Columbus

Bihar Elections 2025: तेजस्वी यादव की 'बिहार अधिकार यात्रा', 5 दिन में 11 जिलों में करेंगे जनसंपर्क

Bihar Elections 2025: तेजस्वी यादव की 'बिहार अधिकार यात्रा', 5 दिन में 11 जिलों में करेंगे जनसंपर्क

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ 'वोट अधिकार यात्रा' पूरी करने के बाद, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव अब एक नई यात्रा पर निकलने वाले हैं। वह 'बिहार अधिकार यात्रा' के माध्यम से लोगों से सीधे संवाद करेंगे।

पटना: बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं। इस कड़ी में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव एक नई यात्रा पर निकलने वाले हैं, जिसे उन्होंने 'बिहार अधिकार यात्रा' नाम दिया है। यह यात्रा 16 सितंबर से शुरू होकर 20 सितंबर तक चलेगी और बिहार के कुल 11 जिलों से होकर गुजरेगी। राजनीतिक विशेषज्ञ इसे आगामी चुनाव में आरजेडी की रणनीति और विपक्ष की ताकत दिखाने के तौर पर देख रहे हैं।

यात्रा का रूट और कार्यक्रम

जानकारी के मुताबिक, तेजस्वी यादव की यात्रा जहानाबाद से शुरू होकर वैशाली में समाप्त होगी। यात्रा के दौरान ये जिले शामिल होंगे:

  • जहानाबाद
  • नालंदा
  • पटना
  • बेगूसराय
  • खगड़िया
  • मधेपुरा
  • सहरसा
  • सुपौल
  • समस्तीपुर
  • उजियारपुर
  • वैशाली

यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव महागठबंधन का चुनावी एजेंडा जनता के सामने रखेंगे। इसके अलावा वह बिहार और केंद्र सरकार की वादा खिलाफी को लेकर जनता के बीच मुद्दे उठाएंगे और यह बताएंगे कि किस तरह राज्य और केंद्र की नीतियों ने आम लोगों को प्रभावित किया।

यात्रा के दौरान तेजस्वी अपने कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं से भी संवाद करेंगे। प्रत्येक जिले में सभी विधायकों, सांसदों, जिला अध्यक्षों और पदाधिकारियों को यात्रा की तैयारी करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, SIR (Special Issue Resolution) और अन्य सामाजिक व विकासात्मक मुद्दों को भी जनता के बीच उठाया जाएगा।

पिछली यात्रा का अनुभव 

तेजस्वी यादव इससे पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ मिलकर 'वोटर अधिकार यात्रा' निकाल चुके हैं। उस यात्रा का उद्देश्य वोटर लिस्ट पुनरीक्षण अभियान के खिलाफ जनता का समर्थन जुटाना था। राजनीतिक जानकारों के अनुसार, यह अभियान काफी हद तक सफल रहा था और इसने आरजेडी की जनसंपर्क क्षमता को मजबूत किया।

इसी सफलता को ध्यान में रखते हुए तेजस्वी यादव ने अकेले ही 'बिहार अधिकार यात्रा' का निर्णय लिया है। इस बार वह सिर्फ पार्टी नेताओं के साथ नहीं, बल्कि सीधे जनता से जुड़कर उनके मुद्दों और जरूरतों को सामने लाएंगे।

यात्रा का महत्व और विपक्ष की रणनीति

आरजेडी का कहना है कि यह यात्रा सिर्फ चुनावी प्रचार का माध्यम नहीं, बल्कि बिहार की जनता के असली मुद्दों को सामने लाने और विपक्ष की ताकत दिखाने का जरिया है। इस यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव:

  • बिहार के नागरिकों से सीधा संवाद करेंगे।
  • जनता के फीडबैक के आधार पर नए चुनावी मुद्दे तैयार करेंगे।
  • विपक्षी दलों की संगठित ताकत को दिखाने का प्रयास करेंगे।
  • केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों पर समीक्षा और आलोचना करेंगे।

यात्रा के दौरान जनता की सहभागिता और समर्थन यह तय करेगा कि आरजेडी आगामी चुनाव में किस हद तक प्रभावी भूमिका निभा सकती है।

Leave a comment