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Gold Silver price: रिकॉर्ड दामों पर भी सोना-चांदी की जबरदस्त खरीदारी, दिवाली से पहले सितंबर में बना नया रिकार्ड

Gold Silver price: रिकॉर्ड दामों पर भी सोना-चांदी की जबरदस्त खरीदारी, दिवाली से पहले सितंबर में बना नया रिकार्ड

भारत में सोना और चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बावजूद सितंबर में डिमांड दोगुनी हो गई। त्योहारों से पहले बैंकों और ज्वैलर्स ने भारी स्टॉकिंग की। गोल्ड ₹1,16,900 प्रति 10 ग्राम और सिल्वर ₹1,44,330 प्रति किलो के रिकॉर्ड लेवल पर ट्रेड हुए। अक्टूबर में दिवाली से पहले खरीदारी और बढ़ने की संभावना है।

Gold Silver price: भारत में सितंबर 2025 में सोना और चांदी की खरीदारी रिकॉर्ड स्तर पर रही, जबकि कीमतें ऐतिहासिक ऊँचाई पर थीं। बैंकों और ज्वैलर्स ने त्योहारों से पहले स्टॉकिंग तेज कर दी, जिससे आयात अगस्त के मुकाबले लगभग दोगुना हो गया। मंगलवार को गोल्ड ₹1,16,900 प्रति 10 ग्राम और सिल्वर ₹1,44,330 प्रति किलो पर ट्रेड हुआ। एक्सपर्ट्स का मानना है कि दिवाली के चलते अक्टूबर में भी डिमांड उच्च बनी रहेगी, हालांकि इससे रुपये और ट्रेड बैलेंस पर दबाव बढ़ सकता है।

त्योहारों से पहले इंपोर्ट में तेजी

सप्ताहों पहले बैंकों और ज्वैलर्स ने सोना और चांदी की स्टॉकिंग शुरू कर दी थी। दरअसल, सरकार हर पंद्रह दिन में सोना-चांदी के बेस इंपोर्ट प्राइस में बदलाव करती है, जिस पर ड्यूटी कैलकुलेट होती है। कीमतों में हालिया तेजी को देखते हुए इंपोर्टर्स ने अगस्त और सितंबर में तेजी से क्लियरेंस की।

एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि पिछले दो हफ्तों में जितना गोल्ड कस्टम क्लियर हुआ है, वह कई सालों में सबसे ज्यादा रहा। महीने के आखिरी दिन और अधिक क्लियरेंस होने की उम्मीद है। इससे यह संकेत मिलता है कि बाजार में खरीदारी का रुझान और मजबूत है।

अगस्त में भारत का सोना और चांदी आयात

अगस्त में भारत ने 64.17 टन सोना आयात किया, जिस पर करीब 5.4 बिलियन डॉलर खर्च हुए। वहीं, चांदी का आयात 410.8 टन रहा, जिसकी कीमत 451.6 मिलियन डॉलर रही। सितंबर का आधिकारिक डेटा मिड-अक्टूबर में आएगा, लेकिन शुरुआती संकेत बताते हैं कि आयात दोगुनी तेजी से बढ़ा है।

विशेषज्ञों का कहना है कि आयात में यह तेजी दिवाली से पहले के खरीदारी के चलते है। ज्वैलर्स ने प्राइस करेक्शन का इंतजार नहीं किया और प्रीमियम चुकाकर भी स्टॉकिंग की। इस सप्ताह भारत में गोल्ड पर घरेलू दामों से प्रति औंस लगभग 8 डॉलर का प्रीमियम चुकाया गया, जिसमें 6 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी और 3 प्रतिशत सेल्स टैक्स शामिल है।

रिकॉर्ड हाई पर गोल्ड और सिल्वर

मंगलवार को भारतीय गोल्ड फ्यूचर्स 1,16,900 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे। वहीं, सिल्वर फ्यूचर्स 1,44,330 रुपये प्रति किलो के ऑल टाइम हाई पर ट्रेड हुए। मुंबई के एक बुलियन बैंक डीलर ने बताया कि ज्वैलर्स अब प्राइस करेक्शन का इंतजार नहीं कर रहे हैं और प्रीमियम चुकाकर भी खरीदारी कर रहे हैं।

इस तेजी के कारण इंपोर्ट बढ़ने से देश के ट्रेड डेफिसिट पर दबाव पड़ सकता है। कमजोर रुपये पर भी इसका असर दिख सकता है। बावजूद इसके, दिवाली और त्योहारों के कारण सोना और चांदी की मांग बरकरार है।

त्योहारों के कारण भारत में मांग में वृद्धि

भारत में सोना और चांदी की खरीदारी जोर पकड़ रही है, वहीं दुनिया के सबसे बड़े गोल्ड कंज्यूमर चीन में डिमांड सुस्त है। वहां डीलर्स ने ग्लोबल बेंचमार्क की तुलना में प्रति औंस 31 से 71 डॉलर तक डिस्काउंट देना शुरू कर दिया है।

विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में घरेलू मांग का रुझान वैश्विक बाजार से अलग है। चीन में धीमी खरीदारी के बावजूद भारत में त्योहारों की वजह से मांग बढ़ रही है।

दिवाली पर सोना-चांदी की मांग

भारत में अक्टूबर में दिवाली आने वाली है। सोना खरीदना इस अवसर पर शुभ माना जाता है। निवेशक और ज्वैलर्स दोनों ही बाजार में सक्रिय हैं। दिवाली से पहले खरीदारी का रुझान हर साल की तरह इस साल भी मजबूत बना हुआ है।

विशेषज्ञ मानते हैं कि दिवाली के समय सोना और चांदी की मांग बाजार में प्राइस सपोर्ट करती है। इसकी वजह से कीमतों में तेजी बनी रहती है, भले ही रुपये और ट्रेड बैलेंस पर इसका दबाव क्यों न बढ़े।

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