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Closing Bell: सेंसेक्स 500 अंक टूटा, निफ्टी 25,059 के पास बंद

Closing Bell: सेंसेक्स 500 अंक टूटा, निफ्टी 25,059 के पास बंद

24 जुलाई 2025, गुरुवार का दिन घरेलू शेयर बाजार के लिए भारी रहा। हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन की शुरुआत से ही बिकवाली का दबाव देखने को मिला। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और ग्लोबल संकेतों की कमजोरी के चलते बाजार पर भारी दबाव रहा। सुबह के सत्र में ही सेंसेक्स 130 अंक नीचे 82,595 के स्तर पर और निफ्टी 23 अंक फिसलकर 25,196 के स्तर पर खुला।

दिन भर गिरावट में रहा बाजार

सुबह की हल्की गिरावट के बाद निवेशकों को उम्मीद थी कि बाजार कुछ हद तक संभलेगा, लेकिन दोपहर बाद बिकवाली और तेज हो गई। सेंसेक्स में गिरावट बढ़कर 500 अंकों के पार चली गई और अंत में यह लगभग 82175 के स्तर के आसपास बंद हुआ। वहीं, निफ्टी करीब 150 अंक टूटकर 25,059 के स्तर पर बंद हुआ।

मिडकैप-स्मॉलकैप शेयरों पर भी दबाव

सिर्फ लार्जकैप नहीं, बल्कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी जमकर बिकवाली देखने को मिली। निवेशकों ने छोटे और मझोले शेयरों से पैसा निकालना शुरू कर दिया। इससे इन दोनों सेगमेंट के इंडेक्स भी लाल निशान में बंद हुए।

सेक्टोरल फ्रंट पर मिला-जुला प्रदर्शन

सिर्फ चुनिंदा सेक्टर्स ही हरे निशान में बंद हो पाए। सरकारी बैंकिंग और फार्मा इंडेक्स थोड़ी मजबूती के साथ बंद हुए, लेकिन इसके अलावा आईटी, एफएमसीजी, ऑयल एंड गैस, रियल्टी और एनर्जी शेयरों में भारी दबाव रहा। आईटी शेयरों में लगातार बिकवाली का असर देखने को मिला।

डॉलर के मुकाबले रुपया भी कमजोर

विदेशी संकेतों के दबाव के बीच गुरुवार को रुपया भी कमजोर हुआ। डॉलर के मुकाबले रुपया 16 पैसे की गिरावट के साथ 85.63 पर बंद हुआ। इससे भी बाजार की धारणा पर असर पड़ा।

टॉप लूजर्स: इन शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट

गुरुवार के कारोबार में सेंसेक्स की जिन कंपनियों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई, उनमें टेक महिंद्रा, टीसीएस, इन्फोसिस, कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फाइनेंस, ट्रेंट, अल्ट्राटेक सीमेंट और एक्सिस बैंक शामिल रहे।

  • टेक महिंद्रा के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट रही क्योंकि आईटी सेक्टर में ग्लोबल मंदी का असर दिखा।
  • टीसीएस और इन्फोसिस जैसे दिग्गज आईटी कंपनियों के शेयर भी दबाव में दिखे।
  • कोटक महिंद्रा बैंक और बजाज फाइनेंस जैसे फाइनेंशियल शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गई।
  • ट्रेंट और अल्ट्राटेक सीमेंट जैसे कंज्यूमर और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर से जुड़ी कंपनियों पर भी बिकवाली भारी रही।

टॉप गेनर्स: कुछ शेयरों ने दी राहत

हालांकि बाजार में गिरावट के बावजूद कुछ चुनिंदा शेयर ऐसे रहे जिन्होंने मजबूती दिखाई। इनमें टाटा मोटर्स, सन फार्मा, टाटा स्टील और इटर्नल (पूर्व में जोमैटो) के नाम प्रमुख रहे।

  • टाटा मोटर्स के शेयरों में मजबूती देखी गई क्योंकि कंपनी की इलेक्ट्रिक व्हीकल डिवीजन से जुड़े पॉजिटिव अपडेट्स ने निवेशकों को आकर्षित किया।
  • सन फार्मा और फार्मा सेक्टर के अन्य शेयरों में खरीदारी देखने को मिली, जिससे फार्मा इंडेक्स हरे निशान में बंद हुआ।
  • टाटा स्टील में हल्की बढ़त रही, हालांकि मेटल शेयरों पर भी दिनभर दबाव बना रहा।
  • इटर्नल (पूर्व में जोमैटो) के शेयरों में बढ़त रही, खासकर क्विक कॉमर्स और फूड डिलीवरी सेगमेंट में निवेशकों की दिलचस्पी के कारण।

विदेशी निवेशकों की बिकवाली से बढ़ा दबाव

बीते कुछ दिनों से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) भारतीय बाजार से पैसा निकाल रहे हैं। गुरुवार को भी इस ट्रेंड में कोई बदलाव नहीं आया। विदेशी फंड्स की लगातार बिकवाली घरेलू शेयरों पर भारी पड़ी। साथ ही, अमेरिका और चीन की आर्थिक गतिविधियों से जुड़े कमजोर आंकड़ों ने भी ग्लोबल निवेश धारणा को कमजोर किया।

वीकली एक्सपायरी का असर

गुरुवार को डेरिवेटिव सेगमेंट की वीकली एक्सपायरी थी, जिससे भी बाजार में उतार-चढ़ाव अधिक देखने को मिला। ट्रेडर्स ने पोजीशन क्लियर की, जिससे वोलैटिलिटी बढ़ गई और अंतत: बाजार लाल निशान में बंद हुआ।

इन कारकों से बना निगेटिव माहौल

  • विदेशी निवेशकों की बिकवाली
  • ग्लोबल संकेतों में कमजोरी
  • डॉलर के मुकाबले कमजोर होता रुपया
  • वीकली एक्सपायरी का दबाव
  • आईटी और एफएमसीजी सेक्टर में बिकवाली

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