1 अक्टूबर 2025 को सोना और चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिली। 10 ग्राम सोना ₹1,16,410 और चांदी ₹1,42,124 प्रति किलोग्राम पर ट्रेड कर रही थी। फेस्टिव सीजन और वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण निवेशक सुरक्षित धातुओं की ओर बढ़े हैं। पिछले 20 सालों में सोना 1200% और चांदी 668% बढ़ चुकी है।
Gold-Silver Price Today: अक्टूबर के पहले दिन भारत में सोना और चांदी के दाम बढ़ गए हैं। 1 अक्टूबर को MCX पर 10 ग्राम सोना ₹1,16,410 और चांदी ₹1,42,124 प्रति किलोग्राम रही। फेस्टिव और शादियों के मौसम में मांग बढ़ने के साथ-साथ वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, अमेरिकी टैरिफ पॉलिसी और केंद्रीय बैंकों की ब्याज दरों ने निवेशकों को सोना-चांदी की ओर मोड़ा है। पिछले 20 साल में सोना 1200% और चांदी 668% तक बढ़ चुकी हैं।
सोने और चांदी की ताजा कीमतें
1 अक्टूबर 2025 को सुबह मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर 10 ग्राम सोना ₹1,16,410 के भाव पर ट्रेड हुआ। वहीं चांदी 1,42,124 रुपए प्रति किलोग्राम दर्ज की गई। भारतीय सर्राफा संघ (IBA) के अनुसार, 24 कैरेट शुद्ध सोने की कीमत ₹1,17,350 प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट की कीमत ₹1,07,571 रही। चांदी की कीमत भी ₹1,42,190 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
प्रमुख शहरों में सोने की कीमतें
सोने के दाम शहरों के अनुसार भी अलग-अलग हैं। चेन्नई में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹1,18,800 और 22 कैरेट ₹1,08,900 रही। मुंबई में 24 कैरेट ₹1,18,640 और 22 कैरेट ₹1,08,750 पर ट्रेड किया गया। दिल्ली में 24 कैरेट ₹1,18,790 और 22 कैरेट ₹1,08,900 थी। कोलकाता, बैंगलोर, हैदराबाद, केरल और पुणे में भी 24 कैरेट सोने की कीमत ₹1,18,640 और 22 कैरेट ₹1,08,750 रही। अहमदाबाद में 24 कैरेट ₹1,18,690 और 22 कैरेट ₹1,08,800 दर्ज की गई।
इन शहरों के रेट्स में ज्वैलरी खरीदते समय मेकिंग चार्ज, GST और अन्य टैक्स के कारण अंतिम कीमत में अंतर हो सकता है।
बीते 20 सालों में सोने की बढ़त
अगर पिछले 20 सालों की बात करें तो साल 2005 में सोना ₹7,638 प्रति 10 ग्राम था। 2025 तक यह ₹1,17,000 के पार पहुंच गया है। इसे करीब 1200 प्रतिशत की बढ़त कहा जा सकता है। पिछले 20 सालों में 16 साल ऐसे रहे जब सोने ने निवेशकों को सकारात्मक रिटर्न दिया। 2025 में अब तक सोने ने 31 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की है, जिससे यह निवेशकों के पोर्टफोलियो में प्रमुख स्थान पर है।
चांदी का प्रदर्शन
सिर्फ सोना ही नहीं, चांदी ने भी निवेशकों को आकर्षित किया है। पिछले कुछ महीनों से चांदी की कीमतें 1 लाख रुपए प्रति किलोग्राम से ऊपर बनी हुई हैं। साल 2005 से 2025 के बीच चांदी ने लगभग 668 प्रतिशत की बढ़त दिखाई है। यह आंकड़ा चांदी को भी एक मजबूत और भरोसेमंद निवेश विकल्प बनाता है।
निवेशकों की पसंद और मांग
फेस्टिव सीजन और शादियों के मौसम में सोने-चांदी की मांग बढ़ जाना सामान्य है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, अमेरिकी टैरिफ पॉलिसी और मध्य-पूर्व के संघर्ष ने निवेशकों को सुरक्षित विकल्पों की ओर मोड़ दिया है। इसी वजह से अक्टूबर 2025 की शुरुआत में सोने और चांदी की कीमतों में तेजी दर्ज की गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सोना और चांदी निवेश के लिए हमेशा से सुरक्षित विकल्प रहे हैं। अस्थिर बाजार और उच्च ब्याज दरों के बीच निवेशक इन धातुओं की ओर रुख करते हैं। इस समय निवेशकों की नजर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों पर बनी हुई है।
फेस्टिव सीजन में खरीदारी
अक्टूबर के महीने में फेस्टिव सीजन और शादियों के कारण सोने-चांदी की मांग में और बढ़ोतरी की संभावना है। ऐसे समय में निवेशक और ज्वैलर्स धातुओं का स्टॉक बढ़ाने की योजना बनाते हैं। इससे न केवल सोने-चांदी की कीमतों पर असर पड़ता है, बल्कि बाजार में ट्रेडिंग वॉल्यूम भी बढ़ जाता है।