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धोद पुलिस ने हनी ट्रैप गैंग का किया भंडाफोड़, फेसबुक से 12.90 लाख की ठगी का मामला

धोद पुलिस ने हनी ट्रैप गैंग का किया भंडाफोड़, फेसबुक से 12.90 लाख की ठगी का मामला

सीकर पुलिस ने फेसबुक हनी ट्रैप गैंग का पर्दाफाश किया। मास्टर माइंड रेनूका चौधरी और उसकी सहयोगी गिरफ्तार हुईं, जिन्होंने एक बुजुर्ग से 12.90 लाख रुपये ठगी किए। जांच जारी है।

सीकर: राजस्थान के सीकर जिले में धोद थाना पुलिस ने एक बड़े हनी ट्रैप गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मास्टर माइंड रेनुका चौधरी और उसकी सहयोगी सुविधा देवी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि दोनों ने बुजुर्ग व्यक्ति रामकरण को जाल में फंसाकर उससे लगभग 12.90 लाख रुपये ठग लिए। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की खोज में जुटी हुई है।

फेसबुक दोस्ती से शुरू हुआ जाल

पुलिस ने बताया कि पीड़ित रामकरण सोशल मीडिया पर अकेले समय बिताने के लिए फेसबुक का इस्तेमाल करता था। इसी दौरान उसे एक युवती की फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली। रामकरण ने दोस्ती स्वीकार की, लेकिन इस मास्टर माइंड रेनुका ने इसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया। फेसबुक दोस्ती के बाद वीडियो कॉलिंग शुरू हुई और धीरे-धीरे यह हनी ट्रैप गैंग ने रामकरण का ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।

रणनीति के तहत, रेनुका ने रामकरण के वीडियो बनाकर उसे डराया और पॉक्सो एक्ट जैसी गंभीर कानूनी धाराओं में फंसाने की धमकी दी। इस डर के कारण रामकरण ने गैंग के दबाव में आकर अपनीमती जेवर और नकद राशि गैंग के हवाले कर दिए।

सोने के जेवर और बड़ी रकम की ठगी

पीड़ित रामकरण ने पुलिस को बताया कि गैंग ने उसे अपनी एक सोने की अंगूठी, एक सोने की चेन और 25 हजार रुपये नकद देने पर मजबूर किया। इसके अलावा आरोपितों ने स्टांप पर लिखवाकर 12.90 लाख रुपये अपने खातों में ट्रांसफर कराए। पुलिस के अनुसार, यह वारदात पूरी तरह से योजनाबद्ध तरीके से की गई थी और मास्टर माइंड रेनुका ने सभी गतिविधियों को नियंत्रित किया।

धोद थानाधिकारी राकेश मीणा ने बताया कि रेनुका चौधरी धुंधा निवासी है और सुविधा देवी रामपुरा की रहने वाली है। रेनुका के खिलाफ पहले से ही एक मामला कोर्ट में लंबित है। पुलिस मानती है कि यह गिरोह लंबे समय से ठगी का नेटवर्क चला रहा था और यह संभव है कि कई अन्य लोग भी इस जाल में फंस चुके हों।

हनी ट्रैप गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश

धोद थाना पुलिस ने कहा कि गिरोह के बाकी सदस्यों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए पूछताछ जारी है। रेनुका और सुविधा से मिले सुरागों के आधार पर अन्य अपराधियों की जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस का मानना है कि यह गिरोह कई महीनों से इस तरह की धोखाधड़ी कर रहा था और अन्य पीड़ितों तक पहुंचने का प्रयास कर रहा था।

सीकर पुलिस ने जनता से अपील की है कि सोशल मीडिया पर अंजान लोगों से दोस्ती करने और व्यक्तिगत जानकारी साझा करने में सावधानी बरतें। ऐसे मामलों में जल्द से जल्द पुलिस से संपर्क करना जरूरी है ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके।

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