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HDB Financial Services IPO: 2 जुलाई को स्टॉक मार्केट में होगी लिस्टिंग

HDB Financial Services IPO: 2 जुलाई को स्टॉक मार्केट में होगी लिस्टिंग

Upcoming IPO: अंतिम आंकड़ों के अनुसार, HDB Financial Services का तीन दिवसीय इश्यू 16.69 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ। कुल 13.04 करोड़ शेयरों के मुकाबले निवेशकों ने 217.7 करोड़ शेयरों के लिए आवेदन किया।

HDFC बैंक की सहायक कंपनी HDB Financial Services का इनिशियल पब्लिक ऑफर अब निवेशकों के डिमैट खाते तक पहुंच चुका है। मंगलवार को निवेशकों के खाते में शेयर क्रेडिट हो गए हैं और बुधवार 2 जुलाई को यह कंपनी BSE और NSE दोनों एक्सचेंज पर लिस्ट होने जा रही है। ग्रे मार्केट में मिल रही रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसकी लिस्टिंग प्राइस इश्यू प्राइस से करीब 9 प्रतिशत ऊपर हो सकती है।

IPO को मिला जबरदस्त रिस्पॉन्स

HDB Financial Services के तीन दिन चले IPO को निवेशकों से जबरदस्त समर्थन मिला। यह इश्यू कुल 16.69 गुना सब्सक्राइब हुआ। कंपनी ने कुल 13.04 करोड़ शेयर ऑफर किए थे, जबकि निवेशकों की तरफ से 217.7 करोड़ शेयरों की मांग की गई। इससे साफ है कि इस IPO को लेकर बाजार में खासा उत्साह देखने को मिला।

QIB निवेशकों ने सबसे ज्यादा दिलचस्पी दिखाई

सबसे ज्यादा बोली क्वालिफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स यानी QIB कैटेगरी से आई, जहां इश्यू 55 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ। इसके अलावा नॉन-इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII), HDFC बैंक के मौजूदा शेयरधारक और HDB के कर्मचारी वर्ग से भी अच्छा रिस्पॉन्स देखने को मिला। रिटेल इनवेस्टर्स का हिस्सा भी पूरी तरह भर गया, हालांकि यह अन्य वर्गों की तुलना में कम रहा।

IPO की कुल वैल्यू 

यह IPO इस साल का दूसरा सबसे बड़ा पब्लिक ऑफर बना है। इसके तहत कुल ₹12,500 करोड़ जुटाए गए हैं। इसमें से ₹2,500 करोड़ का हिस्सा फ्रेश इश्यू के तहत आया है, जबकि ₹10,000 करोड़ ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए जुटाए गए हैं। इस इश्यू का प्राइस बैंड ₹700 से ₹740 प्रति शेयर तय किया गया था।

Tata Technologies को भी पीछे छोड़ा

सब्सक्रिप्शन के लिहाज से देखें तो HDB Financial Services का IPO साल 2023 में आए Tata Technologies के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ गया। टाटा टेक्नोलॉजीज के IPO को जितना रिस्पॉन्स मिला था, HDB ने उससे ज्यादा बोली आकर्षित की है। इश्यू में ₹1.61 लाख करोड़ से अधिक की बोलियां लगाई गईं, जो अपने आप में एक मजबूत संकेत है।

कंपनी का बिजनेस मॉडल क्या है

HDB Financial Services एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी है जो देशभर में छोटे कारोबारियों, ट्रांसपोर्ट सेक्टर से जुड़े लोगों और आम उपभोक्ताओं को लोन उपलब्ध कराती है। कंपनी का काम तीन मुख्य क्षेत्रों में बंटा हुआ है: एंटरप्राइज लेंडिंग, एसेट फाइनेंस और कंज्यूमर फाइनेंस। इस मॉडल की वजह से कंपनी की पकड़ छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों तक भी है।

देशभर में फैला है नेटवर्क

HDB Financial Services का नेटवर्क देश के कोने-कोने में फैला हुआ है। यह कंपनी कई वर्षों से NBFC क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति बनाए हुए है और HDFC बैंक की शाखाओं के साथ मिलकर अपनी सेवाएं देती है। इस नेटवर्क का फायदा कंपनी को बाजार में प्रतिस्पर्धा के बीच बेहतर प्रदर्शन करने में मिलता है।

कंपनी के ग्राहक कौन हैं

HDB के ग्राहक मुख्य रूप से छोटे दुकानदार, ऑटो-फाइनेंस लेने वाले ग्राहक, क्रेडिट कार्ड उपभोक्ता और छोटे उद्यमी होते हैं। कंपनी की नीति ग्राहक के साथ सीधे संपर्क में रहकर आसान दस्तावेज़ीकरण और तेज़ लोन प्रोसेसिंग की रही है, जिससे ग्राहकों का भरोसा लगातार बना हुआ है।

पिछले कुछ वर्षों की ग्रोथ

HDB ने बीते वर्षों में लगातार ग्रोथ दिखाई है। हालांकि, कोविड-19 के समय इसकी ग्रोथ पर असर पड़ा था, लेकिन बाद में कंपनी ने अपने लोन पोर्टफोलियो में सुधार करते हुए फिर से रफ्तार पकड़ी है। डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म्स और टेक्नोलॉजी का सहारा लेकर HDB अब और ज्यादा ग्राहकों तक पहुंच बनाने में सक्षम हुई है।

आईपीओ में निवेश करने वालों की स्थिति

IPO में जिन निवेशकों को शेयर आवंटित हुए हैं, उनके लिए यह लिस्टिंग दिन काफी अहम रहेगा। बाजार के जानकारों की मानें तो इस IPO की लिस्टिंग ₹800 से ऊपर हो सकती है, हालांकि अंतिम प्राइस शेयर बाजार की स्थिति और मांग पर निर्भर करेगा।

मार्केट एक्सपर्ट्स की नजर इस IPO पर

बाजार में इसे लेकर काफी चर्चा है कि HDB का IPO न केवल इसकी मूल कंपनी HDFC बैंक की छवि से फायदा उठा रहा है, बल्कि इसके बिजनेस मॉडल की स्थिरता और भविष्य की संभावनाएं भी निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं।

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