साइबर ठग अब AI का इस्तेमाल कर नकली कैप्चा पेज तैयार कर रहे हैं, जिसमें I’m Not a Robot कैप्चा भी फर्जी है। Lovable, Netlify और Vercel जैसे प्लेटफॉर्म्स पर बने ये पेज यूजर्स को धोखे में डालकर पासवर्ड, OTP और संवेदनशील जानकारी चुराते हैं। सावधानी ही बचाव है।
Cyber Scam Alert: नकली कैप्चा पेज से हो रही फिशिंग धोखाधड़ी: जनवरी 2025 से, भारत और अन्य देशों में साइबर ठग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करके नकली कैप्चा पेज तैयार कर रहे हैं। ये पेज Lovable, Netlify और Vercel जैसे मुफ्त वेबसाइट प्लेटफॉर्म पर बनाए जाते हैं। यूजर्स जब फर्जी ईमेल में दिए लिंक पर क्लिक करते हैं और I’m Not a Robot कैप्चा भरते हैं, तो उन्हें फिशिंग फॉर्म पर भेजा जाता है, जहां पासवर्ड, OTP और अन्य निजी जानकारी चुराई जाती है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह नया तरीका बेहद खतरनाक और तेजी से फैलने वाला साइबर फ्रॉड है।
फिशिंग अटैक कैसे काम करता है
जानकारी के अनुसार, स्कैमर्स सबसे पहले यूजर्स को फर्जी ईमेल भेजते हैं। इनमें पासवर्ड रीसेट, डिलीवरी एड्रेस बदलने या जरूरी अपडेट का बहाना बनाकर लिंक दिया जाता है। यूजर जब इस लिंक पर क्लिक करता है, तो वह ऐसे पेज पर पहुंचता है जो असली कैप्चा जैसा दिखता है।
जैसे ही व्यक्ति I’m Not a Robot पर क्लिक करता है, वह सीधे फिशिंग फॉर्म पर रीडायरेक्ट हो जाता है। इस फॉर्म के जरिए स्कैमर्स पासवर्ड, OTP और अन्य संवेदनशील जानकारी चुराते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह तरीका पुराने फिशिंग अटैक्स की तुलना में बहुत ज्यादा प्रभावी और खतरनाक है।
नकली वेबसाइट्स का तेजी से फैलना
हाल की रिपोर्ट्स में सामने आया है कि स्कैमर्स AI और वाइब कोडिंग जैसी तकनीकों का इस्तेमाल कर बहुत कम समय में नकली वेबसाइट्स तैयार कर रहे हैं। खासकर Netlify और Vercel जैसे प्लेटफॉर्म्स पर बने ये पेज दिखने में इतने वास्तविक हैं कि आम यूजर्स आसानी से भ्रमित हो जाते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह तेजी से फैलने वाला साइबर फ्रॉड है। इसलिए इंटरनेट यूजर को हमेशा सावधान रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध लिंक या पेज पर व्यक्तिगत जानकारी नहीं दर्ज करनी चाहिए।
साइबर फ्रॉड से बचने के तरीके
किसी भी अनजान ईमेल या संदेश में मिले लिंक पर क्लिक करने से पहले भेजने वाले का पता और URL ध्यान से जांचें।
- अपने अकाउंट्स में टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) सक्रिय रखें।
- बैंकिंग, ई-कॉमर्स और अन्य ऑनलाइन सेवाओं के लिए केवल उनकी आधिकारिक ऐप या वेबसाइट का ही इस्तेमाल करें।
- किसी भी संदिग्ध पेज पर OTP, पासवर्ड या अन्य निजी जानकारी न डालें।
- संदिग्ध कैप्चा या फॉर्म का स्क्रीनशॉट लेकर तुरंत रिपोर्ट करें।
- अपने ब्राउज़र और सुरक्षा टूल्स को समय-समय पर अपडेट करते रहें।
विशेषज्ञों का कहना है कि इन आसान लेकिन प्रभावी उपायों को अपनाकर लाखों यूजर्स अपने अकाउंट और संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रख सकते हैं।