दिल्ली पुलिस ने रोहिणी से 16 से अधिक आपराधिक मामलों में वांटेड कुख्यात अपराधी तुषांत वसु उर्फ टाइगर को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद हुए। वह गुजरात में व्यापारी अपहरण जैसे मामलों में भी शामिल था।
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रोहिणी इलाके से कुख्यात अपराधी तुषांत वसु उर्फ टाइगर को गिरफ्तार किया है। तुषांत पर गुजरात के कच्छ जिले के गांधीधाम में एक व्यापारी के अपहरण का आरोप है। उसके कब्जे से एक ऑटोमेटिक पिस्टल और बड़ी मात्रा में जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं।
पुलिस के मुताबिक, तुषांत लंबे समय से फरार था और उसके खिलाफ राजस्थान और हरियाणा के कई जिलों में 16 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या के प्रयास, डकैती, चोरी और आर्म्स एक्ट के मामले शामिल हैं।
गुजरात व्यापारी का अपहरण मामले में गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस ने बताया कि 16 जुलाई 2025 को गांधीधाम में चार लोग दो गाड़ियों में एक व्यापारी के ऑफिस के सामने पहुंचे और उसे जबरन ले गए। मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज की गई थी। इसके बाद पुलिस ने लंबी जांच के बाद तुषांत की लोकेशन का पता लगाया और रोहिणी में छापेमारी कर उसे गिरफ्तार किया।
तुषांत वसु ने अपनी गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में स्वीकार किया कि अपहरण के पीछे उसका हिस्ट्रीशीटर हितेन्द्र सिंह झाला के साथ संपर्क था। दोनों ने मिलकर व्यापारी का अपहरण किया, जिसे बाद में छोड़ दिया गया।
तुषांत वसु के खिलाफ कई आपराधिक मामले
तुषांत वसु, उम्र 32 साल, राजस्थान के बीकानेर जिले के बाज्जू गांव का रहने वाला है। उसने बीए की पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी। पुलिस के मुताबिक, तुषांत पहले भी हरियाणा के कालानौर में हत्या के प्रयास और डकैती के मामलों में गिरफ्तार हो चुका था। 2024 में जमानत मिलने के बाद वह गुजरात चला गया और फिर से आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया।
पुलिस ने बताया कि तुषांत पर दर्ज मामलों में हत्या के प्रयास, डकैती, चोरी और हथियारों से जुड़े अपराध शामिल हैं। गिरफ्तार करने के दौरान पुलिस ने उसके पास से हथियार और जिंदा कारतूस बरामद किए।
दिल्ली पुलिस की जांच जारी
दिल्ली पुलिस का कहना है कि तुषांत से पूछताछ जारी है। सभी मामले सघन जांच के दायरे में हैं। पुलिस की योजना है कि तुषांत की गिरफ्तारी से पूरे नेटवर्क का पता लगाकर अन्य संभावित अपराधियों तक कार्रवाई की जाए।
पुलिस की इस कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि वांटेड अपराधियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और किसी को भी कानून की आंखों से बचना आसान नहीं होगा।