भारतीय महिला क्रिकेट टीम शुक्रवार को होने वाले तीसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में इंग्लैंड के खिलाफ अपना विजय अभियान जारी रखने उतरेगी। टीम का लक्ष्य इस मैच को जीतकर पहली बार इंग्लैंड के खिलाफ टी20 श्रृंखला अपने नाम करना होगा।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय महिला क्रिकेट टीम के सामने शुक्रवार को इतिहास रचने का शानदार मौका होगा, जब वह इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज का तीसरा मुकाबला खेलने उतरेगी। हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली भारतीय टीम फिलहाल 2-0 से सीरीज में आगे है और तीसरा मैच जीतकर पहली बार इंग्लैंड में महिला टी20 इंटरनेशनल सीरीज पर कब्जा जमाने की कोशिश करेगी।
भारतीय टीम ने जिस आत्मविश्वास और साहस के साथ पहले दो मैचों में इंग्लैंड को हराया, उसने फैंस का जोश कई गुना बढ़ा दिया है। पहले मैच में 97 रन से बड़ी जीत दर्ज करने के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने ब्रिस्टल में खेले गए दूसरे मैच में भी 24 रन से शानदार जीत दर्ज की। यह जीत इसलिए भी खास रही क्योंकि ब्रिस्टल में इंग्लैंड की महिला टीम को इससे पहले कभी टी20 मुकाबले में हार का सामना नहीं करना पड़ा था।
इंग्लैंड में ऐतिहासिक सीरीज जीत का सपना
भारतीय महिला टीम ने 2006 में डर्बी में एकमात्र टी20 मुकाबला जीता था, लेकिन उसके बाद से अब तक इंग्लैंड के खिलाफ कोई भी टी20 सीरीज अपने नाम नहीं कर पाई। ऐसे में इस बार का प्रदर्शन महिला क्रिकेट के लिहाज से मील का पत्थर साबित हो सकता है। अगर हरमनप्रीत की टीम तीसरा मुकाबला जीत लेती है, तो वह सीरीज में अजेय बढ़त लेकर इतिहास रच देगी।
यह शानदार प्रदर्शन टीम के आत्मविश्वास को मजबूती दे रहा है, खासकर अगले साल इंग्लैंड में होने वाले महिला टी20 विश्व कप को देखते हुए। विदेशी परिस्थितियों में लगातार अच्छा खेलना, नई खिलाडियों को मौके देना और संयमित रणनीति बनाना, इन सभी पहलुओं पर भारतीय टीम ने बेहतरीन काम किया है।
शेफाली वर्मा पर रहेंगी निगाहें
तीसरे मैच में सभी की नजरें शेफाली वर्मा पर टिकी होंगी। अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए मशहूर शेफाली पहले दो मैचों में सिर्फ 23 रन ही बना पाई हैं। ऐसे में टीम को उनसे एक बड़ी पारी की उम्मीद होगी ताकि इंग्लैंड पर दबाव बनाए रखा जा सके। वहीं कप्तान हरमनप्रीत कौर खुद भी ज्यादा समय क्रीज पर बिताना चाहेंगी। पहले मैच में सिर में चोट की वजह से बाहर रहीं हरमनप्रीत ने दूसरे मैच में महज दो गेंद खेलीं थीं, इसलिए तीसरे मैच में वह अपनी लय वापस पाना चाहेंगी।
टीम के अन्य बल्लेबाजों ने शानदार जिम्मेदारी निभाई है। स्मृति मंधाना का पहला मैच में शतक, हरलीन देओल की सधी हुई पारियां, और दूसरे मुकाबले में अमनजोत कौर तथा जेमिमा रोड्रिग्स की अर्धशतकीय पारियां टीम के लिए बेहद फायदेमंद साबित हुईं। ये सभी खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं, जिससे टीम की बल्लेबाजी क्रम में गहराई और आत्मविश्वास नजर आता है।
गेंदबाजी में भी कमाल
रेणुका सिंह और पूजा वस्त्राकर जैसे अहम गेंदबाजों की गैरमौजूदगी के बावजूद भारतीय गेंदबाजों ने कमाल की गेंदबाजी की है। स्नेह राणा, शिखा पांडे और दीप्ति शर्मा ने मिलकर इंग्लैंड की बल्लेबाजी को बांधकर रखा और दबाव बनाए रखा। इससे साफ पता चलता है कि भारतीय टीम का बेंच स्ट्रेंथ भी मजबूत होता जा रहा है।
द ओवल में खेले जाने वाले तीसरे मैच के लिए पिच बल्लेबाजों के लिए मददगार मानी जा रही है, लेकिन बादलों की मौजूदगी तेज गेंदबाजों को शुरुआती स्विंग दिला सकती है। ऐसे में टॉस की भूमिका अहम होगी।
दोनों टीमों का स्क्वाड
भारत: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), यास्तिका भाटिया (विकेटकीपर), हरलीन देयोल, ऋचा घोष (विकेटकीपर), जेमिमा रोड्रिग्स, शेफाली वर्मा, अमनजोत कौर, स्नेह राणा, सयाली सतघरे, दीप्ति शर्मा, क्रांति गौड़, अरुंधति रेड्डी, श्री चरणी और राधा यादव।
इंग्लैंड: नताली साइवर-ब्रंट (कप्तान), टैमी ब्यूमोंट (विकेट कीपर), सोफिया डंकले, एमी जोन्स (विकेट कीपर), डैनी व्याट-हाज, एलिस कैप्सी, चार्ली डीन, पैगे शाल्फिल्ड, एम अर्लट, लारेन बेल, सोफी एक्लेस्टोन, लारेन फिलर, लिंसी स्मिथ और इसी वोंग।