NHAI ने छत्तीसगढ़ में रायपुर-विशाखापत्तनम आर्थिक गलियारे की 2.79 किलोमीटर लंबी राष्ट्रीय राजमार्ग सुरंग का निर्माण पूरा कर लिया है। यह राज्य की पहली एनएच सुरंग है। बायीं सुरंग मार्च-अप्रैल 2026 और दायीं सुरंग जुलाई-अगस्त 2026 तक यातायात के लिए खुल जाएगी, जिससे यात्रा समय कम और क्षेत्रीय संपर्क बढ़ेगा।
National Highway Tunnel: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने रायपुर-विशाखापत्तनम आर्थिक गलियारे (NH-130CD) में छत्तीसगढ़ की पहली राष्ट्रीय राजमार्ग सुरंग का निर्माण पूरा कर लिया है। 2.79 किलोमीटर लंबी यह बायीं सुरंग मार्च-अप्रैल 2026 तक और दायीं सुरंग जुलाई-अगस्त 2026 तक यातायात के लिए खुल जाएगी। 464 किलोमीटर लंबा 6-लेन हाईवे यात्रा समय घटाएगा और छत्तीसगढ़, ओडिशा व आंध्र प्रदेश के बीच व्यापार, उद्योग और संपर्क बढ़ाएगा।
सुरंग निर्माण की प्रक्रिया और समयावधि
NHAI के अधिकारियों ने बताया कि सुरंग का निर्माण मात्र 12 महीनों में पूरा किया गया। बायीं दिशा की सुरंग निर्माण का काम पूरा हो चुका है, जबकि दायीं दिशा की सुरंग की खुदाई इस साल के अंत तक पूरी होने की संभावना है। अधिकारियों का कहना है कि बायीं सुरंग मार्च-अप्रैल 2026 तक यातायात के लिए तैयार हो जाएगी। दायीं सुरंग जुलाई-अगस्त 2026 तक पूरी होकर जनता के उपयोग के लिए खोल दी जाएगी।
सुरंग के निर्माण के दौरान आधुनिक तकनीक और सुरक्षा मानकों का विशेष ध्यान रखा गया। पहाड़ियों के नीचे सुरंग बनाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, लेकिन एनएचएआई की टीम ने इसे सफलतापूर्वक पूरा किया। इस सुरंग से न केवल यात्रा समय कम होगा बल्कि सड़क परिवहन की सुरक्षा और सुविधा भी बढ़ेगी।
नेशनल हाईवे-130CD का महत्व
464 किलोमीटर लंबा 6 लेन वाला नेशनल हाईवे-130CD रायपुर और विशाखापत्तनम को जोड़ता है। यह हाईवे छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के बीच व्यापार, उद्योग और संपर्क को बढ़ावा देगा। एनएचएआई के एक अधिकारी ने कहा कि इस हाईवे और सुरंग के बनने से यात्रा का समय काफी कम होगा और क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस सुरंग के बनने से परिवहन लागत कम होगी और औद्योगिक एवं व्यापारिक विकास को नई गति मिलेगी। इसके अलावा, यह हाईवे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा और राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने में मदद करेगा।
NHAI की ऐतिहासिक उपलब्धि
NHAI ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर सुरंग पूरी होने की जानकारी साझा करते हुए इसे ऐतिहासिक उपलब्धि बताया। एनएचएआई ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पहली राष्ट्रीय राजमार्ग सुरंग का निर्माण मात्र 12 महीनों में पूरा करना एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस सुरंग का निर्माण रायपुर-विशाखापत्तनम आर्थिक गलियारे की सफलता का प्रतीक माना जा रहा है।
NHAI अधिकारियों के अनुसार, इस परियोजना ने न केवल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है बल्कि राज्य के बुनियादी ढांचे के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
सुरंग से पर्यटन और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साई ने कहा कि यह सुरंग राज्य को समृद्ध और सशक्त बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि सड़क और परिवहन बुनियादी ढांचे का विकास राज्य की प्रगति की रीढ़ है। उन्होंने कहा कि सुरंग छत्तीसगढ़ में पर्यटन और सामाजिक-आर्थिक एकीकरण के नए अवसर भी प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और एनएचएआई टीम के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के विजन के अनुरूप यह परियोजना आने वाली पीढ़ियों के लिए विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी।
क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार
विशेषज्ञों का मानना है कि सुरंग और हाईवे का निर्माण क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूती देगा। छत्तीसगढ़ के दूरदराज के जिलों को मुख्य शहरों और बंदरगाहों से जोड़ने में यह सुरंग महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इससे माल ढुलाई और यात्रियों के लिए सुविधा बढ़ेगी और समय की बचत होगी।