Saatvik Green Energy का IPO घरेलू बाजार में फ्लैट लिस्ट हुआ, ₹465 के भाव पर शेयर खुले। कंपनी का मुनाफा तेजी से बढ़ रहा है, FY2025 में ₹213.93 करोड़ हो गया। IPO से जुटाए गए ₹700 करोड़ नए शेयरों के माध्यम से कंपनी कर्ज कम करेगी और 4 GW सोलर मॉड्यूल फैक्ट्री स्थापित करेगी।
Saatvik Green Energy का IPO 26 सितंबर को शेयर बाजार में लिस्ट हुआ, ₹465 के भाव पर फ्लैट एंट्री के साथ। कंपनी सोलर मॉड्यूल निर्माण और EPC सेवाएं देती है। IPO में कुल ₹900 करोड़ जुटाए गए, जिसमें से ₹700 करोड़ नए शेयरों के माध्यम से कर्ज कम करने, सहायक कंपनी में निवेश और ओडिशा में 4 GW सोलर फैक्ट्री स्थापित करने में खर्च होंगे। कंपनी का मुनाफा FY2025 में ₹213.93 करोड़ तक बढ़ गया है, जबकि टोटल इनकम सालाना 88% CAGR से ₹2,192.47 करोड़ हो गई।
आईपीओ की एंट्री और शुरुआती कारोबार
सात्विक ग्रीन एनर्जी के शेयरों को आईपीओ में ₹465 के भाव पर जारी किया गया था। आज BSE पर इसकी कीमत ₹460.00 और NSE पर ₹465.00 पर खुली। शुरुआती कारोबार में शेयर थोड़ा ऊपर उठकर BSE पर ₹460.55 पर पहुंच गया। इसका मतलब यह है कि आईपीओ निवेशक न तो लाभ में हैं और न ही नुकसान में। वहीं कंपनी के कर्मचारियों को हर शेयर ₹44.00 के डिस्काउंट पर मिला है, जिससे उन्हें फायदा हुआ।
आईपीओ का सब्सक्रिप्शन
सात्विक ग्रीन एनर्जी का ₹900 करोड़ का आईपीओ 19 से 23 सितंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इसे निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला और ओवरऑल 6.93 गुना सब्सक्राइब हुआ। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स का हिस्सा 11.41 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों का 10.57 गुना, खुदरा निवेशकों का 2.81 गुना और कर्मचारियों का 5.59 गुना भरा गया।
आईपीओ से जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल
इस आईपीओ के तहत ₹700 करोड़ के नए शेयर जारी किए गए। इसके अलावा 43,01,075 शेयर ऑफर फॉर सेल के माध्यम से बिके। ऑफर फॉर सेल का पैसा शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹10.82 करोड़ कंपनी का कर्ज हल्का करने के लिए, ₹166.44 करोड़ सब्सिडरी सात्विक सोलर इंडस्ट्रीज का कर्ज कम करने के लिए और ₹477.23 करोड़ ओडिशा के गोपालपुर में 4 गीगावाट की सोलर पीवी मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी लगाने के लिए निवेश किए जाएंगे। बाकी पैसे सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
कंपनी का व्यवसाय और तकनीक
सात्विक ग्रीन एनर्जी की स्थापना 2015 में हुई थी। कंपनी सोलर मॉड्यूल बनाती है और EPC सर्विसेज देती है। कंपनी की तकनीक ऊर्जा हानि कम करने और दक्षता बढ़ाने में मदद करती है। वर्ष 2016 में कंपनी ने मैन्युफैक्चरिंग शुरू की थी। मार्च 2017 में इसकी इंस्टॉल्ड कैपेसिटी 125 मेगावाट थी, जो जून 2025 तक लगभग 3.80 गीगावाट तक बढ़ गई। कंपनी की हरियाणा के अंबाला में दो मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं।
वित्तीय स्थिति में तेजी
कंपनी का मुनाफा लगातार बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 2023 में शुद्ध मुनाफा ₹4.75 करोड़ था, जो वित्त वर्ष 2024 में ₹100.47 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹213.93 करोड़ तक पहुंच गया। इसी दौरान कंपनी की टोटल इनकम 88 प्रतिशत से अधिक की चक्रवृद्धि दर से बढ़कर ₹2,192.47 करोड़ हो गई।
कर्ज और रिजर्व की स्थिति
कंपनी का कर्ज भी समय के साथ बढ़ा। वित्त वर्ष 2023 के अंत में कर्ज ₹144.49 करोड़ था, जो वित्त वर्ष 2024 में ₹263.42 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹458.10 करोड़ तक पहुंच गया। इसी अवधि में रिजर्व और सरप्लस भी बढ़ा। वित्त वर्ष 2023 के अंत में यह ₹16.89 करोड़ था, वित्त वर्ष 2024 में ₹263.42 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹458.10 करोड़ हो गया।
शेयर बाजार में आईपीओ लिस्टिंग के समय निवेशकों की प्रतिक्रिया मिश्रित रही। शुरुआती कारोबार में शेयरों में खास तेजी नहीं देखी गई। कंपनी के मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और भविष्य की योजनाओं को देखते हुए निवेशकों की निगाहें लंबे समय तक शेयर पर बनी रह सकती हैं।