गोरखपुर-लखनऊ हाईवे पर कालेसर के पास राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की टीम ने एक तस्कर को गिरफ्तार किया है, जिसके पास लगभग एक करोड़ रुपए कीमत की विदेशी सिगरेट मिली। ये सिगरेट कोरिया में बनाई गई थीं और म्यांमार होते हुए गुवाहाटी से लाई गई थीं। इन्हें आगे दिल्ली के एक व्यापारी तक पहुँचाने की योजना थी।
सूचना मिलने के बाद डीआरआई की टीम ने जगदीशपुर से लेकर कालेसर तक मार्गों पर चैकिंग बढ़ाई। संदिग्ध वाहन को रोककर तलाशी ली गई तो उसमें बड़ी मात्रा में सिगरेटें पाई गईं। व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ जारी है।
बताया जाता है कि एक बांस लदे ट्रक में लगभग 10,000 पैकेट कोरिया निर्मित सिगरेट छिपाई गई थीं। अधिकारियों के अनुसार ये सिगरेट बिहार और यूपी होते हुए दिल्ली ले जाई जा रही थीं।
अतिरिक्त तथ्य और विवरण
डीआरआई (Revenue Intelligence) ने मामले में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है — ट्रक चालक, ट्रक मालिक और एक अन्य व्यक्ति।
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि ये सिगरेटें एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में भेजी जानी थीं, क्योंकि वहाँ विदेशी सिगरेट की अधिक मांग है।
किस-किस ब्रांड की सिगरेटें बरामद हुईं
बरामद सिगरेटों में इंडोनेशिया की “ब्लैक” ब्रांड, चीन की “विन” ब्रांड, और कोरिया की “एसे लाइट (Ace Light)” ब्रांड शामिल थीं।
कुल पकड़ी गई मात्रा लगभग 8 लाख पीस (sticks) बताई गई है।
स्मगलिंग मार्ग और छुपाने की विधि
तस्करी मार्ग: म्यांमार → मणिपुर → आसाम → बिहार → कुशीनगर → गोरखपुर → आगे।
पिछले साल (उल्लेखित) डीआरआई व कस्टम विभागों ने एक ट्रक से डेढ़ करोड़ रुपये की विदेशी सिगरेट पकड़ने का मामला दर्ज किया था।
इसी तरह, अन्य राज्यों में भी बड़ी जब्ती हुई हैं — जैसे, मुंबई में 53.64 लाख छड़ें जब्त की गई थीं, जिनकी अनुमानित कीमत ₹8.04 करोड़ है।