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Cow Milk या Buffalo Milk: जानें पाचन और किडनी के लिए कौन सा दूध है बेहतर

Cow Milk या Buffalo Milk: जानें पाचन और किडनी के लिए कौन सा दूध है बेहतर

गाय और भैंस दोनों के दूध में अलग फायदे हैं। पाचन और किडनी की सेहत के लिए हल्का और कम प्रोटीन वाला गाय का दूध बेहतर है, जबकि ताकत और एनर्जी के लिए प्रोटीन और फैट से भरपूर भैंस का दूध फायदेमंद है। दूध चुनते समय अपनी सेहत और जरूरत का ध्यान रखना जरूरी है।

Cow milk vs Buffalo milk benefits: दूध हमारे रोज़मर्रा के आहार का अहम हिस्सा है, लेकिन गाय और भैंस के दूध में अंतर होता है। गाय का दूध हल्का और जल्दी पचने वाला होता है, जिससे पाचन और किडनी पर कम दबाव पड़ता है। वहीं, भैंस का दूध प्रोटीन और फैट में अधिक होता है, जो शरीर को एनर्जी और मसल्स बनाने में मदद करता है। एक्सपर्ट के अनुसार, किडनी कमजोर या पाचन समस्या वाले लोग गाय का दूध चुनें, जबकि एक्टिव लोग और बॉडी बिल्डिंग करने वाले भैंस का दूध पी सकते हैं।

गाय का दूध: हल्का और आसानी से पचने वाला

गाय के दूध में फैट और प्रोटीन की मात्रा भैंस के दूध की तुलना में कम होती है। यही कारण है कि यह हल्का होता है और आसानी से पच जाता है। जिन लोगों को एसिडिटी, गैस या पेट से जुड़ी दिक्कत रहती है, उनके लिए गाय का दूध ज्यादा उपयुक्त है। इसके अलावा गाय के दूध में विटामिन A, कैल्शियम और मिनरल्स की अच्छी मात्रा होती है। यह हड्डियों को मजबूत करने, आंखों की सेहत बनाए रखने और रोज़मर्रा की ऊर्जा के लिए फायदेमंद होता है।

डॉ. अनुज मित्तल, नेफ्रोलॉजी विभाग, सफदरजंग अस्पताल के अनुसार गाय का दूध किडनी पर बोझ नहीं डालता। इसमें प्रोटीन की मात्रा कम होने की वजह से किडनी के मरीज इसे सुरक्षित रूप से पी सकते हैं। पाचन के लिहाज से भी यह ज्यादा उपयुक्त है क्योंकि यह पेट पर भारीपन नहीं डालता और गैस या अपच की समस्याओं से बचाता है।

भैंस का दूध: ताकत और ऊर्जा का खजाना

भैंस के दूध में फैट और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है। यही कारण है कि यह गाढ़ा और क्रीमी होता है। इसका स्वाद गाय के दूध की तुलना में थोड़ा अलग और मज़ेदार होता है। भैंस का दूध पीने से शरीर को ऊर्जा मिलती है और मांसपेशियों की वृद्धि में मदद मिलती है। इसलिए जो लोग जिम जाते हैं, भारी काम करते हैं या मसल्स बनाने के लिए प्रोटीन की ज्यादा जरूरत रखते हैं, उनके लिए भैंस का दूध फायदेमंद है।

हालांकि, भारी प्रोटीन और फैट होने की वजह से भैंस का दूध पचाने में थोड़ा मुश्किल हो सकता है। जिन लोगों की किडनी कमजोर है या पाचन तंत्र संवेदनशील है, उनके लिए इसे लेने में सावधानी बरतनी चाहिए।

किडनी के लिए कौन सा दूध सुरक्षित है

किडनी के मरीजों के लिए दूध का चयन बहुत अहम है। गाय का दूध हल्का और आसानी से पचने वाला होता है। इसमें प्रोटीन की कम मात्रा किडनी पर अतिरिक्त दबाव नहीं डालती। वहीं, भैंस का दूध ज्यादा प्रोटीन और फैट होने के कारण किडनी पर अतिरिक्त लोड डाल सकता है। यही वजह है कि डॉक्टर आमतौर पर किडनी के मरीजों को गाय का दूध पीने की सलाह देते हैं।

पाचन के हिसाब से विकल्प

यदि दूध पीने के बाद पेट भारी महसूस होता है या गैस व अपच की समस्या होती है, तो गाय का दूध सबसे अच्छा विकल्प है। यह जल्दी पच जाता है और पेट पर बोझ नहीं डालता। वहीं, स्वस्थ लोग और जिनके पाचन में कोई समस्या नहीं है, वे भैंस का दूध भी आराम से पी सकते हैं।

किसका दूध चुनें: जरूरत और सेहत पर निर्भर

दूध का चयन पूरी तरह आपकी सेहत और जरूरत पर निर्भर करता है। अगर आप हल्का और आसानी से पचने वाला दूध चाहते हैं, या आपकी किडनी कमजोर है, तो गाय का दूध बेहतर है। वहीं, अगर आपको ताकत, ऊर्जा और मांसपेशियों के विकास के लिए ज्यादा प्रोटीन चाहिए, तो भैंस का दूध फायदेमंद है।

गाय और भैंस के दूध दोनों ही फायदेमंद हैं, लेकिन चुनते समय केवल स्वाद पर ध्यान देने की बजाय अपनी सेहत और शरीर की जरूरतों को भी ध्यान में रखना चाहिए। सही दूध का चुनाव आपके पाचन तंत्र और किडनी की सेहत के लिए अहम साबित हो सकता है।

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