देवंस मॉडर्न ब्रुअरीज की दो व्हिस्की, मंशा और अदंबरा, ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है। जम्मू की पहाड़ियों में बनी मंशा को जर्मनी में “इंटरनेशनल व्हिस्की ऑफ द ईयर 2025” का खिताब मिला, जबकि अदंबरा ने अमेरिका में “बेस्ट इंडियन सिंगल माल्ट” और “बेस्ट इंडियन व्हिस्की” का अवॉर्ड जीता।
India Whisky: भारतीय शराब उद्योग के लिए गर्व की खबर है। देवन्स मॉडर्न ब्रुअरीज की दो नई प्रीमियम व्हिस्की, मंशा और अदंबरा, ने दुनिया भर की प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में अवॉर्ड हासिल किए हैं। मंशा, जिसे जम्मू की पहाड़ियों में तैयार किया गया है, को जर्मनी में “इंटरनेशनल व्हिस्की ऑफ द ईयर 2025” चुना गया। वहीं, अदंबरा ने अमेरिका के लास वेगास में आयोजित प्रतियोगिता में “बेस्ट इंडियन सिंगल माल्ट” और “बेस्ट इंडियन व्हिस्की” का खिताब जीता। यह उपलब्धि भारतीय कारीगरी और स्वाद को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दे रही है।
मंशा की खुशबू और स्वाद ने जीता दिल
मंशा देवन्स ब्रुअरीज की पहली ऐसी व्हिस्की है जिसे पीटेड सिंगल माल्ट कहा जाता है। इसमें स्मोकी यानी जलती लकड़ी जैसी खुशबू और स्वाद होता है। इसके साथ ही इसमें अमरूद, शहद और कैरामेल जैसी मीठी सुगंध भी शामिल है। यही वजह है कि इसका टेस्ट व्हिस्की प्रेमियों को खास तौर पर आकर्षित करता है।
प्रसिद्ध व्हिस्की विशेषज्ञ जिम मरे ने मंशा की तारीफ करते हुए इसे “मॉल्ट लवर्स ड्रीम” कहा। उनका मानना है कि यह व्हिस्की अपने स्वाद और सुगंध की वजह से दुनिया के बेहतरीन सिंगल माल्ट्स में शुमार की जा सकती है।
जम्मू की वादियों से निकली खास पहचान
ज्ञानचंद मंशा का निर्माण जम्मू की पहाड़ियों में किया जाता है। वहां की ठंडी हवाएं, शुद्ध पानी और अनोखा मौसम इसकी क्वालिटी को खास बनाते हैं। इस व्हिस्की को ओक लकड़ी के पीपों में कई सालों तक परिपक्व किया जाता है। इस प्रक्रिया से इसमें धुएं की हल्की महक, नींबू जैसी खटास और मीठे मसालों का अनोखा मिश्रण आता है।
मंशा को “ग्रैंड गोल्ड” का सम्मान भी मिला है। यह खिताब दुनिया भर में बहुत कम शराबों को ही दिया जाता है। इससे साफ है कि भारतीय व्हिस्की अब अंतरराष्ट्रीय मानकों पर भी मजबूती से खड़ी हो रही है।
अदंबरा का अनोखा रंग और स्वाद
देवन्स की दूसरी बड़ी पेशकश अदंबरा है, जो नॉन-पीटेड सिंगल माल्ट व्हिस्की है। इसमें धुएं जैसी महक नहीं होती, बल्कि इसका स्वाद बेहद संतुलित और नरम होता है। इसे अमेरिका के पुराने बोरबन पीपों में परिपक्व किया जाता है, जिससे इसका रंग गहरा एम्बर हो जाता है।
अदंबरा के फ्लेवर में सूखी खुबानी, शहद और कैरामेल जैसे गहरे लेकिन मीठे स्वाद शामिल हैं। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए बनाई गई है जो नाजुक और स्मूद स्वाद वाली व्हिस्की पसंद करते हैं।
कीमत और उपलब्धता
फिलहाल मंशा और अदंबरा दोनों ही दिल्ली और हैदराबाद के एयरपोर्ट ड्यूटी-फ्री दुकानों पर ही उपलब्ध हैं। 750 मिलीलीटर की बोतल की कीमत करीब 9,500 रुपये रखी गई है। कंपनी की योजना है कि जल्द ही इन व्हिस्कियों को हरियाणा और गोवा की शराब दुकानों पर भी लॉन्च किया जाएगा।
पैकिंग से लेकर टेस्ट तक अंतरराष्ट्रीय स्तर
देवन्स ब्रुअरीज ने इन व्हिस्कियों की पैकिंग, क्वालिटी और टेस्टिंग पर विशेष ध्यान दिया है। हर पहलू को अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से तैयार किया गया है। यही वजह है कि दुनियाभर के शराब विशेषज्ञ और शौकीन लोग इन भारतीय व्हिस्कियों को पसंद कर रहे हैं।
इससे पहले भी भारतीय शराब उद्योग ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। हिमालय स्पिरिट्स के कॉफी लिकर ने अमेरिका में गोल्ड मेडल जीता था। अब देवन्स की मंशा और अदंबरा ने भारतीय ब्रांड्स को एक नया मुकाम दिलाया है।
भारतीय स्वाद की दुनिया में गूंज
भारत से निकलकर अंतरराष्ट्रीय मंचों तक पहुंची इन व्हिस्कियों की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि भारतीय कारीगरी और स्वाद किसी से कम नहीं है। चाहे मंशा की स्मोकी और गहरी महक हो या अदंबरा का स्मूद और मीठा स्वाद, दोनों ने दुनिया भर के जानकारों को अपना दीवाना बना दिया है।