बिहार विधानसभा चुनाव की सियासी सरगर्मी के बीच एनडीए के बड़े घटक दल बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। बीजेपी के विधायक मिश्रीलाल यादव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मिश्रीलाल यादव दरभंगा के अलीनगर सीट से विधायक हैं।
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य की सियासत में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) को एनडीए (NDA) गठबंधन के भीतर एक बड़ा झटका लगा है। दरभंगा जिले के अलीनगर से बीजेपी विधायक मिश्रीलाल यादव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। माना जा रहा है कि वे जल्द ही राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में शामिल हो सकते हैं।
बीजेपी को चुनाव से पहले बड़ा झटका
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले मिश्रीलाल यादव का बीजेपी से इस्तीफा पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। वह नीतीश कुमार की एनडीए सरकार में बीजेपी के सहयोगी चेहरों में से एक थे। हालांकि, पिछले कुछ महीनों से उनके पार्टी नेतृत्व से मतभेद की खबरें लगातार सामने आ रही थीं।सूत्रों के अनुसार, मिश्रीलाल यादव ने पार्टी की राज्य इकाई को अपना त्यागपत्र सौंप दिया है और जल्द ही पटना में आरजेडी प्रमुख तेजस्वी यादव की मौजूदगी में औपचारिक रूप से पार्टी जॉइन कर सकते हैं।
मिश्रीलाल यादव ने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के टिकट पर अलीनगर सीट से जीत हासिल की थी। चुनाव के बाद उन्होंने वीआईपी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। बीजेपी में आने के बाद उन्होंने पार्टी के कई मंचों पर सक्रियता दिखाई, लेकिन संगठन के वरिष्ठ नेताओं से उनके संबंध अच्छे नहीं रहे। पार्टी में रहते हुए उन पर “विभागीय अनुशासनहीनता” और “पार्टी विरोधी गतिविधियों” में शामिल होने के आरोप लगते रहे हैं।
टिकट कटने की आशंका से बढ़ी बेचैनी
सूत्रों का कहना है कि इस बार विधानसभा चुनाव में अलीनगर सीट पर बीजेपी ने नए उम्मीदवार को मौका देने का मन बना लिया था। ऐसे में यादव का टिकट कटना लगभग तय माना जा रहा था। पार्टी के अंदर टिकट बंटवारे को लेकर बढ़ती असंतोष की स्थिति को देखते हुए मिश्रीलाल यादव ने खुद को राजनीतिक रूप से “सुरक्षित” करने के लिए नए विकल्प तलाशने शुरू कर दिए। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि “टिकट कटने की संभावना ने ही यादव को बीजेपी छोड़ने के लिए प्रेरित किया।”
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि मिश्रीलाल यादव अब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं। आरजेडी फिलहाल राज्य में विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी है और तेजस्वी यादव इसे 2025 में सत्ता में वापसी का अवसर मान रहे हैं। आरजेडी सूत्रों के अनुसार, मिश्रीलाल यादव के पार्टी में शामिल होने से दरभंगा और मिथिलांचल क्षेत्र में आरजेडी को जातीय और संगठनात्मक मजबूती मिलेगी। हालांकि, पार्टी की ओर से इस पर अभी आधिकारिक बयान नहीं आया है।