मेरठ में पुलिस उत्पीड़न से आहत युवक ने जहर खा लिया। मामले की जांच में दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया गया और एसएसपी विपिन टाडा के आदेश पर संबंधित एसओ को सस्पेंड कर दिया गया।
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में पुलिस उत्पीड़न का एक गंभीर मामला सामने आया है। थाना भावनपुर में हुए इस घटना में एक युवक ने पुलिस की लापरवाही और उत्पीड़न से आहत होकर जहरीला पदार्थ खा लिया। घटना के बाद मेरठ एसएसपी विपिन टाडा ने तत्काल कदम उठाते हुए थाने के एसओ को सस्पेंड कर दिया। साथ ही, दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मुबारिकपुर निवासी पुष्पेंद्र नागर (TP नगर में ट्रांसपोर्ट व्यवसायी) सोमवार रात घर लौटते समय बाइक सवार दो युवकों से लूट का शिकार हुआ। आरोप है कि उसने लूट की शिकायत पुलिस से की, लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत पर कार्रवाई करने के बजाय उसे हिरासत में रखा और मारपीट की।
पुलिस पर गंभीर आरोप
पुलिस के कथित उत्पीड़न में पुष्पेंद्र से उसके दो मोबाइल फोन और कार भी अपने कब्जे में ले लिए गए। मंगलवार की सुबह उसे थाने से छोड़ा गया। पुलिस की इस कार्रवाई से मानसिक आहत पुष्पेंद्र ने उसी दिन जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयास किया और गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया।
स्थानीय लोगों और परिवार के अनुसार, यह घटना पुलिस के रवैये के कारण हुई। परिवार ने बताया कि पुष्पेंद्र पूरी तरह पुलिस की उपेक्षा और मारपीट से परेशान था।
पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
मेरठ एसएसपी विपिन टाडा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत थाने के एसओ को सस्पेंड कर दिया। साथ ही दारोगा और दो अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। एसएसपी का कहना है कि किसी भी नागरिक के साथ पुलिस उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
एसएसपी ने यह भी निर्देश दिए हैं कि पुष्पेंद्र की स्वास्थ्य स्थिति पर निगरानी रखी जाए और उसे हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाए। पुलिस की प्रारंभिक रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि शिकायत न सुनने और गलत व्यवहार के मामले की जांच की जाएगी।