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Bihar Politics: तेजस्वी यादव होंगे बिहार महागठबंधन के CM उम्मीदवार, चुनाव को लेकर संजय यादव ने दिया बड़ा बयान

Bihar Politics: तेजस्वी यादव होंगे बिहार महागठबंधन के CM उम्मीदवार, चुनाव को लेकर संजय यादव ने दिया बड़ा बयान

बिहार में राजद सांसद संजय यादव ने कहा तेजस्वी यादव ही CM पद के एकमात्र उम्मीदवार हैं। बिहार अधिकार यात्रा में जनता का रुख बदलाव का संदेश दे रहा है। 

Bihar Politics: बिहार में राजद (RJD) के भीतर मुख्यमंत्री पद को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान सामने आया है। राजद सांसद संजय यादव ने साफ कर दिया कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के लिए एकमात्र चेहरा तेजस्वी यादव हैं। संजय यादव ने कहा कि चाहे कांग्रेस पार्टी सहमत हो या नहीं, बिहार की जनता ने तेजस्वी यादव को स्वीकार कर लिया है। उनके अनुसार, तेजस्वी अब पीछे हट नहीं सकते क्योंकि जनता ने उन्हें सिर आंखों पर बिठा लिया है।

संजय यादव ने बताया कि महागठबंधन में सीटों के समझौते पर बातचीत सकारात्मक दिशा में चल रही है। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि इस पर सार्वजनिक रूप से कोई बयान नहीं दिया जाएगा। उनका कहना था कि यह मुद्दा सिर्फ महागठबंधन के भीतर हल किया जा रहा है, जबकि विपक्षी गठबंधन एनडीए में सीट शेयरिंग के लिए अलग दिशा में विचार कर रहा है।

बिहार अधिकार यात्रा: जनता से सीधा संवाद

विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को बिहार अधिकार यात्रा (Bihar Adhikar Yatra) की शुरुआत धनरुआ और पुनपुन से की। यात्रा का उद्देश्य जनता से सीधे संवाद करना और मौजूदा सरकार की विफलताओं पर ध्यान आकर्षित करना था। तेजस्वी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि सरकार को बदलिए और बेरोजगारी, महंगाई और अन्य सामाजिक मुद्दों को नजरअंदाज न किया जाए।

यात्रा की शुरुआत धनरुआ के पटना-गया फोरलेन के नदवां बाजार, सरवां गुमटी और सकरपुरा मोड़ से हुई। तेजस्वी ने जनता को आश्वस्त किया कि राजद जनता के लिए प्रतिबद्ध है और उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता होगी।

रेखा देवी के विरोध के बीच मंच खाली रहा

यात्रा के दौरान सरवां गुमटी में कार्यकर्ताओं ने वर्तमान विधायक रेखा देवी के खिलाफ विरोध जताया। राजद कार्यकर्ताओं ने मुख्य सड़क पर लेटकर "रेखा हटाओ, मसौढ़ी बचाओ" के नारे लगाए। भारी विरोध के कारण तेजस्वी यादव गाड़ी से नीचे नहीं उतर सके और मंच खाली रह गया। योजना के मुताबिक, सरवां गुमटी के पास मंच से जनता को संबोधित करना था, लेकिन कार्यकर्ताओं के आक्रोश को देखते हुए तेजस्वी वहां नहीं उतरे।

रेखा देवी का विरोध नदवा, सकरपुरा और दमड़ीचक जैसे कई क्षेत्रों में हुआ। धनरुआ प्रखण्ड के उप प्रमुख राजकिशोर प्रसाद के शामिल होने से विरोध का स्वर और मजबूत हो गया। मौके पर राजद के वरिष्ठ नेता धन्नी यादव, उपप्रमुख प्रेम कुमार, जिला परिषद सदस्य चंदन यादव, बबलू मिश्रा, पिंटू यादव, नीतीश कुमार और उर्मिला देवी मौजूद रहे।

वोटर अधिकार यात्रा से जनता का संदेश

संजय यादव ने कहा कि बिहार अधिकार यात्रा के दौरान जनता के रुख से बदलाव की आहट मिल रही है। उन्होंने माना कि यह संकेत एनडीए के लोग शायद नहीं सुन पा रहे हैं या फिर इसे जानबूझकर अनदेखा कर रहे हैं। उनका मानना है कि जनता अपने अधिकारों के लिए सचेत है और राजद इस संदेश को आगे बढ़ा रही है।

संजय ने कहा कि वोटर अधिकार यात्रा के प्रति जनता की प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि तेजस्वी यादव का नेतृत्व लोगों के बीच मजबूत है। इस यात्रा के माध्यम से सरकार और राजनीतिक दल जनता के मुद्दों और अपेक्षाओं को बेहतर समझ सकेंगे।

सीट समझौते और महागठबंधन की स्थिति

संजय यादव ने सीट समझौते के सवाल पर कहा कि बातचीत सकारात्मक दिशा में चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन के भीतर मुख्यमंत्री पद का निर्णय केवल तेजस्वी यादव के पक्ष में है। उनके अनुसार, बिहार में मुख्यमंत्री के लिए तेजस्वी जैसा चेहरा किसी अन्य दल के पास नहीं है।

संजय ने स्पष्ट किया कि महागठबंधन में किसी भी तरह के "किंतु-परंतु" नहीं हैं। तेजस्वी अब पीछे हट नहीं सकते और जनता ने उन्हें स्वीकार कर लिया है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि किसी भी विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत जारी है और सीटों का वितरण उचित प्रक्रिया के तहत किया जाएगा।

सरकार की विफलताओं पर तेजस्वी का फोकस

तेजस्वी यादव ने यात्रा के दौरान मौजूदा सरकार की विफलताओं पर जनता का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार कई मोर्चों पर असफल रही है। उन्होंने बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक न्याय के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया।

तेजस्वी ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे जनता के बीच जाकर सरकार की विफलताओं के बारे में जागरूकता फैलाएं और लोगों को यह संदेश दें कि बदलाव आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बिहार में विकास और जनता की भलाई ही प्रमुख उद्देश्य होना चाहिए।

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