भोपाल से जबलपुर तक हड़कंप मचाने वाले बरगी डैम में लीकेज की खबर झूठी साबित हुई। विशेषज्ञों ने जांच के बाद कहा कि डैम पूरी तरह सुरक्षित है और वायरल वीडियो केवल डक्ट का हिस्सा है, कोई खतरा नहीं है।
जबलपुर: सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने भोपाल से दिल्ली तक हड़कंप मचा दिया। वीडियो में दावा किया जा रहा था कि बरगी डैम में लीकेज हो गया है। यह खबर फैलते ही उच्च अधिकारियों की टीमें मौके पर पहुंचीं और जांच शुरू कर दी। जांच में यह सामने आया कि डैम पूरी तरह सुरक्षित है और वायरल वीडियो में दिखाया गया हिस्सा डैम की दीवार नहीं बल्कि एक डक्ट है, जो पानी के प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए बनाया गया है।
वायरल वीडियो से बरगी डैम में लीकेज की अफवाह फैल गई
सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो दावा कर रहा था कि बरगी डैम की दीवार में रिसाव आ गया है। वीडियो के चलते भोपाल और दिल्ली तक अधिकारियों में अलर्ट घोषित कर दिया गया और अफसर रेस पर थे। वीडियो देखकर लोगों में अनहोनी की आशंका पैदा हो गई और डैम के आसपास चिंता फैल गई।
जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने तुरंत जांच के आदेश दिए। नहर विकास प्राधिकरण (एनवीडीए) की टीम उसी समय रूटीन जांच के लिए वहां मौजूद थी। कलेक्टर के निर्देश पर टीम ने तत्काल बरगी डैम पहुंचकर डैम की संरचना और सुरक्षा का निरीक्षण किया।
जांच के बाद डैम पूरी तरह सुरक्षित
जांच के बाद एनवीडीए के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि डैम पूरी तरह सुरक्षित है। वायरल वीडियो में दिखाया गया हिस्सा डैम की दीवार नहीं, बल्कि डक्ट का हिस्सा है। यह डक्ट पानी के दबाव को कम करने और जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए बनाया गया है। डैम के मुख्य कंक्रीट स्ट्रक्चर में किसी भी प्रकार का लीकेज या क्षति नहीं पाई गई।
विशेषज्ञों ने कहा कि डैम के कुल 37 ब्लॉकों में से कुछ ब्लॉकों की रबर सील में मामूली रिसाव पाया गया, जिसे सामान्य घटना और पहले भी हो चुकी घटना माना जाता है। विशेषज्ञ दल में नेशनल डैम सेफ्टी अथॉरिटी के कंसलटेंट यू.एस. विद्यार्थी, सेंट्रल वाटर कमीशन के डायरेक्टर कय्यूम मोहम्मद, एनवीडीए के मेंबर इंजीनियरिंग, जल संसाधन विभाग के ईएनसी विनोद देवड़ा और चीफ इंजीनियर बोधी शामिल थे।
पहले भी वायरल हो चुका था वीडियो
यह पहली बार नहीं है जब यह वीडियो वायरल हुआ है। लगभग एक साल पहले भी इसी वीडियो के जरिए दावा किया गया था कि डैम में रिसाव हो रहा है। तब भी अधिकारियों ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा था कि वीडियो डैम की दीवार का नहीं है।
सोशल मीडिया पर यह वीडियो बार-बार शेयर किया जा रहा है और लोगों को भयभीत करने की कोशिश की जा रही है। अधिकारियों ने जनता से अपील की कि वे केवल आधिकारिक सूचनाओं और विशेषज्ञों के बयान पर भरोसा करें। अफवाहों पर विश्वास करने से केवल अनावश्यक डर और हड़कंप फैलता है।
भोपाल से दिल्ली तक मच गया हड़कंप
डैम में लीकेज की अफवाह सुनते ही भोपाल से लेकर दिल्ली तक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। विशेषज्ञों और प्रशासन ने तत्काल जांच के लिए टीम भेजी। अगर यह दावा सही होता तो डैम के आसपास व्यापक तबाही हो सकती थी। लेकिन मौके पर जाकर विशेषज्ञों ने डैम का निरीक्षण किया और स्थिति पूरी तरह सुरक्षित पाई।
डैम की संरचना मजबूत है और किसी भी प्रकार की आपात स्थिति के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल तैयार हैं। आम लोगों से अपील की गई कि वे अफवाहों से डरने की बजाय मौसम और जलस्तर की वास्तविक जानकारी अधिकारियों से लें।