भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने सोमवार (30 जून 2025) को INDIA गठबंधन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने तेजस्वी यादव के वक्फ संशोधन अधिनियम पर दिए हालिया बयान की कड़ी आलोचना की और कहा कि इससे बाबा साहब आंबेडकर के संविधान का अपमान हो रहा है।
BJP MP Sudhanshu Trivedi: भाजपा सांसद और प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने सोमवार (30 जून 2025) को विपक्षी INDIA गठबंधन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने तेजस्वी यादव के वक्फ अधिनियम पर दिए हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विपक्षी दल संविधान और आरक्षण के मूलभूत सिद्धांतों पर कुठाराघात कर रहे हैं। उन्होंने INDIA गठबंधन को “मुल्ला मौलवी का नमाजवाद” समर्थक बताया और आरोप लगाया कि ये पार्टियां शरिया जैसे कट्टरपंथी कानून को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही हैं।
सुधांशु त्रिवेदी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, बाबा साहब आंबेडकर का संविधान जिस न्याय, समता और बंधुत्व की बात करता है, उस पर सीधा हमला किया जा रहा है। राम मनोहर लोहिया और जयप्रकाश नारायण के समाजवाद का ऐसा स्वरूप कभी नहीं था, जैसा ये लोग बना रहे हैं। ये राजद और सपा जैसे दल दरअसल समाजवाद की जगह नमाजवाद का झंडा उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा और जेडीयू असली समाजवाद के साथ खड़े हैं, जबकि विपक्षी गठबंधन अल्पसंख्यक तुष्टिकरण और सांप्रदायिक एजेंडे को आगे बढ़ा रहा है।
‘आरक्षण पर खतरा पैदा कर रहा विपक्ष’
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि विपक्ष की सरकारें और उनके नेता वोटबैंक की राजनीति में इतने अंधे हो गए हैं कि आरक्षण तक से समझौता कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और अन्य राज्यों में ओबीसी आरक्षण में मुस्लिम जातियों को शामिल कर पिछड़े वर्गों का हक छीना जा रहा है। उन्होंने कहा, कांग्रेस की सरकार ने तो शरीया को संविधान से ऊपर कर दिया था।
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के दौरान SC, ST और OBC वर्गों के आरक्षण के अधिकार को खत्म कर दिया गया। AMU और जामिया में भी दलित-पिछड़ों का आरक्षण समाप्त किया गया। विपक्ष पिछले दरवाजे से आरक्षण में सेंध लगाने की साजिश रच रहा है।
त्रिवेदी ने वक्फ बोर्ड के कामकाज पर भी सवाल उठाए और कहा कि वक्फ की जमीनों पर कितने अस्पताल, कॉलेज या सार्वजनिक हित के संस्थान चल रहे हैं, इसकी पारदर्शिता क्यों नहीं है? उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव को संसद में उनके पिता लालू यादव का बयान पढ़ लेना चाहिए, जिसमें उन्होंने वक्फ की जमीनों पर सवाल उठाए थे।
वक्फ बोर्ड पर लगाया पक्षपात का आरोप
भाजपा सांसद ने उदाहरण देते हुए कहा कि यमुनानगर के एक गुरुद्वारे पर वक्फ बोर्ड ने दावा किया था, लेकिन विपक्षी दलों में से किसी ने इसका विरोध नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष तराजू पर तौलकर तय करता है कि कौन सी अल्पसंख्यक संस्था का समर्थन करना है और कौन सी को छोड़ना है।सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि संसद द्वारा पारित व राष्ट्रपति द्वारा अनुमोदित वक्फ संशोधन अधिनियम पूरी तरह कानूनी और संवैधानिक है।
उन्होंने बताया कि यह मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, जबकि इलाहाबाद और कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले इस कानून के पक्ष में जा चुके हैं। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह वक्फ कानून के नाम पर गुमराह करने और ध्रुवीकरण की राजनीति करने में जुटा है।
‘INDIA गठबंधन का असली एजेंडा उजागर’
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि INDIA गठबंधन का असली चेहरा जनता के सामने आ चुका है। “इनका एजेंडा अल्पसंख्यक तुष्टिकरण है, ये आतंकियों को बचाने वाले हैं, ये संविधान को ताक पर रखकर शरीया थोपना चाहते हैं। ये वही लोग हैं जिन्होंने बंगाल में ओबीसी आरक्षण में मुस्लिम जातियों को घुसा दिया और अब कर्नाटक में भी यही कर रहे हैं, उन्होंने कहा।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा और उसके सहयोगी दल समाज के हर तबके को न्याय दिलाने और समान अवसर देने के लिए कटिबद्ध हैं, जबकि विपक्षी गठबंधन वोटबैंक और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति में उलझा हुआ है।
तेजस्वी यादव पर सीधा सवाल
भाजपा सांसद ने तेजस्वी यादव से पूछा, “आप बताएं कि बिहार में वक्फ बोर्ड की कितनी जमीनें सार्वजनिक हित में इस्तेमाल हो रही हैं? कितने स्कूल, अस्पताल, कॉलेज वक्फ की जमीन पर बने हैं?” उन्होंने कहा कि जब सार्वजनिक संपत्ति की बात आती है तो पारदर्शिता क्यों नहीं अपनाई जाती? सुधांशु त्रिवेदी ने अंत में कहा कि 2025 और 2026 में होने वाले राज्यों के चुनाव और फिर 2029 का लोकसभा चुनाव, जनता तय करेगी कि देश में बाबा साहब का संविधान चलेगा या विपक्षी गठबंधन का नमाजवाद। उन्होंने कहा, जनता अब समझ गई है कि कौन उसके साथ खड़ा है और कौन उसकी आंखों में धूल झोंक रहा है।