन भूमिका में लगभग चार साल पूरे कर चुके हैं। बीसीसीआई के नियमों के मुताबिक, यह अधिकतम अनुमत अवधि है।

सूत्रों के मुताबिक, बोर्ड ने एसएस दास और सुब्रतो बनर्जी के भविष्य पर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है। हालांकि, यह संभावना जताई जा रही है कि बदलाव केवल एक पद तक सीमित रह सकता है। अधिकारियों का कहना है कि मौजूदा पैनल ने अपने कार्यकाल में अच्छा काम किया है और किसी बड़े फेरबदल की आवश्यकता नहीं है।

Leave a comment