लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी 17 अगस्त से बिहार के 30 जिलों में तीन चरणों में मतदाता अधिकार यात्रा शुरू करेंगे। यह यात्रा जनता को उनके अधिकारों और स्थानीय मुद्दों के प्रति जागरूक करने के लिए आयोजित की जा रही है।
Patna: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी 17 अगस्त से बिहार के 30 जिलों में तीन चरणों में ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ शुरू करेंगे। यह यात्रा मूल रूप से 10 अगस्त को शुरू होने वाली थी, लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नेता शिबू सोरेन के निधन के कारण एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दी गई थी। अब यह यात्रा 17 अगस्त से शुरू होगी और इसका उद्देश्य मतदाताओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
यात्रा का शुभारंभ और प्रमुख स्थान
राहुल गांधी अपनी यात्रा रोहतास के जिला मुख्यालय सासाराम से शुरू कर सकते हैं। इस दौरान, यात्रा के विभिन्न स्थानों पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता और महागठबंधन के नेता भी उनके साथ शामिल हो सकते हैं। राज्य कांग्रेस के नेताओं ने बताया कि यात्रा के दौरान गांधी और महागठबंधन के नेता बिहार के मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision-SIR), बिगड़ती कानून-व्यवस्था, बेरोजगारी और श्रमिकों के पलायन जैसे मुद्दों को जनता के सामने उठाएंगे।
महागठबंधन के नेता और कांग्रेस के सहयोगी
इस यात्रा में राहुल गांधी के साथ बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता एवं केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के शामिल होने की संभावना है। प्रियंका गांधी ने पहले ही 4 अगस्त को एसआईआर को बहुत बड़ा मुद्दा बताते हुए सरकार से चर्चा की अपील की थी।
तीन चरणों में यात्रा का कार्यक्रम
राज्य कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी एमएलसी प्रेम चंद्र मिश्रा के अनुसार, यह यात्रा लगभग 13-14 दिनों की होगी और इसे तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। यात्रा का पूरा कार्यक्रम निम्नानुसार है:
- 17 अगस्त : रोहतास
- 18 अगस्त : औरंगाबाद
- 19 अगस्त : गया, नालंदा
- 21 अगस्त : शेखपुरा, लखीसराय
- 22 अगस्त : मुंगेर, भागलपुर
- 23 अगस्त : कटिहार
- 24 अगस्त : पूर्णिया, अररिया
- 26 अगस्त : सुपौल, मधुबनी
- 27 अगस्त : दरभंगा, मुजफ्फरपुर
- 28 अगस्त : सीतामढ़ी, मोतिहारी
- 29 अगस्त : बेतिया, गोपालगंज, सिवान
- 30 अगस्त : छपरा, आरा
- 1 सितंबर : पटना (समापन)
यात्रा के मुख्य उद्देश्य
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य मतदाताओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि बिहार में मतदाता सूची का हालिया गहन पुनरीक्षण महत्वपूर्ण मुद्दा है और इसे लेकर जनता में कई प्रश्न हैं। इसके अलावा, कानून-व्यवस्था, बेरोजगारी और श्रमिकों का पलायन जैसे मुद्दे भी जनता के सामने लाए जाएंगे।