महाराष्ट्र की राजनीति में गुरुवार (21 अगस्त) की सुबह बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला, जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलने उनके वर्षा बंगले पर पहुंचे।
मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में गुरुवार सुबह बड़ा मोड़ तब आया जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से उनके आधिकारिक आवास वर्षा बंगले पर मिले। इस मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, क्योंकि बीते कुछ समय से राज ठाकरे और उनके चचेरे भाई उद्धव ठाकरे के बीच संभावित गठबंधन की चर्चाएँ तेज़ हैं।
हालांकि दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई, इसकी आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन इस मुलाकात को निकाय चुनाव से पहले के समीकरणों से जोड़कर देखा जा रहा है।
उद्धव-राज गठबंधन की अटकलें तेज
बीते दो दशकों से एक-दूसरे से राजनीतिक रूप से अलग राह पकड़ चुके ठाकरे बंधु हाल ही में पहली बार एक मंच पर दिखाई दिए। 5 जुलाई को मराठी भाषा और मराठी मानुस के मुद्दे पर राज और उद्धव ठाकरे साथ आए और बाद में BEST क्रेडिट सोसाइटी चुनाव में मिलकर मैदान में उतरे। लेकिन यह साझेदारी सफल नहीं रही। हमेशा प्रभावी रहने वाले ठाकरे गुट को इस चुनाव में करारी हार मिली और खाता भी नहीं खुला। इस असफल शुरुआत ने सवाल खड़े कर दिए कि क्या आने वाले चुनावों में ठाकरे बंधुओं की जोड़ी टिक पाएगी।
महाराष्ट्र में जल्द ही नगर निकाय चुनाव होने हैं। उद्धव ठाकरे के करीबी नेता संजय राउत और शिवसेना (UBT) के अन्य नेताओं ने संकेत दिए हैं कि राज ठाकरे के साथ मिलकर चुनाव लड़े जा सकते हैं। हालांकि, अब तक राज ठाकरे ने इसपर कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है। न तो उन्होंने और न ही उनके किसी नेता ने आधिकारिक रूप से गठबंधन की पुष्टि की है। यही वजह है कि फडणवीस से मुलाकात को अलग नज़रिए से देखा जा रहा है।
मराठी अस्मिता पर एकजुटता
कुछ महीने पहले ही राज ठाकरे ने मराठी मानुस और मराठी भाषा के उत्थान के लिए उद्धव ठाकरे के साथ काम करने की इच्छा जताई थी। उनके इस बयान को शिवसैनिकों और राजनीतिक जानकारों ने ‘बाल ठाकरे युग की वापसी’ के रूप में देखा। उद्धव ठाकरे ने भी इसपर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और कहा कि अगर मराठी हित में पुराने मतभेद भूलकर साथ आना पड़े, तो उन्हें आपत्ति नहीं है। इससे शिवसेना समर्थकों के बीच उत्साह दिखा कि ठाकरे परिवार एकजुट होकर राजनीति में नई ताकत बनेगा।
फडणवीस और राज ठाकरे की मुलाकात कई मायनों में अहम है। एक ओर उद्धव और राज ठाकरे के बीच नजदीकियां बढ़ रही हैं, वहीं दूसरी ओर राज ठाकरे भाजपा और फडणवीस के साथ रिश्ते बनाए रखते हैं। राज ठाकरे कई बार सीएम फडणवीस से मिल चुके हैं, लेकिन इस बार की बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह निकाय चुनाव से ठीक पहले हुई है। इससे यह अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या राज ठाकरे उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन करेंगे या फिर भाजपा-शिंदे गुट के करीब जाएंगे।