हेल्थकेयर सेक्टर से जुड़ी एक प्रमुख कंपनी पर ब्रोकरेज हाउस ने भरोसा जताया है। रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के मैनेजमेंट को आने वाले quarters के लिए आउटलुक सकारात्मक नजर आ रहा है। बेहतर ग्रोथ संभावनाओं, मजबूत ऑर्डर बुक और कुशल ऑपरेशनल मैनेजमेंट के चलते ब्रोकरेज ने इस स्टॉक पर अपनी BUY रेटिंग बरकरार रखी है।
हेल्थकेयर सेक्टर की जानी-मानी डायग्नोस्टिक कंपनी Metropolis Healthcare एक बार फिर निवेशकों के फोकस में आ गई है। ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल ने हाल ही में कंपनी के टॉप मैनेजमेंट से मुलाकात के बाद इस स्टॉक को लेकर अपनी पॉजिटिव राय कायम रखी है। कंपनी पर 'BUY' रेटिंग बरकरार रखते हुए स्टॉक का टारगेट प्राइस ₹2050 तय किया गया है, जो मौजूदा बाजार मूल्य से लगभग 18 फीसदी ऊपर है।
शेयर में हलचल, निवेशकों की नजर मेट्रोपोलिस पर
4 जुलाई को मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर के शेयर ने ₹1736.50 पर कारोबार की शुरुआत की। ट्रेडिंग सेशन के दौरान यह ₹1785 तक चढ़ गया। फिलहाल यह शेयर ₹1735 के आसपास कारोबार कर रहा है। बीते एक हफ्ते में शेयर में करीब 5 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है।
कंपनी का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर ₹2306.85 रहा है, जबकि निचला स्तर ₹1383.70 का है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹9158 करोड़ से ज्यादा है, जो इसे मिडकैप हेल्थकेयर कंपनियों में खास बनाता है।
मैनेजमेंट की ग्रोथ प्लानिंग पर ब्रोकरेज का भरोसा
एमके ग्लोबल ने मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर की प्रमोटर और एग्जीक्यूटिव चेयरपर्सन अमीरा शाह के साथ हाल में एक मीटिंग की थी। इसमें कंपनी की मौजूदा स्थिति और आने वाले वर्षों की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई।
मैनेजमेंट का कहना है कि कंपनी आने वाले 2 से 3 वर्षों में 12 से 13 प्रतिशत की ऑर्गेनिक ग्रोथ हासिल करने पर काम कर रही है। इसके लिए कलेक्शन सेंटर नेटवर्क को बढ़ाने और पहले से मौजूद लैब्स के संपूर्ण उपयोग पर फोकस किया जा रहा है।
अधिग्रहण के जरिए भी होगा विस्तार
सिर्फ ऑर्गेनिक नहीं, मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर इनऑर्गेनिक ग्रोथ पर भी ध्यान दे रही है। कंपनी हाल ही में किए गए अधिग्रहणों से मिलने वाले राजस्व लाभ और लागत नियंत्रण के जरिए भी विकास का रास्ता बना रही है।
मैनेजमेंट ने बताया कि उनका उद्देश्य इंफ्रास्ट्रक्चर ओवरलैप को कम करना है, जिससे संचालन लागत घटे और मार्जिन बेहतर हो सके। यह रणनीति लंबे समय में मेट्रोपोलिस की वित्तीय स्थिति को और मजबूत बना सकती है।
मार्जिन में दिखेगा सुधार
एमके ग्लोबल की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के प्रयासों का असर FY26 तक साफ तौर पर दिख सकता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि FY26 में मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर के EBITDA मार्जिन में लगभग 100 बेसिस पॉइंट की वृद्धि हो सकती है।
कंपनी इस समय लागत को कंट्रोल करने और मौजूदा संसाधनों का बेहतर उपयोग करने की दिशा में काम कर रही है। ब्रोकरेज का मानना है कि ये कदम शेयरहोल्डर्स के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
Amazon की एंट्री से कितना बदलेगा खेल
डायग्नोस्टिक सेक्टर में Amazon और दूसरी टेक कंपनियों की एंट्री को लेकर बाजार में चर्चा बनी हुई है। लेकिन Metropolis का मैनेजमेंट इस मामले में आत्मविश्वास से भरा हुआ है।
कंपनी का कहना है कि हेल्थकेयर कोई सामान्य सेवा नहीं है जिसे आसानी से कोई भी कंपनी लेकर उतर जाए। इस फील्ड में विशेषज्ञता, एक्सपीरियंस, और ब्रांड वैल्यू की जरूरत होती है।
मैनेजमेंट ने यह भी कहा कि पहले भी कई कंपनियों ने इस क्षेत्र में उतरने की कोशिश की, लेकिन उन्हें सीमित सफलता ही मिली। Metropolis जैसे अनुभवी खिलाड़ियों पर उनका असर नहीं पड़ा।
टारगेट प्राइस और वैल्यूएशन
एमके ग्लोबल ने मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर के लिए जो टारगेट प्राइस तय किया है, वह DCF (Discounted Cash Flow) आधारित वैल्यूएशन पर है। यह टारगेट FY27E के 45x P/E मल्टीपल पर तय किया गया है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी की मौजूदा रणनीति, ग्राहक भरोसा, और लॉन्ग टर्म फोकस इसे इस टारगेट तक ले जाने में सक्षम बनाते हैं।