बलरामपुर में अवैध धर्मांतरण रैकेट से जुड़े एक अहम खिलाड़ी पर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को बुलडोजर चलवाया। यह एक्शन उतरौला थाना क्षेत्र के ग्राम रेहरा माफी में लिया गया, जहां धर्मांतरण गिरोह के मास्टरमाइंड छांगुर उर्फ जलालुद्दीन के भतीजे सबरोज का अवैध निर्माण ढहा दिया गया। कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा, ताकि किसी भी विरोध या अप्रिय घटना को टाला जा सके।
बलरामपुर के क्षेत्राधिकारी राघवेंद्र प्रताप ने जानकारी दी कि यह निर्माण पहले से ही अवैध घोषित था और मकान मालिक को कई बार नोटिस जारी किए गए थे। लेकिन किसी भी तरह की कानूनी प्रक्रिया का पालन न करने पर प्रशासन ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को अंजाम दिया। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसे मामलों में प्रशासन बिल्कुल भी नरमी नहीं बरतेगा और अवैध गतिविधियों में लिप्त लोगों के खिलाफ आगे भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।
STF के हत्थे चढ़ा सबरोज
धर्मांतरण के इस संगठित नेटवर्क में सबरोज की भूमिका सिर्फ एक सहयोगी की नहीं थी, बल्कि वह छांगुर के सबसे भरोसेमंद लोगों में से एक था। वह नेटवर्क का प्रबंधन और संपर्क संभालता था। यूपी एटीएस की एफआईआर में उसका नाम पहले से दर्ज था। हाल ही में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने उसे उतरौला बस स्टॉप से देर रात करीब 1 बजे गिरफ्तार किया। सबरोज पर कई लड़कियों का जबरन धर्मांतरण कराने के आरोप हैं।
इससे पहले छांगुर खुद विभिन्न एजेंसियों की रडार पर आ चुका है। वह लंबे समय से अवैध धर्मांतरण गतिविधियों को अंजाम देने वाले नेटवर्क का मास्टरमाइंड माना जा रहा है।
ईडी और आयकर विभाग की जांच
छांगुर और उसके गिरोह के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) पहले से इस मामले में जांच कर रहा है, और अब आयकर विभाग ने भी मोर्चा संभाल लिया है। सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग छांगुर और उसके करीबियों के बैंक खातों की छानबीन कर रहा है। शुरुआती जांच में हवाला नेटवर्क से जुड़े कुछ लेन-देन के सबूत भी सामने आए हैं, जो इस गिरोह की विदेशी फंडिंग की ओर इशारा करते हैं।
एटीएस की जांच में यह भी सामने आया है कि छांगुर के नेटवर्क को लगभग 100 करोड़ रुपये से अधिक की फंडिंग मिली है। बताया जा रहा है कि मदरसों पर प्रशासन की कार्रवाई से छांगुर नाराज था और इसी के चलते उसने सुनियोजित तरीके से धर्मांतरण की गतिविधियों को तेज कर दिया।
अब प्रशासन उसकी अवैध संपत्तियों को भी जब्त करने की तैयारी में है। अधिकारियों का कहना है कि जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, छांगुर गैंग के कई और राज सामने आ सकते हैं।