कोटा के एमबीएस अस्पताल हॉस्टल में रेजिडेंट डॉक्टर के कमरे के वॉशरूम में 5 फीट लंबा ब्लैक कोबरा सांप पाया गया। स्नेक कैचर ने सांप को सुरक्षित बाहर निकाला, जिससे हॉस्टल में हड़कंप मच गया।
कोटा: राजस्थान के कोटा के एमबीएस अस्पताल हॉस्टल में रविवार रात दहशत फैल गई जब एक 5 फीट लंबा ब्लैक कोबरा सांप एक रेजिडेंट डॉक्टर के कमरे के वॉशरूम के कमोड में पाया गया। सांप की मौजूदगी से हॉस्टल के सभी छात्र-सहपाठी डर के मारे बाहर आ गए और अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर मौके पर पहुंचे स्नेक कैचर ने सांप को सुरक्षित पकड़कर बाहर निकाला।
हॉस्टल में मची भगदड़
कोटा के नयापुरा स्थित एमबीएस और जेके लोन अस्पताल परिसर में स्थित हॉस्टल में एमबीबीएस छात्र और रेजिडेंट डॉक्टर इस घटना से सकते में आ गए। घटना के दौरान हॉस्टल के छात्र अपने कमरों से बाहर निकल आए और चिल्लाने लगे। सांप की नोक पर खड़े होने से छात्र और उनकी सुरक्षा दोनों खतरे में आ गए।
स्नेक कैचर गोविंद शर्मा ने बताया कि ब्लैक कोबरा सांप की लंबाई करीब 5 फीट थी और इसका काटना जानलेवा हो सकता है। उन्होंने सुरक्षा सावधानी बरतते हुए सांप को पकड़ा और सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया।
रेजिडेंट डॉक्टर के कमरे में कोबरा
गोविंद शर्मा ने बताया कि सांप उस कमरे के लेट-बाथ में पाया गया, जिसमें एमबीबीएस रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. पुनीत शर्मा रहते हैं। रूम नंबर 24 में पकड़े गए सांप ने छात्र और डॉक्टर की नींद हराम कर दी। गोविंद ने कहा कि हॉस्टल से पहले भी कई बार स्नेक कैचर को सांप पकड़ने के लिए बुलाया जा चुका है। यह सांप बहुत मोटा और आक्रामक था। पकड़ने के दौरान उसने कई बार हमला करने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षित तरीके से पकड़ा गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सांप की अचानक उपस्थिति ने हॉस्टल में हड़कंप मचा दिया। छात्रों की आंखें फटी रह गईं और वे डर के मारे कमरे से बाहर निकल आए।
हॉस्टल की सुरक्षा में गंभीर खामियां
एमबीबीएस छात्र बताते हैं कि हॉस्टल परिसर में बरसात के कारण जंगल और झाड़ियां बढ़ गई हैं। कई स्थानों पर सुरक्षा टैंक क्षतिग्रस्त हैं और ढक्कन टूटे हुए हैं। ऐसे में सांप और अन्य जहरीले जीव-जंतु आसानी से हॉस्टल में प्रवेश कर जाते हैं। छात्रों ने प्रशासन से अपील की है कि हॉस्टल के आसपास झाड़ियों और घास को काटा जाए और सेफ्टी टैंकों की मरम्मत की जाए।
छात्रों का कहना है कि हॉस्टल में सांप, छिपकली, चूहा जैसे जीव-जंतु लगातार दिखाई देते हैं, जिससे उनकी सुरक्षा और पढ़ाई प्रभावित हो रही है। वे चाहते हैं कि प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से ले और उचित कदम उठाए।
स्नेक कैचर और प्रशासन ने बढ़ाई हॉस्टल सुरक्षा
घटना के बाद स्नेक कैचर गोविंद शर्मा की कार्रवाई की छात्र और हॉस्टल प्रबंधन ने सराहना की। उन्होंने बताया कि सांप को पकड़ना आसान नहीं था क्योंकि वह बहुत गुस्से वाला और आक्रामक था। प्रशासन को चेतावनी दी गई है कि हॉस्टल के सभी रेजिडेंट डॉक्टर और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल उपाय किए जाएं।
छात्रों ने कहा कि ऐसी घटनाएं यह स्पष्ट करती हैं कि हॉस्टल परिसर में नियमित निरीक्षण और सुरक्षा इंतजाम बेहद जरूरी हैं। प्रशासन को जल्दी से जल्दी निवारक उपाय करने होंगे ताकि भविष्य में कोई जान-माल का नुकसान न हो।