अमेरिका में सरकारी शटडाउन के कारण लाखों संघीय कर्मचारी वेतन विहीन हैं। उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने चेताया कि शटडाउन लंबा रहने पर कर्मचारी और सेवाओं में कटौती होगी। अर्थव्यवस्था और आम जनता पर भी असर होगा।
US Shutdown: अमेरिका में जारी सरकारी शटडाउन (government shutdown) लगातार बढ़ते संकट की वजह बन रहा है। देश भर में लाखों संघीय कर्मचारी बिना वेतन के छुट्टी पर हैं और उनका भविष्य अनिश्चितता की स्थिति में है। उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने इस स्थिति को लेकर चिंता जताई है और चेतावनी दी है कि शटडाउन जितना लंबा चलेगा, संघीय कार्यबल में उतनी ही अधिक कटौती होगी। वेंस ने कहा कि नई कटौतियां पीड़ादायक होंगी और इसका असर सीधे आम जनता पर पड़ेगा।
जेडी वेंस की चेतावनी
उपराष्ट्रपति वेंस ने फॉक्स न्यूज के ‘‘संडे मॉर्निंग फ्यूचर्स’’ में कहा कि ट्रंप प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि सेना को भुगतान समय पर किया जाए और कुछ सेवाओं को कम आय वाले अमेरिकियों के लिए संरक्षित रखा जाए। इसमें खाद्य सहायता और अन्य बेसिक सुविधाएं शामिल हैं। वेंस ने स्पष्ट किया कि शटडाउन जितना लंबा चलेगा, संघीय कर्मचारियों और अन्य सेवाओं में उतनी ही कटौतियां की जाएंगी। उन्होंने कहा कि यह स्थिति पीड़ादायक है और किसी के लिए भी स्वीकार्य नहीं है, लेकिन डेमोक्रेट्स के विरोध के कारण प्रशासन इस कठिनाई में फंस गया है।
शटडाउन की शुरुआत
शटडाउन एक अक्टूबर से शुरू हुआ था जब डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों ने अल्पकालिक वित्तीय सहायता के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। उनका कहना था कि इस बिल में ‘अफोर्डेबल केयर एक्ट’ (Affordable Care Act) के तहत स्वास्थ्य बीमा के लिए संघीय रियायत का विस्तार शामिल होना चाहिए। ट्रंप सरकार और कांग्रेस के बीच अभी तक इस मसले पर सहमति नहीं बनी है। इस गतिरोध के कारण संघीय कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है और सरकारी कामकाज पूरी तरह ठप पड़ा है।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर असर
शटडाउन का असर सिर्फ कर्मचारियों तक सीमित नहीं है, बल्कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था (economy) पर भी गंभीर प्रभाव डाल रहा है। सरकारी खर्च में कमी के कारण कई क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबी अवधि तक शटडाउन होने से आर्थिक विकास धीमा हो सकता है, वेतन भुगतान में बाधा आएगी और बेरोजगारी दर बढ़ सकती है। इसके अलावा, व्यापारिक गतिविधियों और निवेशकों के भरोसे पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है।
संघीय कर्मचारियों की स्थिति
लाखों संघीय कर्मचारी शटडाउन के कारण बिना वेतन के काम से दूर हैं। इनमें सेना, नागरिक सेवाएं, हेल्थकेयर और अन्य सरकारी विभागों के कर्मचारी शामिल हैं। उनका कहना है कि यह स्थिति न केवल वित्तीय दबाव पैदा कर रही है बल्कि मानसिक तनाव और भविष्य की अनिश्चितता भी बढ़ा रही है। वेंस ने इस स्थिति को गंभीर बताते हुए कहा कि यह कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए पीड़ादायक समय है।