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SEBI Raids: अवधूत साठे पर SEBI का बड़ा एक्शन, जब्त हुए डिजिटल सबूत

SEBI Raids: अवधूत साठे पर SEBI का बड़ा एक्शन, जब्त हुए डिजिटल सबूत

SEBI ने मशहूर "ट्रेडिंग गुरु" अवधूत साठे की करजात स्थित ट्रेडिंग एकेडमी पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए दो दिन तक सर्च और सीज़र ऑपरेशन चलाया। इस दौरान डिजिटल डिवाइस और ट्रेडिंग डेटा जब्त किए गए। सूत्रों के अनुसार, महीनों की तैयारी और कोर्ट की मंजूरी के बाद हुई इस छापेमारी से साफ संकेत है कि SEBI अब फिनफ्लुएंसर्स पर शिकंजा कस रहा है।

SEBI Raids: सेबी ने फिनफ्लुएंसर्स के खिलाफ सबसे बड़ा एक्शन लेते हुए 20 अगस्त की सुबह 6:30 बजे से 21 अगस्त की शाम तक "ट्रेडिंग गुरु" अवधूत साठे की करजात स्थित ट्रेडिंग एकेडमी पर छापेमारी की। भारी बारिश के बावजूद चली इस कार्रवाई में टीम ने डिजिटल डिवाइस और ट्रेडिंग डेटा जब्त किया। सूत्रों का कहना है कि साठे की मूवमेंट तक ट्रैक कर महीनों की तैयारी के बाद कोर्ट की मंजूरी से यह ऑपरेशन किया गया। SEBI का संदेश साफ है बिना रजिस्ट्रेशन शिक्षा के नाम पर निवेशकों को गुमराह करने वाले फिनफ्लुएंसर्स पर सख्त कार्रवाई होगी।

भारी बारिश में भी सेबी का ऑपरेशन

सूत्रों के मुताबिक इस ऑपरेशन की तैयारी कई महीनों से चल रही थी। सेबी ने कोर्ट से मंजूरी पहले ही हासिल कर ली थी और साठे की गतिविधियों पर लंबे समय से निगरानी रखी जा रही थी। यहां तक कि उनकी मूवमेंट पैटर्न को भी ट्रैक किया गया। भारी बारिश के बावजूद सेबी की टीम मौके पर पहुंची और डिजिटल डिवाइस के साथ-साथ ट्रेडिंग डेटा भी जब्त किया।

सेबी को लंबे समय से इस तरह की शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ ट्रेडिंग अकादमियां मिलकर पेनी स्टॉक्स को प्रमोट कर रही हैं। इन स्टॉक्स को क्लासरूम में चार्ट पैटर्न और स्ट्रैटेजी के उदाहरण के तौर पर शामिल किया जाता है। इस प्रक्रिया से स्टॉक्स की कीमतों में कृत्रिम तेजी आती है और रिटेल निवेशक नुकसान में फंस जाते हैं। सूत्रों का दावा है कि अवधूत साठे की ट्रेडिंग अकादमी पर भी ऐसे ही आरोप हैं।

फिनफ्लुएंसर्स पर सख्ती का संकेत

सेबी की यह कार्रवाई सीधे तौर पर उन फिनफ्लुएंसर्स के खिलाफ एक मजबूत संदेश मानी जा रही है जो शिक्षा के नाम पर निवेशकों को गुमराह कर रहे हैं। हाल ही में एक कार्यक्रम में सेबी के व्होल-टाइम मेंबर कमलेश चंद्र वर्शनेय ने बिना नाम लिए कहा था कि अगर कोई व्यक्ति शिक्षा के नाम पर युवाओं को गारंटीड रिटर्न का लालच दे रहा है, क्लासरूम में कॉल्स कर रहा है और लाइव डेटा से ट्रेड करा रहा है, तो यह बिना सेबी रजिस्ट्रेशन के संभव नहीं है। उनके इस बयान को अब सीधे इस कार्रवाई से जोड़कर देखा जा रहा है।

सोशल मीडिया पर लोकप्रियता

अवधूत साठे सोशल मीडिया पर ट्रेडिंग गुरु और मार्केट एक्सपर्ट के तौर पर जाने जाते हैं। उनके यूट्यूब चैनल पर 9.36 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। उनकी करजात ट्रेडिंग एकेडमी खासकर नए और छोटे निवेशकों में काफी लोकप्रिय मानी जाती है। कई युवा शेयर बाजार सीखने के लिए उनके वीडियो और कोर्सेस का सहारा लेते रहे हैं।

सेबी की छापेमारी के बाद अवधूत साठे की टीम की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई। हालांकि उनकी ईमेल पर भेजे गए ऑटो-रिप्लाई में सिर्फ इतना लिखा मिला कि “आपकी रुचि के लिए धन्यवाद, हमें खुशी है कि आपने हमारी सेवाओं में दिलचस्पी दिखाई।” इस जवाब से साफ है कि अभी उनकी टीम स्थिति पर सीधा कोई बयान देने से बच रही है।

निवेशकों के लिए अलर्ट

बाजार के जानकारों का मानना है कि यह छापेमारी न सिर्फ अवधूत साठे के लिए बल्कि बाकी फिनफ्लुएंसर्स के लिए भी एक बड़ी चेतावनी है। सेबी यह साफ कर देना चाहता है कि बिना रजिस्ट्रेशन के कोई भी व्यक्ति निवेश की सलाह या ट्रेडिंग कॉल्स नहीं दे सकता। इस तरह के शॉर्टकट और अवैध तरीकों से रिटेल निवेशकों का भरोसा टूटता है और उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ता है।

लंबा चला ऑपरेशन

दो दिन तक चले इस ऑपरेशन के दौरान सेबी की टीम ने न सिर्फ डिजिटल डिवाइस बल्कि क्लासरूम से जुड़ा डेटा और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन्स से संबंधित जानकारी भी इकट्ठा की। बताया जा रहा है कि टीम को कई अहम सबूत हाथ लगे हैं जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी।

पिछले कुछ वर्षों में शेयर बाजार में फिनफ्लुएंसर्स का प्रभाव तेजी से बढ़ा है। सोशल मीडिया और यूट्यूब के जरिए लाखों निवेशक उनकी बातों पर भरोसा कर रहे हैं। कई बार बिना किसी रेगुलेटरी निगरानी के ये लोग बड़ी संख्या में रिटेल निवेशकों को प्रभावित कर देते हैं। सेबी की यह छापेमारी इसी कल्चर पर लगाम लगाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

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