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बिहार चुनाव: PK ने मांझी को दिया झटका, कई हम नेता जसुपा में हुए शामिल

बिहार चुनाव: PK ने मांझी को दिया झटका, कई हम नेता जसुपा में हुए शामिल

बिहार चुनाव से पहले कई हम नेता Jasupa में शामिल हुए। PK ने उनका स्वागत किया। मांझी की पार्टी अब परिवार तक सिमटी नजर आती है। नए नेताओं का फोकस युवाओं और बच्चों के भविष्य पर केंद्रित है।

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। गया जिले से आए हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के कई नेताओं ने जन सुराज पार्टी (जसुपा) की सदस्यता लेकर बड़ा राजनीतिक झटका दिया है। इस अवसर पर पार्टी के संरक्षक प्रशांत किशोर ने पीला गमछा ओढ़ाकर नेताओं का स्वागत किया और उनका अभिनंदन किया।

जीतनराम मांझी की पार्टी परिवार तक सिमटी

हमारे सूत्रों के अनुसार, जसुपा में शामिल हुए नेताओं का कहना है कि जीतनराम मांझी की पार्टी परिवार और निकट संबंधियों तक ही सीमित रह गई है। इससे पार्टी का जनाधार कमजोर हुआ है और उसके राजनीतिक प्रभाव में कमी आई है। नेताओं ने स्पष्ट किया कि अब वे प्रशांत किशोर के साथ बिहार के बच्चों और युवाओं के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए काम करेंगे।

जसुपा में शामिल हुए प्रमुख नेता

जसुपा में शामिल हुए नेताओं में हम के एससी-एसटी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश्वर मांझी, राष्ट्रीय महासचिव डॉ. शशि यादव, प्रदेश महासचिव लक्ष्मण मांझी, प्रदेश सचिव राकेश कुमार सिंह, प्रदेश युवा सचिव सुनील चंद्रवंशी और जिला परिषद सदस्य पार्वती देवी शामिल हैं। इसके अलावा गणेश मांझी भी जसुपा में शामिल हुए हैं।

डॉ. शशि यादव ने कहा कि बिहार अब बदलाव की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पहले हम लोग दूसरे के बेटे-बेटी और बहू को मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायक बनाने के लिए काम करते आए हैं। अब प्रशांत किशोर की रणनीति और विचारधारा के अनुसार हम लोग अपने बच्चों और युवाओं का भविष्य बदलने के लिए काम करेंगे।

राजेश्वर मांझी का बयान

राजेश्वर मांझी ने कहा कि प्रशांत किशोर की विचारधारा गरीबों और पिछड़े वर्ग के लिए है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिहार में बदलाव की दिशा में कार्य करना आवश्यक है और इसीलिए वे जसुपा के साथ आए हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने कई बार मांझी से कहा कि पार्टी भटक गई है, लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई।

मांझी पर आरोप

जसुपा में आए नेताओं ने मांझी पर आरोप लगाया कि वे अब केवल पूंजीपतियों और अपने परिवार के साथ ही जुड़े हैं। इससे पार्टी का मूल उद्देश्य और जनता के बीच उसका प्रभाव कमजोर हुआ है। लक्ष्मण मांझी ने कहा कि प्रशांत किशोर की विचारधारा युवाओं के विकास के लिए प्रेरक है।

हम का मतलब अब परिवार नहीं

जसुपा पार्टी पहली ऐसी पार्टी है जो बिहार के बच्चों और युवाओं का पलायन रोकने और उन्हें आगे बढ़ाने पर केंद्रित है। अब हम का मतलब केवल जीतनराम मांझी, संतोष मांझी और ज्योति मांझी नहीं है। पार्टी का दृष्टिकोण समाज के कमजोर वर्गों और युवाओं के कल्याण पर केंद्रित है।

पार्वती देवी का बयान

जिला परिषद सदस्य पार्वती देवी ने कहा कि हम लोग मांझी के रवैये से बहुत निराश हो गए हैं। अब उन्हें केवल अपना परिवार दिखता है और आम जनता के हित की प्राथमिकता नहीं है। इसलिए उन्होंने Jasupa के साथ चलने का निर्णय लिया।

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