भारत और ब्रिटेन ने ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर किए। इससे भारत के 99% निर्यातकों को टैरिफ में राहत मिलेगी और दोनों देशों के व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे।
India-UK FTA Deal: भारत और ब्रिटेन के बीच लंबे समय से प्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौता (Free Trade Agreement - FTA) आखिरकार औपचारिक रूप से संपन्न हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की उपस्थिति में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। यह FTA दोनों देशों के लिए आर्थिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है और इससे द्विपक्षीय व्यापार में तेज़ी से वृद्धि होने की संभावना है।
क्या है FTA और इसका महत्व
मुक्त व्यापार समझौता यानी FTA वह समझौता होता है जिसमें दो देशों के बीच व्यापारिक लेनदेन पर लगने वाले टैक्स और टैरिफ को या तो खत्म कर दिया जाता है या काफी हद तक घटा दिया जाता है। इसका उद्देश्य है कि दोनों देशों के व्यापार को बढ़ावा दिया जाए, आयात-निर्यात को सुगम बनाया जाए और व्यापारियों को अधिक लाभ हो।
34 अरब डॉलर की वृद्धि की उम्मीद
इस नए समझौते से दोनों देशों के बीच सालाना द्विपक्षीय व्यापार में लगभग 34 अरब अमेरिकी डॉलर की वृद्धि होने का अनुमान है। इसके अलावा, यह समझौता 2030 तक भारत-ब्रिटेन व्यापार को दोगुना कर 120 अरब डॉलर तक पहुंचाने में भी सहायक होगा।
भारतीय निर्यात को मिलेगा व्यापक लाभ
इस FTA का सबसे बड़ा फायदा भारतीय निर्यातकों को मिलेगा। समझौते के तहत भारत के 99% निर्यात पर टैरिफ में छूट दी जाएगी। इसका मतलब यह है कि भारत से ब्रिटेन को भेजे जाने वाले अधिकांश उत्पाद अब सस्ते होंगे, जिससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और भारतीय उत्पादों की मांग में वृद्धि होगी।
किन क्षेत्रों को होगा सीधा लाभ
यह समझौता मुख्य रूप से उन क्षेत्रों के लिए फायदेमंद होगा जो भारत की ताकत माने जाते हैं। जैसे:
- चमड़ा और जूते
- ऑटो पार्ट्स
- सीफूड
- खिलौने
- वस्त्र और परिधान
इन उत्पादों के निर्यात पर टैरिफ में कमी आने से भारतीय उत्पाद ब्रिटिश बाजार में सस्ते और प्रतिस्पर्धी होंगे। इससे भारत में इन सेक्टर्स में उत्पादन और रोजगार दोनों में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
ब्रिटिश उत्पाद होंगे भारत में सस्ते
FTA का दूसरा पहलू यह है कि ब्रिटेन से आयात होने वाले कई उत्पाद भी भारतीय बाजार में सस्ते हो जाएंगे। इनमें शामिल हैं:
- व्हिस्की
- चॉकलेट
- बिस्किट
- सालमन फिश
- कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स
- मेडिकल उपकरण
- लग्जरी कारें
इससे उपभोक्ताओं को बेहतर विकल्प और प्रतिस्पर्धी मूल्य मिलेंगे।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री की टिप्पणी
ब्रिटिश पीएम कीर स्टारमर ने इस समझौते को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह व्यापार को आसान बनाएगा, टैक्स घटाएगा और कामकाजी लोगों की जेब में ज्यादा पैसा पहुंचाएगा। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा समझौता है जो दोनों देशों में नौकरियों को बढ़ावा देगा, जीवन स्तर को ऊंचा उठाएगा और आर्थिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
भारत में कारोबारी जगत ने इस समझौते का स्वागत किया है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (FIEO) ने कहा है कि यह कदम खासकर MSME सेक्टर को बड़ा लाभ देगा जो पारंपरिक क्षेत्रों में निर्यात करता है।