Columbus

HSRP स्टिकर अनिवार्य: सुप्रीम कोर्ट का आदेश, बिना HSRP गाड़ी मालिकों पर लगेगा भारी जुर्माना

HSRP स्टिकर अनिवार्य: सुप्रीम कोर्ट का आदेश, बिना HSRP गाड़ी मालिकों पर लगेगा भारी जुर्माना

देशभर में अब आपकी गाड़ी पर HSRP स्टिकर लगवाना अनिवार्य हो गया है। यदि आपके वाहन पर यह स्टिकर नहीं लगा है, तो आपको न केवल भारी जुर्माना देना पड़ सकता है, बल्कि आपकी गाड़ी से जुड़ी कई अहम सेवाएं भी बंद हो सकती हैं। सुप्रीम कोर्ट के कड़े आदेश के तहत यह नियम दिल्ली-एनसीआर समेत कई बड़े इलाकों में लागू हो चुका है। 

इस खबर में हम विस्तार से जानेंगे कि यह स्टिकर क्या है, क्यों जरूरी है, कौन-कौन सी गाड़ियों पर लगेगा और इसे आप कैसे आसानी से घर बैठे बनवा सकते हैं।

HSRP स्टिकर क्या है और इसका उद्देश्य क्या है?

HSRP का मतलब है High Security Registration Plate, लेकिन इसके साथ अब एक नया कलर-कोडेड होलोग्राम स्टिकर भी अनिवार्य किया गया है। यह स्टिकर आपकी गाड़ी की विंडशील्ड यानी सामने के कांच पर लगाया जाता है और यह बताता है कि आपकी गाड़ी कौन-सा ईंधन इस्तेमाल करती है — पेट्रोल, डीजल, CNG या इलेक्ट्रिक।

यह कदम बढ़ते प्रदूषण और ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को रोकने के लिए उठाया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस सिस्टम को 1 अप्रैल 2019 से लागू किया था, लेकिन अब इसे कड़ाई से पालन कराने का आदेश दिया गया है। इस स्टिकर के बिना आपकी गाड़ी के PUC सर्टिफिकेट, रजिस्ट्रेशन ट्रांसफर, डुप्लीकेट आरसी या हाइपोथिकेशन जैसी सेवाएं भी उपलब्ध नहीं होंगी।

HSRP स्टिकर के रंग और उनकी खासियत

HSRP स्टिकर तीन मुख्य रंगों में आता है, जो वाहन के ईंधन प्रकार के अनुसार अलग-अलग होते हैं:

  • नीला स्टिकर: पेट्रोल और CNG वाहनों के लिए
  • नारंगी स्टिकर: डीजल वाहनों के लिए
  • हरा स्टिकर: इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए
  • ग्रे स्टिकर: अन्य वाहनों के लिए (जैसे कि डीजल-पेट्रोल का मिक्स इस्तेमाल करने वाले या विशेष वाहनों के लिए)

इन रंगों के जरिए ट्रैफिक पुलिस को यह आसानी से पता चल जाता है कि कौन-सा वाहन किस ईंधन पर चलता है। यह पुराने और ज्यादा प्रदूषण करने वाले वाहनों की पहचान करना आसान बनाता है और उन्हें ट्रैक करने में मदद करता है।

HSRP स्टिकर के लाभ और जरूरी जानकारी

यह स्टिकर केवल रंगीन होलोग्राम नहीं है, बल्कि इस पर कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी होती हैं, जैसे:

  • वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर
  • फिटनेस की वैधता
  • पंजीकरण प्राधिकरण का नाम
  • ईंधन प्रकार

इन जानकारियों की वजह से न केवल वाहन की विश्वसनीयता बढ़ती है, बल्कि फर्जी नंबर प्लेट, वाहन चोरी और अवैध वाहनों की जांच भी बेहतर होती है। साथ ही, यह स्टिकर प्रदूषण नियंत्रण के लिए भी महत्वपूर्ण है।

जुर्माना कितना है और क्यों जरूरी है इसे लगवाना?

अगर आपकी गाड़ी पर यह HSRP स्टिकर नहीं होगा, तो आपको 2000 से लेकर 5000 रुपये तक का जुर्माना देना पड़ सकता है। साथ ही, बिना स्टिकर के आपकी गाड़ी के लिए PUC सर्टिफिकेट, रजिस्ट्रेशन ट्रांसफर, डुप्लीकेट आरसी या हाइपोथिकेशन जैसी सुविधाएं भी ब्लॉक हो जाएंगी। इससे वाहन मालिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

HSRP स्टिकर कैसे बनवाएं – आसान तरीका

अगर अभी तक आपने अपने वाहन के लिए HSRP स्टिकर नहीं बनवाया है, तो अब समय आ गया है इसे जल्द से जल्द बनवाने का। इसे ऑनलाइन बुक करना बेहद आसान है। आप bookmyhsrp.com वेबसाइट पर जाकर नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो कर सकते हैं:

  • वेबसाइट पर जाएं और अपनी गाड़ी का नंबर, चेसिस नंबर और इंजन नंबर दर्ज करें।
  • आवश्यक अन्य जानकारी भरें।
  • अपने नजदीकी फिटमेंट सेंटर को चुनें।
  • ऑनलाइन पेमेंट करें।
  • डिलीवरी के विकल्प में से चुनें — या तो आप घर पर स्टिकर प्राप्त करें या नजदीकी वर्कशॉप में जाकर लगवा सकते हैं।
  • तय तारीख को अपनी गाड़ी लेकर चुने हुए सेंटर पर पहुंचें और स्टिकर लगवाएं।

क्यों जरूरी है यह कदम?

आज के समय में प्रदूषण एक बड़ी चुनौती है। दिल्ली-एनसीआर जैसे क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता लगातार खराब हो रही है। वाहन प्रदूषण इसमें सबसे बड़ा कारण माना जाता है। सुप्रीम कोर्ट ने इस कारण से यह कदम उठाया है ताकि:

  • प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके।
  • वाहनों की सही पहचान हो सके।
  • अवैध, चोरी या फर्जी नंबर प्लेट वाले वाहनों पर नकेल कसी जा सके।
  • ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित किया जा सके।

अब अगर आपकी गाड़ी पर HSRP स्टिकर नहीं है तो जल्द से जल्द इसे बनवाएं। यह सिर्फ एक नियम नहीं, बल्कि हमारी सेहत और पर्यावरण की सुरक्षा से जुड़ा महत्वपूर्ण कदम है। बिना स्टिकर के न केवल जुर्माना लग सकता है, बल्कि आपकी गाड़ी की कई जरूरी सेवाएं भी बाधित हो सकती हैं।

Leave a comment