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DDCA सचिव पद को लेकर प्रशासनिक हलचल तेज, डायरेक्टर ने रोहन जेटली से की बातचीत

DDCA सचिव पद को लेकर प्रशासनिक हलचल तेज, डायरेक्टर ने रोहन जेटली से की बातचीत

दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) में एक बार फिर प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। डीडीसीए के सचिव अशोक शर्मा का नौ वर्ष का कार्यकाल सितंबर में समाप्त होने वाला है, लेकिन इस पद पर चुनाव की प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं हुई है।

स्पोर्ट्स न्यूज़: दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (DDCA) में सचिव पद को लेकर एक बार फिर प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। जानकारी के अनुसार, वर्तमान सचिव अशोक शर्मा का नौ साल का कार्यकाल सितंबर 2025 में समाप्त होने वाला है, लेकिन इस पद पर आगामी चुनाव की कोई चर्चा अभी तक नहीं हुई है। इसे लेकर DDCA के डायरेक्टर और सदस्य सवाल उठाने लगे हैं।

श्याम सुंदर शर्मा का संदेश

पूर्व BCCI कानून सलाहकार और DDCA डायरेक्टर श्याम सुंदर शर्मा ने DDCA अध्यक्ष रोहन जेटली को व्हाट्सएप ग्रुप पर संदेश भेजा। इसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा कि लोढ़ा समिति की सिफारिशों का पालन अनिवार्य है। श्याम सुंदर शर्मा ने सचिव पद के चुनाव समय पर कराने की मांग भी की और सितंबर के पहले सप्ताह में एपेक्स काउंसिल की बैठक बुलाने का सुझाव दिया। उन्होंने इस बैठक में न केवल चुनाव पर चर्चा करने की मांग की बल्कि यह भी कहा कि लोढ़ा समिति के नियमों को सही मायनों में लागू किया जाए।

बीसीसीआई और अन्य क्रिकेट संघों में नियमों का पालन

क्रिकेट प्रशासन में नियमों का पालन सख्ती से किया जाता है। उदाहरण के लिए:

  • BCCI अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने 70 वर्ष की आयु पूरी होने पर पद से इस्तीफा दे दिया।
  • मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ के माहिम वर्मा को भी आयु सीमा पूरी होने के बाद पद छोड़ना पड़ा। उनकी जगह उनकी पत्नी को चुनावी मैदान में उतारा गया।
  • लेकिन DDCA में स्थिति अलग है। यहां इस्तीफा और चुनाव दोनों ही मुद्दे चर्चा से बाहर हैं।
  • सचिव पद पर चुनाव न कराना, लोढ़ा कमेटी के फैसले की अवहेलना.

डायरेक्टर श्याम सुंदर शर्मा ने कहा कि सचिव पद पर कार्यकाल पूरा होने के बाद भी चुनाव न कराना, लोढ़ा कमेटी के नियमों की अवहेलना है। BCCI जैसे बड़े संगठनों में पदाधिकारी स्वयं इस्तीफा देकर नियमों का पालन करते हैं, लेकिन DDCA में यह प्रक्रिया अब तक लागू नहीं हुई। उनका यह भी कहना है कि पारदर्शिता और नियमों के पालन के बिना संगठन की विश्वसनीयता प्रभावित होती है।

श्याम सुंदर शर्मा ने डीपीएल सीजन-2 की सफलता का भी उल्लेख किया। उनका कहना था कि इस टूर्नामेंट ने युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर दिया है। कई खिलाड़ियों का प्रदर्शन इतना शानदार रहा कि उनके भविष्य में IPL तक पहुंचने के रास्ते खुल सकते हैं।

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