Columbus

India-US Trade Talks: टैरिफ पर समाधान की उम्मीद, बैठक कल से शुरू

India-US Trade Talks: टैरिफ पर समाधान की उम्मीद, बैठक कल से शुरू

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार और टैरिफ विवाद को लेकर 16 सितंबर 2025 को अहम बैठक होगी। अमेरिकी चीफ नेगोशिएटर Brendan Lynch और उनकी टीम भारत पहुंच चुकी हैं। दोनों देशों के मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल और Brendan Lynch व्यापार समझौते और टैरिफ मुद्दों पर चर्चा करेंगे, ताकि लंबित विवादों का समाधान किया जा सके।

Trade agreement: भारत और अमेरिका के बीच व्यापार और टैरिफ को लेकर 16 सितंबर 2025 को अहम बैठक होने जा रही है। अमेरिकी टीम, जिसमें चीफ नेगोशिएटर Brendan Lynch शामिल हैं, 15 सितंबर को भारत पहुंच चुकी है। बैठक में अमेरिका और भारत के मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल और Brendan Lynch व्यापार समझौते, टैरिफ विवाद और लंबित मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यह वार्ता 25 अगस्त 2025 की स्थगित डील के बाद हो रही है, और दोनों पक्ष सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ समाधान की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

बैठक का एजेंडा

16 सितंबर को दोनों देशों के मुख्य वार्ताकार भारत-अमेरिका व्यापारिक वार्ता (India-US BTA) पर चर्चा करेंगे। भारत की ओर से इस वार्ता में मुख्य वार्ताकार व वाणिज्य विभाग के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल हिस्सा लेंगे। बैठक का मुख्य एजेंडा भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील और टैरिफ विवाद को हल करना है। यह बातचीत पिछले महीने, 25 अगस्त 2025 को तय की गई डील के स्थगित होने के बाद हो रही है।

व्यापारिक मुद्दों पर दोनों देशों की तैयारी

मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, भारत-अमेरिका व्यापार मोर्चे पर आगे की रणनीति इसी महीने तय की जाएगी। भारत के वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि दोनों देश व्यापार मुद्दों को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण रख रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ अन्य मुद्दे हैं, जिनका व्यापार से सीधे संबंध नहीं है, और उन्हें कूटनीतिक स्तर पर उठाया जाएगा।

विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों देशों के बीच लंबित टैरिफ विवाद और अन्य व्यापारिक मुद्दों का समाधान न केवल भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि वैश्विक व्यापार पर भी असर डालेगा। अमेरिका के प्रतिनिधिमंडल का मानना है कि भारत के बाजार में अमेरिकी उत्पादों की पहुंच को बढ़ाना और भारतीय उद्योगों के लिए प्रतिस्पर्धी वातावरण बनाना जरूरी है।

पिछली बातचीत और स्थगित डील

पिछली बार 25 अगस्त को तय हुई डील को स्थगित कर दिया गया था। इसके पीछे मुख्य कारण दोनों देशों के बीच कुछ टैरिफ और कस्टम ड्यूटी को लेकर असहमति थी। अमेरिकी टीम ने इसे व्यापारिक बाधा माना और भारत से समाधान की उम्मीद जताई। वहीं भारत ने अपनी आंतरिक नीतियों और घरेलू उद्योगों के हितों को ध्यान में रखते हुए कुछ प्रस्तावों पर फिर से विचार करने की मांग की थी।

भारत और अमेरिका के व्यापारिक संबंध

भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध लंबे समय से मजबूत रहे हैं। दोनों देश तकनीकी सहयोग, कृषि, ऑटोमोबाइल, और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में व्यापार का दायरा बढ़ा है और अमेरिकी कंपनियों ने भारत में निवेश बढ़ाया है। वहीं भारत ने भी अमेरिका के बाजार में अपनी पहुंच बढ़ाई है। टैरिफ और व्यापारिक विवादों का समाधान इन रिश्तों को और मजबूत करेगा।

Leave a comment