देश की सबसे बड़ी पैसेंजर वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। इन नतीजों के बाद जहां बाजार में हल्की गिरावट देखने को मिली, वहीं ब्रोकरेज कंपनियों ने कंपनी के भविष्य को लेकर सकारात्मक रुख अपनाया है। कई प्रमुख ब्रोकरेज हाउस ने मारुति के शेयर पर 'BUY' रेटिंग दी है और आने वाले महीनों में 13 से 17 प्रतिशत तक के रिटर्न की उम्मीद जताई है।
शेयरों में शुरुआती गिरावट लेकिन ब्रोकरेज का भरोसा बरकरार
मारुति सुजुकी के शेयर 1 अगस्त को शुरुआती कारोबार में करीब 2 फीसदी तक गिर गए। इसका मुख्य कारण Q1 के नतीजे रहे जो बाजार की उम्मीदों के आसपास ही रहे। हालांकि गिरावट के बावजूद ब्रोकरेज हाउस इस स्टॉक को लेकर आशावान हैं। उनका मानना है कि कंपनी के नए प्रोडक्ट, बढ़ता एक्सपोर्ट और बेहतर मिक्स स्ट्रैटजी भविष्य में बेहतर प्रदर्शन दिला सकती है।
मोतीलाल ओसवाल ने शेयर पर जताया भरोसा
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने मारुति सुजुकी के शेयर पर 'BUY' रेटिंग बरकरार रखी है। कंपनी ने इस स्टॉक का टारगेट प्राइस 14,476 रुपये रखा है। मौजूदा भाव के मुकाबले यह लगभग 15 प्रतिशत का उछाल दिखा रहा है।
ब्रोकरेज का मानना है कि मारुति FY25 से FY27 के बीच 10 फीसदी की सालाना आय वृद्धि दर्ज कर सकती है। यह बढ़त मुख्य रूप से कंपनी के नए मॉडल, बेहतर प्रोडक्ट मिक्स और निर्यात में विस्तार की वजह से संभव होगी। साथ ही, कंपनी के वैल्यूएशन को भी आकर्षक बताया गया है जो FY26 के लिए 25.9 गुना और FY27 के लिए 23.4 गुना अनुमानित है।
नुवामा ने भी दिखाई तेजी, टारगेट 14,300 रुपये
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने भी मारुति सुजुकी के शेयर को खरीदने की सलाह दी है। ब्रोकरेज हाउस ने इसका टारगेट प्राइस 14,300 रुपये रखा है, जो करीब 13 फीसदी तक के रिटर्न की उम्मीद दिखाता है।
कंपनी की पहली तिमाही की आय सालाना आधार पर 8 फीसदी बढ़कर 38,410 करोड़ रुपये पहुंच गई है, जो अनुमान से 5 प्रतिशत ज्यादा है। ब्रोकरेज का कहना है कि यह वृद्धि अच्छे मॉडल मिक्स, क्षेत्रीय बिक्री में सुधार और CNG गाड़ियों की मांग बढ़ने के कारण संभव हुई है।
हालांकि EBITDA में 11 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन यह अनुमान के अनुरूप ही रहा। नुवामा ने FY26 और FY27 के लिए कंपनी के EPS अनुमान को 2 से 4 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। इसके पीछे आने वाले ई-विटारा मॉडल, ICE SUV और SUV तथा CNG सेगमेंट में तेजी को वजह बताया गया है।
Q1 में कैसा रहा कंपनी का प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में मारुति सुजुकी का नेट प्रॉफिट मामूली बढ़कर 3,792.4 करोड़ रुपये रहा है। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 3,759.7 करोड़ रुपये था।
हालांकि छोटी कारों की बिक्री में गिरावट और शहरी बाजारों में कमजोर मांग के चलते घरेलू बिक्री प्रभावित हुई, लेकिन 37 प्रतिशत की निर्यात वृद्धि ने नुकसान की भरपाई कर दी।
तिमाही के दौरान कंपनी की कुल आय 10 प्रतिशत बढ़कर 40,493 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 36,840 करोड़ रुपये थी।
वाहन बिक्री में क्या रहा हाल
मारुति ने अप्रैल-जून तिमाही में कुल 5,27,861 वाहन बेचे। इसमें से 4,30,889 वाहन देश में बेचे गए और 96,972 गाड़ियां निर्यात की गईं।
CNG गाड़ियों और SUV सेगमेंट की मांग में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है, जिससे कंपनी को बिक्री बढ़ाने में मदद मिली है। वहीं, शहरी इलाकों में छोटी कारों की मांग में थोड़ी सुस्ती दिखी है।
कंपनी की रणनीति
मारुति सुजुकी अब SUV और इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर फोकस कर रही है। कंपनी का इरादा SUV सेगमेंट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का है, जहां अभी Hyundai, Tata और Mahindra जैसे ब्रांड्स का दबदबा है।
कंपनी आने वाले महीनों में e-विटारा और कुछ नई ICE SUV लॉन्च कर सकती है। साथ ही, निर्यात बढ़ाने के लिए भी नए बाजारों पर ध्यान दिया जा रहा है।