सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में बीसीसीआई ने एशिया कप के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया है। टीम इंडिया अपना पहला मुकाबला 10 सितंबर को खेलेगी। इस बार टीम चयन में कई चौंकाने वाले फैसले हुए।
स्पोर्ट्स न्यूज़: बीसीसीआई ने एशिया कप 2025 के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का ऐलान कर दिया है। इस बार सूर्यकुमार यादव को कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि शुभमन गिल उपकप्तान होंगे। भारत अपना पहला मुकाबला 10 सितंबर को खेलेगा। टीम के ऐलान के बाद कई दिग्गज खिलाड़ियों के नाम पर चर्चा हुई। खासकर यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी सुर्खियों में रही।
वहीं, स्क्वाड में कुछ ऐसे खिलाड़ियों को जगह मिली है, जिनके प्लेइंग इलेवन में शामिल होने की संभावना बेहद कम है। आइए जानते हैं उन चार खिलाड़ियों के बारे में जिन्हें एशिया कप में नाम तो मिला है, लेकिन मौका शायद ही मिले।
1. अभिषेक शर्मा – ओपनिंग स्लॉट पर कड़ा मुकाबला
भारतीय टीम के चयन से पहले ओपनिंग स्लॉट को लेकर काफी अटकलें लगाई जा रही थीं। मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने अभिषेक शर्मा की तारीफ करते हुए कहा था कि उन्हें स्क्वाड से बाहर रखना मुश्किल है, क्योंकि वह बैटिंग और बॉलिंग दोनों में योगदान दे सकते हैं। लेकिन समस्या यह है कि शुभमन गिल को उपकप्तान बनाया गया है और वह खुद एक स्थायी ओपनिंग विकल्प हैं। वहीं, टीम के मुख्य विकेटकीपर संजू सैमसन भी ओपनिंग कर सकते हैं।
इस स्थिति में अभिषेक शर्मा का प्लेइंग इलेवन में शामिल होना मुश्किल लगता है। वे स्क्वाड का हिस्सा जरूर हैं, लेकिन गिल और सैमसन के रहते उन्हें शुरुआती मैचों में शायद ही मौका मिल पाए।
2. हर्षित राणा – अनुभवी गेंदबाजों के बीच चुनौती
तेज गेंदबाज हर्षित राणा को पहली बार एशिया कप स्क्वाड में जगह मिली है। हालांकि, उनके सामने चुनौती है जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह जैसे अनुभवी गेंदबाजों की मौजूदगी। बुमराह चोट से वापसी कर रहे हैं और टीम के सबसे भरोसेमंद गेंदबाज हैं। वहीं, अर्शदीप ने पिछले सालों में शानदार प्रदर्शन कर टीम में अपनी जगह पक्की की है।
इस कारण हर्षित राणा को एक बैकअप पेसर के तौर पर शामिल किया गया है। जब तक किसी प्रमुख तेज गेंदबाज को आराम नहीं दिया जाता, हर्षित के लिए प्लेइंग इलेवन का दरवाजा खुलना कठिन होगा।
3. शिवम दुबे – हार्दिक पांड्या का बैकअप
शिवम दुबे को टीम में पेस-बॉलिंग ऑलराउंडर के रूप में शामिल किया गया है। लेकिन यहां भी उनके सामने चुनौती है हार्दिक पांड्या, जो लंबे समय से भारतीय टीम के फ्रंटलाइन ऑलराउंडर हैं। हार्दिक पूरी तरह फिट और फॉर्म में हैं तो दुबे का खेलना लगभग असंभव हो जाएगा। उन्हें स्क्वाड में हार्दिक के बैकअप के रूप में शामिल किया गया है।
हालांकि, अगर टीम को किसी अतिरिक्त बैटिंग विकल्प की जरूरत पड़ी या धीमी पिचों पर एक मीडियम पेसर की मांग हुई, तो दुबे को मौका मिल सकता है। लेकिन यह संभावना कम ही नजर आती है।
4. जितेश शर्मा – बैकअप विकेटकीपर
इस सूची में चौथा नाम है जितेश शर्मा का। उन्हें स्क्वाड में संजू सैमसन के बैकअप विकेटकीपर के तौर पर चुना गया है। सैमसन ने हाल के महीनों में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और टीम मैनेजमेंट की पहली पसंद बने हुए हैं। जब तक संजू फिट और उपलब्ध हैं, जितेश को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने का सवाल ही नहीं उठता।
हालांकि, अगर संजू को चोट लगती है या आराम दिया जाता है, तभी जितेश के लिए दरवाजा खुलेगा। अन्यथा उन्हें एशिया कप का अधिकांश समय बेंच पर ही बिताना पड़ सकता है। क्रिकेट में स्क्वाड का आकार बड़ा होता है ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके। लेकिन इसका मतलब यह भी है कि हर खिलाड़ी को खेलने का मौका नहीं मिल पाता। अनुभवी खिलाड़ियों के रहते युवा या नए चेहरे बैकअप रोल में ही रह जाते हैं।