उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के गौरीबाजार थाना क्षेत्र के भगवा पासी टोला में एक दिलचस्प घटना घटी। 50 वर्षीय प्रेमचंद, जो पेशेवर सांप पकड़ने वाले हैं, को एक जहरीले सांप ने काट लिया। उन्होंने सांप को पकड़ने के दौरान सीढ़ियों से उतरते समय दूसरे हाथ में सांप को पकड़ लिया था, जिससे वह डस लिया गया। सांप के साथ ही प्रेमचंद को महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया। सांप को एक प्लास्टिक डिब्बे में बंद करके रखा गया, जिससे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। डॉक्टरों ने तुरंत उनका इलाज शुरू किया और सांप को सुरक्षित रखा।
प्रेमचंद ने बताया कि उन्होंने युवावस्था में पुणे में सांप पकड़ने की कला सीखी थी। अब तक वह 1000 से अधिक सांप पकड़ चुके हैं और 30 से अधिक बार सांप के काटने का शिकार हो चुके हैं। हर बार इलाज के बाद वह बच जाते हैं। इस घटना से यह भी पता चलता है कि सांप पकड़ने वालों के लिए यह पेशा कितना जोखिमपूर्ण हो सकता है।
सपेरा का नाम प्रेमचंद (पिता: सरफू) है, उम्र लगभग 50 वर्ष, गाँव: सिरजाम, गौड़ीबाजार क्षेत्र। उन्होंने अपने करियर में अब तक 1000 से अधिक साँप पकड़े हैं और 30से अधिक बार उन्हें काटा गया है।