पुरी के गुंडिचा मंदिर में भगदड़ से कई श्रद्धालु घायल हो गए। मुख्यमंत्री माझी ने घटना पर माफी मांगी और दोषियों पर कार्रवाई के आदेश दिए। घायलों को बेहतर इलाज दिया जा रहा है।
Puri Stampede: ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ के रथ यात्रा महोत्सव के दौरान हुई भगदड़ की घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। इस दर्दनाक हादसे पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने न सिर्फ हादसे के लिए माफी मांगी है, बल्कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा भी दिलाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लापरवाही अक्षम्य है और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
भगदड़ में कई श्रद्धालु हुए घायल
घटना श्री गुंडिचा मंदिर के सामने उस समय हुई जब भारी संख्या में श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए एकत्र हुए थे। अत्यधिक भीड़ के चलते भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिसमें कई श्रद्धालु घायल हो गए और कुछ की मौत की पुष्टि भी हुई है। इस घटना ने राज्य सरकार की सुरक्षा तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सीएम माझी ने सार्वजनिक तौर पर मांगी माफी
मुख्यमंत्री माझी ने ट्विटर पर एक भावुक संदेश जारी करते हुए कहा कि "मेरी सरकार और मैं व्यक्तिगत रूप से इस दुखद घटना के लिए सभी जगन्नाथ भक्तों से क्षमा मांगता हूं। मैं उन परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं जिन्होंने भगवान के दर्शन के समय अपने प्रियजनों को खो दिया। भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं कि वह सभी को इस असीम पीड़ा को सहन करने की शक्ति दें।"
उच्चस्तरीय बैठक में रणनीति पर चर्चा
हादसे के तुरंत बाद मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। बैठक में दो उपमुख्यमंत्रियों सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया। इस बैठक में न केवल हादसे की समीक्षा की गई, बल्कि आने वाले दिनों में आयोजित होने वाले बहुदा यात्रा और सोनावेश जैसे बड़े धार्मिक आयोजनों की सुरक्षा तैयारियों पर भी चर्चा की गई।
दोषियों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि जो भी इस हादसे के लिए जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सुरक्षा व्यवस्था में हुई चूक की गहन जांच की जाए और जिम्मेदार व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी जताया दुख
घटना पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी दुख जताया। उन्होंने कहा कि "मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्माओं को शांति मिले और उनके परिजनों को यह अपार दुख सहन करने की शक्ति प्राप्त हो। राज्य सरकार घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा प्रदान कर रही है, मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"
घायलों के इलाज की समुचित व्यवस्था
राज्य सरकार ने पुरी जिला मुख्यालय अस्पताल सहित अन्य चिकित्सा केंद्रों पर विशेष इंतजाम किए हैं। घायलों को तत्काल इलाज मिल सके इसके लिए मेडिकल टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है।
कानून मंत्री ने जांच का दिया आश्वासन
ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने भी घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है जिसकी विस्तृत जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और वे स्वयं मौके का मुआयना करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
भीड़ प्रबंधन पर उठे सवाल
घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल प्रशासन की भीड़ प्रबंधन रणनीति को लेकर उठ रहा है। हर वर्ष होने वाले रथयात्रा जैसे भव्य आयोजनों के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाती है, लेकिन इस बार की घटना से यह स्पष्ट हुआ है कि योजना में कहीं न कहीं गंभीर खामी रही है। कई श्रद्धालुओं ने आरोप लगाया कि मौके पर पुलिस की संख्या पर्याप्त नहीं थी और निकासी मार्ग भी सीमित थे।