धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मथुरा में मंदिर-मस्जिद मामले पर बयान देते हुए वंदे मातरम के वादन की बात कही। दिल्ली से वृंदावन तक 'सनातन हिंदू एकता' पदयात्रा निकालने की तैयारी में वे लाखों श्रद्धालुओं को जोड़ने की योजना बना रहे हैं।
मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा में बाबा बागेश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मंदिर और मस्जिदों को लेकर अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा कि नवंबर में दिल्ली से वृंदावन तक निकाली जाने वाली ‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा’ में धार्मिक स्थलों पर राष्ट्रगीत वंदे मातरम का वादन अनिवार्य होगा। उनका मानना है कि इससे यह स्पष्ट होगा कि कौन इस देश से सच्चा प्रेम रखता है और कौन नहीं।
धीरेंद्र शास्त्री ने इस पदयात्रा को केवल धार्मिक यात्रा नहीं बल्कि वैचारिक आंदोलन बताया। उनका कहना है कि लगातार आक्रमणकारी हिन्दुओं को कमजोर करने की कोशिश में लगे हैं, लेकिन वह इसे किसी भी हाल में नहीं होने देंगे। इस पहल के जरिए हिंदुओं को एकजुट करने और ब्रज क्षेत्र की संस्कृति को सशक्त बनाए रखने का लक्ष्य रखा गया है।
दिल्ली से वृंदावन तक 170 किमी लंबी सनातन हिंदू एकता पदयात्रा
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की यह सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 7 नवंबर से 16 नवंबर तक चलेगी। यह यात्रा लगभग 170 किमी लंबी होगी और इसका समापन बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के साथ होगा।
शास्त्री ने दावा किया कि इस पदयात्रा की भव्यता ऐसी होगी कि इसे पहले कभी नहीं देखा गया। अनुमान है कि इसमें लाखों श्रद्धालु और देशभक्त शामिल होंगे। इस योजना को अंतिम रूप देने के लिए वृंदावन में 200 से अधिक साधु-संतों की बैठक हुई, जिसमें यात्रा की रूपरेखा, सुरक्षा और सहभागियों की जिम्मेदारी तय की गई।
ब्रज क्षेत्र में मांस-मदिरा की बिक्री पर रोक की मांग
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने एजेंडे पर भी प्रकाश डाला। उनका कहना है कि ब्रज क्षेत्र में मांस-मदिरा की बिक्री पर रोक लगनी चाहिए और यमुना नदी को स्वच्छ बनाना उनकी प्राथमिकता है।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि सभी धार्मिक स्थलों पर राष्ट्रगीत वंदे मातरम बजना चाहिए ताकि देशभक्ति और सांस्कृतिक चेतना बढ़ सके। शास्त्री का मानना है कि तब तक प्रयास जारी रहेंगे जब तक सभी सनातनी एकजुट नहीं होंगे।
धर्म विरोधी ताकतों के प्रयास के बावजूद संत और महापुरुष साथ
धीरेंद्र शास्त्री ने चेताया कि धर्म विरोधी ताकतें इस आंदोलन को रोकने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन सभी संत और महापुरुष उनके साथ हैं। उनका कहना है कि यह पदयात्रा मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण को विराजमान करने के लिए निकाली जा रही है।
उन्होंने स्पष्ट किया, "यह तो केवल झांकी है, असली फिल्म अभी बाकी है।" इस बैठक में कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज और BJP सांसद मनोज तिवारी भी उपस्थित रहे। प्रशासन और पुलिस इस यात्रा पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।