26 जुलाई 2025 को दिन शनिवार है और तिथि श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया है। यह तिथि रात 10 बजकर 43 मिनट तक रहेगी। यानी पूरा दिन द्वितीया तिथि का प्रभाव रहेगा और धार्मिक कार्यों के लिए यह तिथि शुभ मानी जाती है। शनिवार को भगवान हनुमान और शनिदेव की पूजा का विशेष महत्व होता है।
आज का विशेष योग
इस दिन व्यतीपात नाम का विशेष योग बन रहा है, जो कि रातभर चलेगा और अगली सुबह 4 बजकर 6 मिनट तक प्रभावी रहेगा। व्यतीपात योग को शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता, लेकिन तंत्र-साधना और उपासना के लिए यह योग उपयोगी होता है।
अभिजीत मुहूर्त
आज अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:00 बजे से लेकर 12:54 बजे तक रहेगा। यह समय किसी भी शुभ कार्य को प्रारंभ करने के लिए बेहद अनुकूल होता है। माना जाता है कि इस समय में किए गए कार्यों में सफलता की संभावना अधिक होती है।
राहुकाल की जानकारी शहरवार
शनिवार को राहुकाल का समय विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इस दिन का स्वामी शनिदेव हैं और राहुकाल में किए गए कार्य अक्सर अटक सकते हैं या परिणाम में विलंब हो सकता है। नीचे कुछ प्रमुख शहरों के लिए राहुकाल की समय-सारणी दी गई है:
- दिल्ली: सुबह 09:03 से 10:45 तक
- मुंबई: सुबह 09:29 से 11:07 तक
- चंडीगढ़: सुबह 09:03 से 10:46 तक
- लखनऊ: सुबह 08:50 से 10:31 तक
- भोपाल: सुबह 09:07 से 10:47 तक
- कोलकाता: सुबह 08:24 से 10:03 तक
- अहमदाबाद: सुबह 09:26 से 11:06 तक
- चेन्नई: सुबह 09:04 से 10:40 तक
इस दौरान किसी भी नए कार्य, यात्रा, खरीदारी या निर्णय को टालना बेहतर माना जाता है। खासकर अगर वह कार्य जीवन में बड़े बदलाव से जुड़ा हो।
ग्रहों की स्थिति में बदलाव
आज का एक अहम खगोलीय परिवर्तन यह है कि शुक्र ग्रह सुबह 8 बजकर 56 मिनट पर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। यह गोचर वैवाहिक जीवन, सौंदर्य, कला और रिश्तों पर प्रभाव डाल सकता है। जिन जातकों की कुंडली में शुक्र कमजोर है, उन्हें इसका असर अधिक महसूस हो सकता है।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
- सूर्योदय: सुबह 5 बजकर 38 मिनट
- सूर्यास्त: शाम 7 बजकर 16 मिनट
इन समयों के आधार पर दिन के अन्य मुहूर्त, पूजा-पाठ के समय और ग्रहों की चाल का मूल्यांकन किया जाता है। सूर्योदय के साथ ही पंचांग का नया दिन शुरू माना जाता है और तिथि, योग, नक्षत्र आदि का प्रभाव इसी समय से गिना जाता है।
श्रावण माह का महत्व
श्रावण माह का दूसरा दिन होने के कारण आज का दिन शिव भक्तों के लिए भी खास है। इस माह में शिवजी की पूजा करने से जीवन में सुख, समृद्धि और मानसिक शांति की प्राप्ति होती है। शनिवार और श्रावण मास का मेल धार्मिक दृष्टिकोण से एक विशेष अवसर होता है।
कई जगहों पर आज के दिन व्रत, जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और शनिदेव की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही पीपल वृक्ष के नीचे दीपक जलाकर शनिदेव को तेल अर्पित करने की भी परंपरा होती है।
आज का पंचांग एक नजर में
- तिथि: श्रावण शुक्ल द्वितीया (रात 10:43 तक)
- वार: शनिवार
- नक्षत्र: आश्लेषा (3:52 PM तक)
- योग: व्यतीपात (अगली सुबह 4:06 तक)
- शुक्र का गोचर: सुबह 8:56 पर मिथुन राशि में
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:00 से 12:54 तक
- सूर्योदय: सुबह 5:38 बजे
- सूर्यास्त: शाम 7:16 बजे
- राहुकाल: शहरवार समय अनुसार