स्पीडटेस्ट ग्लोबल इंडेक्स 2025 के अनुसार, पाकिस्तान की इंटरनेट स्पीड भारत की तुलना में काफी धीमी है। मोबाइल इंटरनेट में पाकिस्तान 100वें और फिक्स्ड ब्रॉडबैंड में 145वें स्थान पर है, जबकि भारत क्रमशः 25वें और 98वें स्थान पर है। दिल्ली में इंटरनेट सबसे तेज है, जबकि लाहौर में पाकिस्तान की स्पीड सीमित है।
Internet Speed Pakistan: रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान में मोबाइल और फिक्स्ड ब्रॉडबैंड इंटरनेट स्पीड भारत से काफी पीछे है। स्पीडटेस्ट ग्लोबल इंडेक्स 2025 के आंकड़ों के मुताबिक, मोबाइल इंटरनेट में पाकिस्तान 100वें और फिक्स्ड ब्रॉडबैंड में 145वें स्थान पर है, जबकि भारत क्रमशः 25वें और 98वें स्थान पर है। राजधानी दिल्ली में इंटरनेट स्पीड सबसे तेज है, जबकि पाकिस्तान के लाहौर शहर में सीमित स्पीड दर्ज की गई है। यह अंतर डिजिटल कारोबार, ऑनलाइन शिक्षा और स्ट्रीमिंग सेवाओं पर असर डाल रहा है और नेटवर्क सुधार की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
पाकिस्तान में इंटरनेट स्पीड का हाल
पाकिस्तान में मोबाइल इंटरनेट स्पीड औसतन 24.32Mbps डाउनलोड और 8.64Mbps अपलोड दर्ज की गई है। फिक्स्ड ब्रॉडबैंड में डाउनलोड स्पीड 16.28Mbps और अपलोड स्पीड 16.33Mbps है। शहरों की बात करें तो लाहौर मोबाइल इंटरनेट में सबसे आगे है, जहां डाउनलोड स्पीड 28.58Mbps और अपलोड स्पीड 7.70Mbps दर्ज की गई। वहीं फिक्स्ड ब्रॉडबैंड में लाहौर 182वें स्थान पर है, जिसमें डाउनलोड 16.73Mbps और अपलोड 16.51Mbps है।
पाकिस्तान की इस धीमी स्पीड का असर डिजिटल सेवाओं, ऑनलाइन स्ट्रीमिंग और कामकाज पर भी पड़ता है। विशेषज्ञों के अनुसार, देश में इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार और नेटवर्क अपग्रेडेशन की आवश्यकता है।
भारत में इंटरनेट स्पीड की मजबूती
भारत मोबाइल इंटरनेट में औसत 131.77Mbps डाउनलोड और 11.18Mbps अपलोड स्पीड के साथ 25वें स्थान पर है। फिक्स्ड ब्रॉडबैंड में औसत डाउनलोड स्पीड 59.07Mbps और अपलोड स्पीड 57.16Mbps दर्ज की गई है। राजधानी दिल्ली में मोबाइल डाउनलोड स्पीड 155.93Mbps और फिक्स्ड ब्रॉडबैंड में 91.73Mbps की रफ्तार देखी गई।
भारत में तेज इंटरनेट स्पीड की वजह से डिजिटल कारोबार, ऑनलाइन शिक्षा और ई-कॉमर्स में बेहतर प्रदर्शन संभव हो रहा है। 5G नेटवर्क का विस्तार भी इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
स्पीडटेस्ट के आंकड़े स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि पाकिस्तान भारत के मुकाबले इंटरनेट स्पीड में पीछे है। मोबाइल और फिक्स्ड ब्रॉडबैंड दोनों ही मामलों में भारत बेहतर स्थिति में है, जिससे डिजिटल इंडिया की पहल मजबूत होती है। पाकिस्तान को भी नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार और उच्च रफ्तार वाले इंटरनेट सेवाओं पर निवेश करने की आवश्यकता है।