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ब्रेस्ट कैंसर का पहला संकेत, समय रहते पहचानना क्यों है जरूरी

ब्रेस्ट कैंसर का पहला संकेत, समय रहते पहचानना क्यों है जरूरी

ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसर है, लेकिन शुरुआती लक्षण पहचानकर इससे बचाव और इलाज संभव है। इसका पहला लक्षण अक्सर स्तन में गांठ या लम्प होता है। इसके अलावा सूजन, शेप में बदलाव, दर्द, डिस्चार्ज और त्वचा में असामान्य परिवर्तन भी चेतावनी संकेत हैं। समय पर जांच बेहद जरूरी है।

Breast Cancer First Symptoms: स्तन कैंसर दुनिया भर में महिलाओं में सबसे अधिक पाए जाने वाले कैंसरों में से एक है और भारत में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इसका सबसे पहला और सामान्य लक्षण स्तन में नई गांठ या मास का बनना है। हालांकि सभी गांठें कैंसर नहीं होतीं, लेकिन अनियमित किनारों वाली कठोर गांठें गंभीर संकेत हो सकती हैं। इसके अलावा स्तन के आकार, त्वचा और बनावट में बदलाव, दर्द, लालिमा, असामान्य डिस्चार्ज या बगल व कॉलर बोन में सूजन भी इसके लक्षण हो सकते हैं। शुरुआती पहचान से इलाज की सफलता काफी बढ़ जाती है।

पहला लक्षण होता है गांठ या लम्प

विशेषज्ञों के अनुसार ब्रेस्ट कैंसर का सबसे पहला और सबसे सामान्य लक्षण एक नई गांठ या लम्प का बनना है। यह गांठ बिना दर्द के हो सकती है और इसका आकार हार्ड मांस की तरह होता है। इसके किनारे अनियमित दिखाई दे सकते हैं। आमतौर पर इसे ही कैंसर का सबसे शुरुआती संकेत माना जाता है। हालांकि यह जरूरी नहीं है कि हर गांठ कैंसर हो। कई बार ये गांठें साधारण कारणों से भी बन सकती हैं। फिर भी अगर ब्रेस्ट में नई गांठ महसूस हो तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

ब्रेस्ट की स्किन और शेप में बदलाव

ब्रेस्ट की स्किन अगर अचानक लाल होने लगे, बहुत ज्यादा सूखने लगे या परत जैसी दिखने लगे तो यह खतरे की घंटी हो सकती है। कई बार स्किन मोटी पड़ जाती है या उस पर दाने जैसे निशान बनने लगते हैं। इसके साथ ही अगर ब्रेस्ट की शेप में बदलाव आने लगे तो सतर्क हो जाना चाहिए। कैंसर की वजह से ब्रेस्ट का साइज असमान हो सकता है या उसमें डिंपल जैसा गड्ढा नजर आने लगता है।

ब्रेस्ट के आसपास सूजन

अगर ब्रेस्ट के आसपास अचानक सूजन आ जाए और कोई गांठ न दिखे तो भी यह ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण हो सकता है। सूजन अक्सर ब्रेस्ट के ऊपरी हिस्से या बगल के पास दिखाई देती है। कई महिलाओं को इस शुरुआती संकेत की जानकारी नहीं होती और वे इसे सामान्य समझकर नजरअंदाज कर देती हैं।

ब्रेस्ट को छूने पर दर्द

कई बार ब्रेस्ट कैंसर में लक्षण गांठ या स्किन के बदलाव के रूप में न दिखकर दर्द के रूप में सामने आते हैं। अगर ब्रेस्ट को छूने पर लगातार दर्द हो रहा है या हल्की सी भी दबाव में तकलीफ महसूस हो रही है तो यह गंभीर संकेत हो सकता है।

असामान्य डिस्चार्ज

अगर ब्रेस्ट से किसी भी तरह का असामान्य डिस्चार्ज हो रहा है, जैसे खून या दूध जैसा तरल पदार्थ, तो इसे बिल्कुल भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। यह ब्रेस्ट कैंसर का एक बड़ा लक्षण माना जाता है।

बगल और कॉलर बोन के पास सूजन

ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती दौर में बगल यानी अंडर आर्म या कॉलर बोन के आसपास सूजन दिखाई दे सकती है। यहां लिम्फ नोड्स मौजूद होते हैं जो कैंसर की वजह से सूज सकते हैं। कई बार इस सूजन के साथ हल्का दर्द भी महसूस होता है।

सेल्फ एग्जामिन क्यों है जरूरी

डॉक्टरों का कहना है कि महिलाएं अगर समय-समय पर खुद अपने ब्रेस्ट को दबाकर और ध्यान से देखकर जांच करें तो शुरुआती लक्षण आसानी से पकड़े जा सकते हैं। इसे सेल्फ एग्जामिन कहा जाता है। इससे छोटी सी गांठ, स्किन में बदलाव या सूजन जैसे संकेतों को शुरुआत में ही समझा जा सकता है।

जल्दी पहचान से बढ़ती है बचने की संभावना

विशेषज्ञों का कहना है कि ब्रेस्ट कैंसर का जितनी जल्दी पता लग जाता है, इलाज उतना ही सफल होता है। शुरुआती स्टेज पर इसे कंट्रोल करना और ठीक करना आसान होता है। यही वजह है कि लक्षणों को जानना और समय पर पहचानना बेहद अहम है।

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