Central bank: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने बीमा क्षेत्र में बड़ी हिस्सेदारी खरीदकर निवेशकों को चौंका दिया है। बैंक ने फ्यूचर जनरली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड में 24.91 प्रतिशत और फ्यूचर जनरली इंडिया लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड में 25.18 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है। इस अधिग्रहण के बाद बैंक अब बीमा कारोबार में भी अपनी पैठ मजबूत करने की दिशा में एक और कदम बढ़ा चुका है।
जनरली ग्रुप से हुआ बड़ा समझौता
यह सौदा इटली की प्रमुख बीमा कंपनी जनरली ग्रुप के साथ हुआ है, जिसने इन दोनों कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी सेंट्रल बैंक को बेची है। इस अधिग्रहण में सिर्फ शेयर खरीदारी नहीं हुई, बल्कि इसके साथ-साथ शेयर होल्डिंग एग्रीमेंट, ट्रेडमार्क लाइसेंसिंग और डिस्ट्रीब्यूशन एग्रीमेंट पर भी बात बनी है। इसका मतलब है कि यह डील सिर्फ इक्विटी के लेनदेन तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसमें ब्रांड और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को लेकर भी अहम करार शामिल हैं।
आरबीआई की मंजूरी से बनी बात
किसी भी बड़े अधिग्रहण या साझेदारी के लिए नियामकीय मंजूरियां जरूरी होती हैं। इस मामले में भी बैंक ने सभी जरूरी प्रक्रियाएं पूरी की हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने इस अधिग्रहण को अपनी मंजूरी दे दी है। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि डील पूरी तरह से नियमों के तहत हुई है और नियामकीय दृष्टिकोण से इसमें कोई अड़चन नहीं बची।
ग्रामीण से लेकर शहरी इलाकों तक बीमा सेवा का विस्तार
इस डील के साथ ही सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को अब बीमा क्षेत्र में गहराई से उतरने का मौका मिलेगा। देश में बीमा क्षेत्र में तेजी से विस्तार हो रहा है, खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां अब तक बीमा की पहुंच कम थी। सेंट्रल बैंक की देशभर में 4500 से अधिक शाखाएं हैं और 20 हजार से ज्यादा कस्टमर टच पॉइंट हैं, जिनका इस्तेमाल अब बीमा उत्पादों की बिक्री में भी किया जा सकेगा। इससे बैंक की आमदनी बढ़ने के साथ-साथ बीमा सेवा का दायरा भी फैलेगा।
बीमा बाजार में बन रहा है बड़ा अवसर
भारत का बीमा बाजार पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ा है। सरकार की नीतियों और लोगों में बढ़ती बीमा जागरूकता के कारण अब यह क्षेत्र निवेश और विस्तार के लिए आकर्षक बनता जा रहा है। ऐसे में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया जैसे बड़े पीएसयू बैंक का इसमें उतरना बताता है कि अब सरकारी बैंक भी सिर्फ पारंपरिक बैंकिंग तक सीमित नहीं रहना चाहते, बल्कि वित्तीय सेवाओं के दूसरे आयामों में भी सक्रिय भूमिका निभाना चाहते हैं।
बाजार में शेयर का प्रदर्शन
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का शेयर शुक्रवार को 1.19 प्रतिशत की तेजी के साथ 39 रुपये पर बंद हुआ था। जानकारों के मुताबिक, सोमवार को इस अधिग्रहण की खबर का असर शेयर बाजार में देखने को मिल सकता है। निवेशकों को उम्मीद है कि बीमा क्षेत्र में प्रवेश से बैंक की आय में विविधता आएगी और यह दीर्घकालिक रूप से मुनाफा बढ़ाने में मदद करेगा।
बैंक की मौजूदा स्थिति और नेटवर्क
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया एक प्रतिष्ठित सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है। इसका कुल मार्केट कैप 35 हजार करोड़ रुपये से अधिक है। देशभर में फैले इसके ब्रांच नेटवर्क और डिजिटल सेवाओं के चलते यह बैंकिंग सुविधा को गांव से शहर तक पहुंचाने में सफल रहा है। अब बीमा क्षेत्र में कदम रखकर बैंक अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को और विस्तार दे रहा है।
डिस्ट्रीब्यूशन चैनल को मिलेगा मजबूती का आधार
बैंक के पास पहले से ही एक मजबूत ग्राहक आधार और वितरण नेटवर्क है। अब बीमा सेवाएं इसी नेटवर्क के माध्यम से ग्रामीण और शहरी ग्राहकों तक पहुंच सकेंगी। बैंक को अब क्रॉस-सेलिंग यानी अपने मौजूदा ग्राहकों को बैंकिंग के साथ बीमा उत्पाद बेचने का अवसर मिलेगा। इससे बैंक की नॉन-इंटरेस्ट इनकम यानी गैर-ब्याज आधारित आमदनी में इजाफा होगा।
बीमा विस्तार के साथ नए बिजनेस मॉडल की संभावना
इस अधिग्रहण के साथ सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के सामने अब बीमा के जरिए अलग-अलग बिजनेस मॉडल को अपनाने की संभावना बढ़ गई है। खासकर ग्रामीण भारत में माइक्रो इंश्योरेंस जैसे उत्पादों को बढ़ावा देकर बैंक सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से भी जुड़ सकता है।
सोमवार को बाजार की नजरें रहेंगी शेयर पर
शेयर बाजार में निवेशक इस अधिग्रहण की खबर को बड़े घटनाक्रम के रूप में देख रहे हैं। सोमवार को सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शेयर पर बाजार की नजरें टिक सकती हैं। अगर निवेशकों की प्रतिक्रिया सकारात्मक रही तो शेयर में तेजी देखी जा सकती है।