Google ने अपने Willow Quantum Processor के साथ क्वांटम कंप्यूटिंग में इतिहास रचा है। कंपनी का नया Quantum Echoes Algorithm पारंपरिक सुपरकंप्यूटर से 13,000 गुना तेज काम करता है और इसे सत्यापित किया जा सकता है। इस तकनीकी उपलब्धि से दवाओं की खोज, मटेरियल साइंस और क्वांटम कंप्यूटिंग के व्यावहारिक प्रयोगों में नए अवसर खुलेंगे।
Google Quantum Computing: Google ने अपने Willow Quantum Processor के साथ दुनिया का पहला वेरिफ़िएबल क्वांटम एडवांटेज हासिल किया है, जो पारंपरिक सुपरकंप्यूटर से 13,000 गुना तेज़ है। यह उपलब्धि 2025 में Google के शोधकर्ताओं और CEO सुंदर पिचाई के नेतृत्व में हासिल की गई। नया Quantum Echoes Algorithm न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेजोनेंस तकनीक का उपयोग करके अणुओं में परमाणुओं के इंटरैक्शन को समझने में मदद करता है। इस तकनीक से दवाओं की खोज, मटेरियल साइंस और क्वांटम कंप्यूटिंग के व्यावहारिक प्रयोगों में नई संभावनाएं खुलती हैं।
सुपरकंप्यूटर को पीछे छोड़ते हुए क्वांटम कंप्यूटिंग में नया रिकॉर्ड
Google ने अपने नवीनतम Willow Quantum Processor के साथ दुनिया का पहला वेरिफ़िएबल क्वांटम एडवांटेज (verifiable quantum advantage) हासिल किया है। कंपनी के अनुसार, नया Quantum Echoes Algorithm किसी भी पारंपरिक सुपरकंप्यूटर से 13,000 गुना तेज काम करता है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि को Google के CEO सुंदर पिचाई ने X (पहले Twitter) पर साझा किया। उन्होंने बताया कि यह एल्गोरिदम न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेजोनेंस (NMR) तकनीक का उपयोग करके अणुओं में परमाणुओं के इंटरैक्शन को समझने में मदद करता है।
Quantum Echoes Algorithm
Quantum Echoes एल्गोरिदम Out-of-Time-Ordered Correlator (OTOC) क्वांटम माप को तेज़ी से गणना करता है। यह अणुओं और परमाणुओं में सूक्ष्म बदलावों को पकड़ सकता है, जो पारंपरिक कंप्यूटर नहीं कर पाते। इसका इस्तेमाल नई दवाओं की खोज और मटेरियल साइंस के अध्ययन में किया जा सकता है। विशेष बात यह है कि इस रिजल्ट को अन्य क्वांटम सिस्टम से सत्यापित किया जा सकता है, जिससे क्वांटम कंप्यूटिंग के व्यावहारिक प्रयोगों की दिशा स्पष्ट हुई है।
Willow Chip की तकनीकी विशेषताएँ
Willow चिप में 105 हाई-फिडेलिटी क्यूबिट्स हैं जो उच्च सटीकता और स्थिरता प्रदान करते हैं। ये क्यूबिट्स जटिल क्वांटम कैलकुलेशन को समानांतर रूप से संभाल सकते हैं, जिससे डेटा प्रोसेसिंग की गति और क्षमता में भारी सुधार हुआ है। यह तकनीक भविष्य के क्वांटम प्रोसेसर के लिए आधार बनेगी।
साइंस और इंडस्ट्री पर असर
इस उपलब्धि से क्वांटम कंप्यूटिंग सिर्फ सिद्धांत या प्रयोगशाला तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इसका उपयोग ड्रग डिजाइन, मटेरियल रिसर्च और मॉलिक्यूलर केमिस्ट्री जैसे क्षेत्रों में व्यापक रूप से किया जा सकेगा। Google Quantum AI के अनुसार, यह कदम क्वांटम कंप्यूटिंग के प्रयोगात्मक युग से अनुप्रयोगिक युग में प्रवेश का संकेत है।
Google की Willow Quantum Processor उपलब्धि क्वांटम कंप्यूटिंग को व्यावहारिक और उद्योग-केंद्रित बनाने में मील का पत्थर साबित हुई है। 13,000 गुना तेज स्पीड और सत्यापन योग्य एल्गोरिदम के साथ, विज्ञान और तकनीक की दुनिया में एक नई क्रांति की संभावना बढ़ गई है। पाठकों को अपडेटेड रहने और क्वांटम कंप्यूटिंग की नई तकनीकों पर नजर रखने की सलाह दी जाती है।