दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज अपने जनसुनवाई कार्यालय में रक्षाबंधन का उत्सव छोटे-छोटे बच्चों के साथ बेहद आत्मीयता से मनाया। इस खास मौके पर बच्चियों ने मुख्यमंत्री को राखी बांधी, और उन्होंने बच्चों को उपहार व मिठाइयां भेंट कर उनका मनोबल बढ़ाया।
नई दिल्ली: रक्षाबंधन जैसे पावन पर्व के अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने एक भावनात्मक और प्रेरणादायक पहल करते हुए जनसुनवाई कार्यालय में बच्चों संग रक्षाबंधन का त्योहार मनाया। इस आयोजन में न केवल भाई-बहन के रिश्ते की डोर बंधी, बल्कि दिल्ली सरकार की शिक्षा और बच्चों के समग्र विकास के प्रति प्रतिबद्धता भी स्पष्ट हुई।
रक्षाबंधन पर बच्चों संग खास समारोह
सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री जनसुनवाई कार्यालय में आयोजित इस विशेष समारोह में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बच्चों के साथ रक्षाबंधन मनाया। बच्चियों ने मुख्यमंत्री की कलाइयों पर राखी बांधी, तो वहीं रेखा गुप्ता ने बच्चों को गिफ्ट, मिठाइयां और स्कूल बैग वितरित किए। कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने भी मुख्यमंत्री को उनकी पेंटिंग और चित्र भेंट किए, जिसे पाकर वह भावुक नजर आईं।
मुख्यमंत्री ने बच्चों के साथ करीब एक घंटे तक समय बिताया, उनसे पढ़ाई, स्कूल की व्यवस्था, और उनके अनुभवों के बारे में जानकारी ली। इस संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी जाना कि स्कूलों में टीचर्स किस प्रकार बच्चों की शिक्षा व्यवस्था को संभाल रही हैं। उन्होंने शिक्षकों से बात करके स्कूलों की जरूरतों और सुधार की संभावनाओं पर भी चर्चा की।
सोशल मीडिया पर संदेश: संकल्प दोहराया
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर इस कार्यक्रम से जुड़ी तस्वीरें साझा करते हुए लिखा:
'आज मुख्यमंत्री जनसेवा सदन में सिर्फ रक्षाबंधन का त्योहार नहीं मनाया गया, बल्कि एक रिश्ता बना और एक संकल्प दोहराया गया कि हम इन नन्हे सपनों की हिफाज़त करेंगे, इनके बचपन की रक्षा करेंगे।'
इस पोस्ट पर आम जनता, अभिभावकों और शिक्षकों से सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। कई यूजर्स ने इसे "नेतृत्व में संवेदनशीलता की मिसाल" बताया।
दिल्ली सरकार की शिक्षा नीति पर फोकस
रेखा गुप्ता की अगुवाई में दिल्ली सरकार बच्चों की शिक्षा और भलाई को प्राथमिकता दे रही है। मौजूदा दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र में सरकार ने प्राइवेट स्कूल फीस नियंत्रण विधेयक पेश किया है। इस बिल के तहत:
- स्कूलों को हर वर्ष मनमानी तरीके से फीस बढ़ाने से रोका जाएगा।
- फीस संबंधी प्रताड़ना की स्थिति में स्कूलों पर जुर्माना लगाया जाएगा।
- यह कानून निजी स्कूलों में शिक्षा को अधिक पारदर्शी और सुलभ बनाएगा।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा: दिल्ली के बच्चे सिर्फ हमारे वर्तमान का नहीं, बल्कि भविष्य का आधार हैं। उनका स्वस्थ, सुरक्षित और शिक्षित बचपन सुनिश्चित करना हमारी नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी है। उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के क्षेत्रों में ऐसे और भी कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है जो बच्चों को आत्मनिर्भर और सशक्त नागरिक बनने में मदद करें।