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कोरोना के नए वेरिएंट से 5 राज्यों में तेजी से बढ़े केस, जानें ताज़ा अपडेट

कोरोना के नए वेरिएंट से 5 राज्यों में तेजी से बढ़े केस, जानें ताज़ा अपडेट

देश के 5 राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। कुल 3961 एक्टिव केस और 28 मौतें हुईं। WHO ने LF.7 और NB.1.8 वेरिएंट्स को निगरानी में रखा है। सावधानी आवश्यक है।

Covid19 New Cases: देश में कोरोना वायरस के मामलों में फिर से तेज वृद्धि देखी जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 203 नए केस सामने आए हैं और 2 मरीजों की मौत हुई है। फिलहाल देश में 3961 एक्टिव केस हैं, जिनमें केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल जैसे राज्य सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। विशेषज्ञों ने इसे ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट की वजह से बढ़ोतरी बताया है, जबकि WHO ने LF.7 और NB.1.8 वेरिएंट को निगरानी में रखा है।

कोरोना मामलों में फिर से तेज़ी, 5 राज्यों में प्रकोप

देश में कोरोना के मामले धीरे-धीरे फिर से बढ़ने लगे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 203 नए कोरोना पॉजिटिव मामले रिपोर्ट हुए हैं, जिससे कुल सक्रिय मामले बढ़कर 3961 हो गए हैं। कोरोना से अब तक कुल 28 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें पिछले एक दिन में 2 नई मौतें दर्ज हुईं।

सबसे ज्यादा कोरोना के सक्रिय मामले केरल में हैं, जहां 1400 एक्टिव केस हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 485, दिल्ली में 436, गुजरात में 320, पश्चिम बंगाल में 287, कर्नाटक में 238, तमिलनाडु में 199 और उत्तर प्रदेश में 149 एक्टिव केस मौजूद हैं। इन राज्यों में संक्रमण की बढ़ोतरी चिंताजनक है।

LF.7 और NB.1.8: WHO द्वारा निगरानी में कोविड वेरिएंट्स

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मई 2025 तक LF.7 और NB.1.8 कोविड के नए सब-वेरिएंट्स को निगरानी में रखा है। ये वेरिएंट्स चीन और एशिया के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमण के बढ़ने का कारण माने जा रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, ये वेरिएंट ज्यादा संक्रामक हैं लेकिन अभी तक इनसे होने वाली बीमारी की गंभीरता कम है।

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने भी बताया कि देश के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों से मिले नमूनों की जांच में ओमिक्रॉन के नए सब-वेरिएंट्स पाए गए हैं, जो फिलहाल हल्के लक्षण पैदा कर रहे हैं।

तेजी से बढ़ते कोरोना केस

देश में कोरोना के मामलों में अचानक बढ़ोतरी देखी गई है। 22 मई को सिर्फ 257 सक्रिय केस थे, जो 26 मई तक बढ़कर 1010 पहुंच गए। इसके बाद से शनिवार तक तीन गुना बढ़कर 3395 सक्रिय मामले हो गए। यह तेजी से बढ़ रहा संक्रमण स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए चिंता का विषय है।

फिर भी स्वास्थ्य मंत्रालय ने जनता से आग्रह किया है कि वे घबराएं नहीं और कोरोना की सावधानियों का पालन करते रहें। खासकर मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना और जरूरी होने पर ही बाहर निकलना जरूरी है।

कोरोना की बढ़ती रफ्तार से उत्तर प्रदेश का नोएडा सबसे ज्यादा प्रभावित

उत्तर प्रदेश के नोएडा क्षेत्र में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां हाल ही में 14 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं, जिससे कुल सक्रिय मामले 57 तक पहुंच गए हैं। नोएडा में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है और सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं।

यहां कोरोना से संक्रमित 30 पुरुष और 27 महिलाएं हैं। नोएडा में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल की तैयारी की जा रही है ताकि जरूरत पड़ने पर मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जा सके।

राज्यवार कोरोना की स्थिति: कहां है सबसे ज्यादा एक्टिव केस?

केरल: 1400 एक्टिव केस के साथ सबसे अधिक प्रभावित राज्य।

महाराष्ट्र: 485 सक्रिय मामले।

दिल्ली: 436 सक्रिय मामले।

गुजरात: 320 सक्रिय मामले।

पश्चिम बंगाल: 287 सक्रिय मामले।

कर्नाटक: 238 सक्रिय मामले।

तमिलनाडु: 199 सक्रिय मामले।

उत्तर प्रदेश: 149 सक्रिय मामले।

इसके अलावा कई राज्यों में 100 से कम मामले दर्ज हो रहे हैं, लेकिन संक्रमण का खतरा बना हुआ है।

कोरोना से बचाव के लिए जरूरी सावधानियां

कोरोना संक्रमण की यह नई लहर सावधानी बरतने की मांग करती है। विशेषज्ञों ने बार-बार कहा है कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनना, नियमित हाथ धोना, और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचना जरूरी है।

इसके अलावा, जो लोग वैक्सीनेशन नहीं करवा पाए हैं, उन्हें तुरंत वैक्सीन लगवानी चाहिए। वैक्सीन संक्रमण से सुरक्षा बढ़ाने के साथ गंभीर बीमारी को रोकने में भी सहायक है।

स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR की भूमिका

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR लगातार कोरोना संक्रमण की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। जीनोम सिक्वेंसिंग के माध्यम से वायरस के नए वेरिएंट की पहचान की जा रही है और उनके प्रभाव का अध्ययन किया जा रहा है। इससे संक्रमण की ट्रेंड समझने में मदद मिलती है और आवश्यक कदम उठाए जाते हैं।

सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर और कोविड सेंटर 24 घंटे उपलब्ध हैं, जहां संक्रमित या संदिग्ध मरीज मदद ले सकते हैं।

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