राजस्थान के जैसलमेर जिले स्थित तनोट–सादेवाला इलाके में भारत-पाकिस्तान सीमा से लगभग 10–12 किमी अंदर शनिवार शाम को रेतीले टीलों पर एक युवक और किशोरी के शव मिलने से सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। सीमा सुरक्षा बल (BSF) और स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को रामगढ़ की मोर्चरी में रखवा दिया है। शुरुआती जांच में मृतकों की पहचान पाकिस्तानी नागरिकों के रूप में हुई है। दार्जन वर्षीय युवक और लगभग 15 वर्षीय लड़की के पास पाकिस्तान के मोबाइल सिम, पहचान पत्र एवं अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं।
भूख-प्यास या प्रेम कारण
स्थानीय पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी और BSF महानिरीक्षक एमएल गर्ग के मुताबिक, दोनों शव चार-पाँच दिन पुराने दिख रहे हैं। शुरुआती अंदेशा हत्या का नहीं बल्कि भूख-प्यास से हुई मौत का लगाया जा रहा है। लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि वे भारत-पाकिस्तान की सीमा कैसे पार आए—क्या हाल ही में घुसपैठ की गई, या पहले से भारत में रह रहे थे। इसी संदर्भ में विदेशी नागरिक पंजीकरण कार्यालय (FRO) को भी सूचना भेजी गई है। पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया, लेकिन घुसपैठ के कोई निशान नहीं मिले हैं।
प्रेम कहानी का राज़ या मजबूरी का सिलसिला
पुलिस सूत्रों ने बताया कि युवक और किशोरी संभवतः प्रेमी-प्रेमिका थे। कुछ सुराग इस बात की ओर भी इंगित करते हैं कि वे पारिवारिक या सामाजिक दबाव से परेशान होकर भारत तक आ सकते हैं। प्रेम कहानी का यह एंगल अभी जांच की मुख्य दिशा बनी हुई है। वहीं, बीएसएफ और स्थानीय पुलिस मामले की विस्तृत और निष्पक्ष जांच कर रहे हैं।
आगे की कार्यवाही और खुफ़िया पहलुओं की पड़ताल
पुलिस अधीक्षक चौधरी ने बताया कि दोनों शवों का पोस्टमार्टम जल्द कराया जाएगा ताकि मौत की वास्तविक वजह का पता चल सके। साथ ही, मोबाइल फोन और दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच भी की जा रही है। BSF आईजी गर्ग ने कहा कि बॉर्डर क्षेत्रों की सुरक्षा को और सख़्त किया गया है और इस रहस्य में डूबे शवों के आने के पीछे की विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है। इसके अलावा, पाकिस्तानी पक्ष से भी संभावित संपर्क साधने के प्रयास जारी हैं।
इस रहस्यमयी घटना ने न सिर्फ पड़ोसी देशों के प्रेम-भागने की कहानियों को ताज़ा किया है, बल्कि सुरक्षा पर रखी गई चौकसी और जांच एजेंसियों की सतर्कता पर सवाल भी खड़े किए हैं। दोनों शवों की मौत की असली वजह—चाहे वो प्यास, भूख, साजिश या हत्या—का पता पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के साथ ही स्पष्ट हो पाएगा।