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इजरायल का सटीक प्रहार: ईरान में कुद्स फोर्स के दो टॉप कमांडर ढेर, हमास-ईरान गठजोड़ पर करारा हमला

इजरायल का सटीक प्रहार: ईरान में कुद्स फोर्स के दो टॉप कमांडर ढेर, हमास-ईरान गठजोड़ पर करारा हमला

इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक बड़ी और अहम खबर सामने आई है। इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने दावा किया है कि उन्होंने ईरानी सैन्य अधिकारी सईद इजादी (Saeed Izadi) को एक टारगेटेड एयरस्ट्राइक में मार गिराया है।

इजरायल-ईरान युद्ध: पश्चिम एशिया में जारी छद्म युद्ध के बीच इजरायल ने एक बार फिर अपनी सैन्य रणनीति और खुफिया क्षमता का प्रदर्शन करते हुए ईरान की धरती पर एक बेहद सटीक और उच्च-स्तरीय एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया है। इस ऑपरेशन में ईरान की कुख्यात इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) से जुड़े कुद्स फोर्स के दो प्रमुख कमांडरों सईद इजादी और बेहनाम शाहरियारी को मार गिराया गया। दोनों अधिकारी हमास से ईरान के संबंधों की रीढ़ माने जाते थे।

सईद इजादी: हमास और ईरान के रिश्तों की कड़ी

सईद इजादी, जो कि कुद्स फोर्स के फिलिस्तीनी डिवीजन का प्रमुख था, को कोम शहर के बाहरी इलाके में हुए एयरस्ट्राइक में निशाना बनाया गया। इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने दावा किया कि इजादी न केवल हमास को मिलने वाली आर्थिक और सैन्य सहायता का प्रमुख स्रोत था, बल्कि वह ईरान और गाजा स्थित हमास नेतृत्व के बीच सामरिक संवाद का अहम चैनल भी था।

आईडीएफ के आधिकारिक बयान में कहा गया, सईद इजादी, जिसने हमास के साथ मिलकर इजरायल को अस्थिर करने की कई योजनाएं बनाई थीं, अब नहीं रहा। उसका सफाया एक रणनीतिक विजय है। वह हमास के साथ ईरान की साझेदारी का संचालनकर्ता था। यह कार्रवाई इजरायल के खिलाफ रची जा रही साजिशों को कमजोर करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।

बेहनाम शाहरियारी: हथियारों के ट्रांजिट का मास्टरमाइंड

इजादी के साथ-साथ इजरायली हमले में कुद्स फोर्स के एक और वरिष्ठ अधिकारी बेहनाम शाहरियारी को भी मार गिराया गया। शाहरियारी हथियारों की अंतरराष्ट्रीय तस्करी यूनिट का प्रमुख था, जो यमन, सीरिया, इराक और लेबनान में ईरानी समर्थित आतंकवादी संगठनों को हथियार पहुंचाने का काम करता था।IDF ने अपने बयान में बताया कि शाहरियारी की मौत ईरानी क्षेत्र में गहराई तक की गई खुफिया निगरानी और ऑपरेशनल सटीकता का नतीजा है। 

वह इस नेटवर्क का हिस्सा था जो इजरायल विरोधी प्रॉक्सी गुटों को ड्रोन, मिसाइल, और रॉकेट सिस्टम्स की आपूर्ति करता था। शाहरियारी की भूमिका को हिज़्बुल्ला और हमास दोनों के लिए सामरिक रूप से ‘अमूल्य’ माना जाता था।

ईरान-हमास संबंधों पर बड़ा झटका

इन दोनों उच्च-स्तरीय हत्याओं से ईरान और हमास के बीच चल रहे सहयोग को गहरा झटका लगा है। सईद इजादी न केवल फंडिंग चैनल को मैनेज करता था, बल्कि गुप्त बैठकें, प्रशिक्षण मॉड्यूल और हथियारों की आपूर्ति के लिए लॉजिस्टिक ऑपरेशंस की योजना भी बनाता था। वह लेबनान से संचालित हो रहे हमास विंग को गाज़ा में नियंत्रण बनाए रखने की रणनीति भी देता था।

विशेषज्ञ मानते हैं कि इजादी की मौत न केवल एक व्यक्ति की समाप्ति है, बल्कि इससे एक पूरी नेटवर्क को झटका लगा है जो वर्षों से इजरायल के खिलाफ हमलों की नींव तैयार करता रहा है।

पिछली हत्याओं की कड़ी में नया अध्याय

इस हमले से पहले भी इजरायल ने गाजा पट्टी में कई हमास कमांडरों को निशाना बनाया है। 20 जून को गाजा में मुजाहिदीन ब्रिगेड के साउथ गाजा ब्रिगेड चीफ अली सादी वास्फी अल-आगा को एक ड्रोन हमले में मार गिराया गया था। आगा हमास के वरिष्ठ नेता असद अबू शरिया का उत्तराधिकारी बनने जा रहा था, जिन्हें इसी महीने पहले ही एक ऑपरेशन में मार गिराया गया था।

अल-आगा इजरायली ठिकानों पर हमलों में सक्रिय भूमिका निभाता था और वह आतंकी संगठनों में युवाओं की भर्ती में भी शामिल था। ये सिलसिलेवार कार्रवाइयां इजरायल की इस नीति की पुष्टि करती हैं कि वह ‘डिटेरेन्स थ्रू डिस्मैंटलिंग’ (विनाश के जरिए रोकथाम) रणनीति पर काम कर रहा है। हालांकि अभी तक ईरान की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सुरक्षा सूत्रों का मानना है कि यह हमला तेहरान के लिए बड़ा झटका है।

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