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भारत में Starlink की एंट्री! जानें लॉन्च डेट, कीमत और इंटरनेट पर क्या असर पड़ेगा

भारत में Starlink की एंट्री! जानें लॉन्च डेट, कीमत और इंटरनेट पर क्या असर पड़ेगा

Starlink को भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा के लिए मंजूरी मिल चुकी है और यह 2025 में लॉन्च हो सकती है। अनुमानित कीमत ₹900 से ₹3,000 मासिक होगी। यह सेवा दूरदराज इलाकों में हाई-स्पीड इंटरनेट की सुविधा देगी

Starlink: दूरदराज इलाकों में इंटरनेट सेवा की समस्या झेल रहे करोड़ों भारतीयों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। एलन मस्क की कंपनी Starlink को भारत सरकार से आखिरकार उपग्रह आधारित इंटरनेट सेवा शुरू करने की मंजूरी मिल गई है। यह कदम भारत की डिजिटल क्रांति को एक नई दिशा देने वाला है। Starlink पहले ही 100 से अधिक देशों में अपनी सेवाएं दे रहा है और अब भारत इस लिस्ट में शामिल होने जा रहा है। भारत में Starlink की सेवाएं न केवल शहरों में, बल्कि ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों तक इंटरनेट पहुंचाने के लिए बेहद कारगर साबित हो सकती हैं।

Starlink को भारत में मिली आधिकारिक मंजूरी

भारत सरकार के अधीन आने वाली संस्था IN-SPACe (Indian National Space Promotion and Authorization Center) ने Starlink को 7 जुलाई 2025 को पांच साल के लिए वाणिज्यिक लाइसेंस दे दिया है। यह मंजूरी 7 जुलाई 2030 तक वैध रहेगी, जिसके तहत कंपनी अपने Gen1 लो-अर्थ ऑर्बिट उपग्रहों के ज़रिए सेवा दे सकेगी। इस मंजूरी के साथ, Starlink भारत में OneWeb और Jio Satellite के बाद तीसरी ऐसी कंपनी बन गई है, जिसे सैटेलाइट इंटरनेट सेवा देने की इजाज़त मिली है।

लॉन्च में देरी क्यों हो रही है?

हालांकि लाइसेंस मिल चुका है, लेकिन Starlink को अभी कुछ जरूरी प्रक्रियाएं पूरी करनी हैं। कंपनी को:

  • ग्राउंड इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना है
  • स्पेक्ट्रम आवंटन का इंतजार है
  • सुरक्षा मानकों की जांच पूरी करनी है

इन प्रक्रियाओं को पूरा करने में कुछ महीनों का समय लग सकता है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, Starlink की सेवाएं 2025 की शुरुआत तक भारत में शुरू हो सकती हैं।

Starlink क्यों है खास?

Starlink एक खास इंटरनेट सेवा है जो फाइबर केबल या मोबाइल टावर पर निर्भर नहीं रहती। यह सैकड़ों छोटे सैटेलाइट्स की मदद से काम करती है, जो पृथ्वी के पास लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO) में घूमते हैं और एक-दूसरे से लेज़र तकनीक के जरिए जुड़े होते हैं। इस वजह से यह सेवा तेज़ और ज्यादा स्थिर इंटरनेट कनेक्शन देती है। Starlink का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह दूर-दराज़ के इलाकों में भी आसानी से इंटरनेट पहुंचा सकती है। इसकी मदद से आप कम लेटेंसी, अच्छी स्पीड और 24x7 इंटरनेट कनेक्शन पा सकते हैं – चाहे आप शहर में हों या किसी गांव या पहाड़ी इलाके में।

भारत में संभावित कीमत और प्लान

भारत में Starlink की कीमतों की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन इंटरनेशनल मॉडल को देखकर कुछ अनुमान लगाए जा सकते हैं। इसमें स्टैंडर्ड हार्डवेयर किट लगभग ₹30,000 में और मिनी किट ₹43,000 के आसपास मिल सकती है। ये किट Starlink इंटरनेट इस्तेमाल करने के लिए ज़रूरी उपकरण हैं। 

जहां तक मासिक प्लान की बात है, एक शुरुआती प्रमोशनल प्लान ₹900 प्रति माह और अनलिमिटेड डेटा प्लान ₹3,000 प्रति माह में मिल सकता है। हालांकि, ये कीमतें यूज़र की लोकेशन और इस्तेमाल के हिसाब से थोड़ी ऊपर-नीचे हो सकती हैं। Starlink खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद होगा जो गांवों या दूरदराज़ क्षेत्रों में रहते हैं जहां आम इंटरनेट नहीं पहुंचता।

भारत में Starlink की साझेदारियां

भारत में Starlink की सेवा को विस्तार देने के लिए कंपनी ने कुछ घरेलू कंपनियों के साथ साझेदारी भी की है:

  • Jio: Starlink के उपकरण Jio रिटेल स्टोर्स पर बेचे जाएंगे।
  • Airtel: Starlink के साथ समझौते के तहत Airtel भी अपने रिमोट क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा को बढ़ाने में इसका इस्तेमाल कर सकती है।
  • BSNL 'Direct-to-Device' सेवा: BSNL एक प्रतिस्पर्धी सेवा तैयार कर रही है जो सीधे उपग्रह से एंड्रॉयड डिवाइस पर इंटरनेट देगा। Starlink को इससे कड़ी टक्कर मिल सकती है।

 किन लोगों को सबसे ज़्यादा फायदा होगा?

Starlink की भारत में एंट्री खासतौर पर दूरदराज, पर्वतीय, सीमावर्ती और ट्राइबल क्षेत्रों के लिए एक वरदान साबित हो सकती है। स्कूल, हॉस्पिटल, सरकारी दफ्तर और छोटे व्यापारी जो अभी तक इंटरनेट से वंचित हैं, अब डिजिटल इंडिया के हिस्सा बन सकेंगे।

Starlink इंटरनेट का उपयोग करके:

  • टेली-मेडिसिन को बढ़ावा मिलेगा
  • ऑनलाइन शिक्षा को ताकत मिलेगी
  • सरकारी योजनाओं की मॉनिटरिंग आसान होगी
  • ग्रामीण क्षेत्रों में स्टार्टअप्स और ई-कॉमर्स को नई ऊर्जा मिलेगी

Starlink का असर: इंटरनेट से आगे, बदलाव की शुरुआत

Starlink का भारत में आना सिर्फ एक नई इंटरनेट सेवा की शुरुआत नहीं है, बल्कि यह एक डिजिटल क्रांति की तरह है। इससे देश के ऐसे गांव और दूर-दराज़ इलाके भी इंटरनेट से जुड़ सकेंगे, जहां अब तक कनेक्टिविटी नहीं पहुंची थी। यह पहल 'डिजिटल इंडिया' मिशन को मजबूत बनाएगी और शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार जैसे कई क्षेत्रों में बड़ा बदलाव ला सकती है।

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